इस वर्ष एशिया 4.2 फीसदी की दर से बढ़ेगा, 2023 में उसकी वृद्धि 4.6 फीसदी की दर से होने का अनुमान है। हालांकि पहले उसने इस वर्ष एशिया की वृद्धि दर 4.3 फीसदी और 2023 में 4.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था जबकि भारतीय स्टेट बैंक की रिपोर्ट में इसके 5.8 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी थी।
Ukraine's GDP fell sharply deu to War:रूस के साथ चल रहे युद्ध ने नौ महीने में यूक्रेन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अब तक इतनी बड़ी गिरावट कर दी है कि उसका जल्द उबर पाना अब मुश्किल लग रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन को युद्ध के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
Congress Attacks BJP: कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि देश में ग़रीबी भयावह रूप ले रही है और सरकार बेख़बर है। कल शाम विश्व बैंक ने इस साल तीसरी बार हमारी अनुमानित जीडीपी वृद्धि दर को घटा कर 7.5 प्रतिशत से 6.5 प्रतिशत कर दिया।
Economy: आर्थिक समीक्षा में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान आर्थिक वृद्धि दर 8-8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था।
GDP Data: देश का चालू खाते का घाटा (कैड) जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद ( GDP) का 3.4 प्रतिशत या 28.4 अरब डॉलर रह सकता है। इंडिया रेटिंग्स ने यह अनुमान लगाया है। यह 36 तिमाहियों का उच्चस्तर होगा।
आईसीआरए (ICRA) के अनुमानों के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वित्त वर्ष-23 की दूसरी तिमाही में दोगुना बढ़कर 8 प्रतिशत होने की उम्मीद है
Fitch ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि रिजर्व बैंक ब्याज दरों में वृद्धि जारी रखेगा और साल खत्म होने तक रेपो दर 5.9 प्रतिशत पर होगी।
Moody's ने स्थिर दृष्टिकोण के साथ भारत के लिए अपनी सॉवरेन रेटिंग को BAA 3 पर बरकरार रखा है।
India: तेलंगाना के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री (IT Ministry) के.टी. रामा राव ने रविवार को कहा कि पिछले आठ वर्षों के दौरान भारत का कर्ज 100 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने रविवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वृद्धि दर उम्मीद से कम रही है, जो निराशा और चिंता का कारण है।
पहली तिमाही के दौरान एक साल पहले की तुलना में भारत की जीडीपी में 13.5 फीसदी की वृद्धि हुई, जो आरबीआई के 16.2% के अनुमान से कम है।
इससे पिछले वित्त वर्ष (2021-22) की अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडपी) की वृद्धि दर 20.1 प्रतिशत रही थी।
देश में सरकार के द्वारा टीकाकरण को लेकर चलाए जा रहे अभियान का असर देखा जा रहा है। आईसीआरए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दोहरे अंकों में 13 प्रतिशत पर बढ़ने की उम्मीद है।
GSDP Levels: 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आधिकारिक आंकड़ों का विश्लेषण करने पर ये जानकारी सामने आई है। हालांकि गुजरात और महाराष्ट्र सहित 11 राज्यों की 2021-22 की विकास दर का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
GDP को हिंदी में सकल घरेलू उत्पाद कहा जाता है। इसका उपयोग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मापने के लिए किया जाता है।
वित्त वर्ष 22 में GDP ग्रोथ 8.7% रही है। कोरोना से प्रभावित 2020-21 में यह -6.6% रही थी।
2020-21 के लिए केंद्र सरकार के लेखा महानियंत्रक (CGA) ने राजस्व-व्यय के आंकड़ों को पेश यह जानकारी दी।
आरबीआई ने रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में आए उछाल और आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी अड़चनों की वजह से अर्थव्यवस्था के वृद्धि दर अनुमान घटाया है।
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है, हमारा अनुमान है कि चक्रीय पुनरुद्धार का चक्र जारी रहेगा, लेकिन यह हमारे पिछले अनुमान से नरम रहेगा।
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