डिफेंस सेक्टर में भारत लगातार आत्मनिर्भरता हासिल करता जा रहा है। अब भारत की निर्भरता रक्षा उपकरणों के लिए दूसरे देशों पर से खत्म हो रही है। भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और अमेरिकी जीई एयरोस्पेस में करार हुआ है। अब युद्धक विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे।
उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 1,500 औद्योगिक इकाइयों और 230 निर्माण परियोजनाओं को काम शुरू करने की अनुमति दी गई है।
विमानों का इंजन बनाने वाली दिग्गज कंपनी जीई एविएशन ने इंजन आपूर्ति के लिए विस्तारा एयरलाइंस के साथ 34 करोड़ डॉलर से अधिक के सौदे पर हस्ताक्षर किये।
संपादक की पसंद