आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि2016-17 में अच्छे मानसून के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था आठ फीसदी विकास दर के आसपास पहुंच सकती है।
एडीबी के अध्यक्ष ताकेहिको नकाओ ने कहा कि भारत सहित कुछ देशों में जीडीपी की मजबूत ग्रोथ से 2016 में एशियाई अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.7 फीसदी रहेगी।
बेहतर मानसून और वेतन आयोग की सिफारिश लागू होने से लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी। इससे चालू वित्त वर्ष में भारत की GDP ग्रोथ 7.4 फीसदी रहेगी।
भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 2016-17 में 7.6 फीसदी रह सकती है, जो मुख्य तौर पर घरेलू खपत मांग और स्थिर रोजगार एवं अपेक्षाकृत निम्न मुद्रास्फीति से होगा।
अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि सामान्य से अच्छे मानसून की भविष्यवाणी से एग्रीकल्चर सेक्टर के पटरी पर लौटने की उम्मीद है और ग्रोथ रेट 8 के पार पहुंच सकती है।
चीन ने ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती के बीच प्रभावशाली आर्थिक ग्रोथ रेट को बरकरार रखने के लिए किए जा रहे अच्छे काम को भारत की सराहना की है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स के मुताबिक क्रूड में गिरावट और उच्च वास्तविक आय से निजी उपभोग बढ़ने से भारत की ग्रोथ चालू वित्त वर्ष के दौरान आठ फीसदी रह सकती है।
अमिताभ कांत ने कहा कि भारत को 2032 तक 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने और गरीबी समाप्त करने के लिए 10 फीसदी की दर से आर्थिक ग्रोथ की जरूरत है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी की हालात गंभीर और चिंताजनक है। इसके कारण विभिन्न देश अपनी प्रणालियों के लिए सुरक्षात्मक उपाय कर रहे हैं।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि बंदरगाहों और उनके निकट औद्योगिकी शहर स्थापित करने में निवेश से आर्थिक वृद्धि दर में 1.4 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है।
अरूण जेटली ने कहा है कि भारत की 7.5 फीसदी की मौजूदा विकास दर उसकी अपनी जरूरत के स्तर के हिसाब से काफी नहीं है और देश में बेहतर करने की क्षमता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में 8-10 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने क्षमता है। सुब्रमण्यम ने कहा, प्रमुख शक्ति बनने के लिए तेजी से वृद्धि करने की जरूरत है।
उद्योग मंडल सीआईआई ने जीडीपी आंकलन के तरीके को अधूरा फार्मूला बताया है। वहीं, देश की आर्थिक ग्रोथ दर चालू वित्त वर्ष में 8.0 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में जीएसटी पारित होने की उम्मीद जताई है। इससे जीडीपी में 1.5-2.0% की बढ़ोतरी होगी।
एडीबी के मुताबिक भारत की ग्रोथ दर अगले वित्त वर्ष में घटकर 7.4 फीसदी रह जाएगी। हालांकि, भारत दुनिया में सबसे तेज ग्रोथ करने वाला देश बना रह सकता है।
मोदी ने भारत की आर्थिक ग्रोथ दुनिया में सबसे ऊंची होने के दावे पर सवाल उठाने वालों को ऋण प्रवाह और एफडीआई में तेजी जैसे आंकड़ों के साथ जोरदार जवाब दिया।
भारतीय अर्थव्यवस्था के वर्ष 2016-17 में 7.2 फीसदी ग्रोथ हासिल करने की उम्मीद है। यह आंकड़ा सीएसओ के चालू वित्त वर्ष के ग्रोथ अनुमान 7.6 फीसदी से कम है।
फरवरी में सोने का आयात 29.49 फीसदी घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले जनवरी में इसमें तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आयात कम होने से कैड पर अंकुश लगेगा है।
आईएमएफ ने भारत के फिस्कल लक्ष्यों को उचित करार दिया है। अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाना सही तरीका है।
अरुण जेटली ने लोकसभा में इकोनॉमिक सर्वे 2015-16 पेश कर दिया। इकोनॉमिक सर्वे में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 7-7.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है।
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