कच्चे माल और कुशल श्रमिक के हिसाब से भारत की स्थिति मजबूत
सिर्फ हाथों के बल खुदाई करने वाले शख्स ने तलाशे 33 लाख डॉलर मूल्य के 2 रत्न
जनवरी में तराशे और पॉलिश हीरों (सीपीडी) का निर्यात 4.92 प्रतिशत घटकर 11,757.08 करोड़ रुपए पर आ गया।
भू-राजनीतिक तनाव और बड़े विकसित बाजारों की मांग में नरमी से दिसंबर 2019 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात साल भर पहले की तुलना में 1.28 प्रतिशत गिरकर 17,337.52 करोड़ रुपए रह गया।
जीजेईपीसी ने कहा कि रत्न एवं आभूषण निर्यात में गिरावट की प्रमुख वजह स्वर्ण आभूषणों, रंगीन रत्नों और तराशे एवं पॉलिश किए गए हीरों के निर्यात में कमी आना है।
राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे का कहना है कि आम बजट में सोने और अन्य बहुमूल्य धातुओं पर शुल्क वृद्धि का निर्णय सरकार की अनावश्यक उत्पादों का आयात कम करने की नीति के तहत किया गया।
आम बजट 2019-20 में सोने पर आयात शुल्क को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत करने की वजह से स्थानीय कारोबारियों को अपना कारोबार पड़ोसी देशों में ले जाने पर मजबूर होना पड़ेगा।
मोती लाल प्रजापति नाम के एक मजदूर को पट्टे पर ली जमीन में खुदाई करने पर अब तक का दूसरा सबसे बड़ा बेशकीमती हीरा मिला है।
देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान 8 प्रतिशत गिरकर करीब 32.72 अरब डॉलर रह गया, जबकि 2016-17 में निर्यात 35.47 अरब डॉलर था।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक फरवरी के दौरान देशम में सोने का आयात 20.26 प्रतिशत घटकर 18,613.25 करोड़ रुपए का हुआ है
Indusind Bank की तरफ से यह भी कहा गया है कि उन्होंने गीतांजली जेम्स को कुछ कर्ज दिया है लेकिन उसकी राशि बहुत कम है
देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में 4.65 प्रतिशत घटकर 25 अरब डॉलर रह गया।
रत्न एवं आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट में सोने पर आयात शुल्क की दर को घटाकर चार प्रतिशत करने की मांग की है।
देश के रत्न एवं आभूषण निर्यात में चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर के बीच 4.8 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह घटकर 22.43 अरब डॉलर रहा है। इसकी प्रमुख वजह अमेरिका समेत अन्य प्रमुख बाजारों में मांग का कम रहना है।
नई दिल्ली। रत्न व आभूषण तथा अभियांत्रिकी सामान के बेहतर उठाव के बीच देश का निर्यात नवंबर महीने में 30.55 प्रतिशत बढ़कर 26.19 अरब डॉलर हो गया। इससे पहले अक्टूबर महीने में निर्यात 1.12 प्रतिशत घटकर 23 अरब डॉलर रहा था।
देश का सोना आयात पिछले वित्त वर्ष के 500 टन की तुलना में चालू वित्त वर्ष में 700 टन पर पहुंच जाएगा। एक शीर्ष उद्योग संगठन ने आज इसकी जानकारी दी।
अगर सरकार इस मांग को मान लेती है और इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर आधा कर देती है तो सोने की कीमतों में 1500-1600 रुपए प्रति 10 ग्राम की गिरावट आ जाएगी
देश का निर्यात चालू वर्ष के अक्तूबर महीने में 1.12 प्रतिशत घटकर 23 अरब डॉलर रह गया। सितंबर महीने में इसमें अच्छी खासी वृद्धि दर्ज की गई थी।
भारत में दुनिया के पहले डायमंड फ्यूचर्स एक्सचेंज की शुरुआत आज से हो जाएगी। इस उद्योग से जुड़ी बड़ी कंपनियां कीमतों के जोखिम को इसके जरिए कम कर सकेंगी।
भारत से चीन को हीरे, बहुमूल्य पत्थर तथा रत्नों का निर्यात बीते साल 28.48 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ 2.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
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