गुरुवार को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की तरफ से जारी आंकड़ों में यह बताया गया कि जुलाई से सितंबर की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की दर 6.3 फीसदी रही जो कि पिछली तिमाही से ज्यादा है।
वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी आंकड़ों में वृद्धि की सराहना करते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि पांच तिमाहियों के बाद अर्थव्यवस्था में आई तेजी आगे भी वृद्धि का संकेत है और आनेवाली तिमाहियों में इसमें और भी वृद
Last five quarters had witnessed a downward trend, GDP at 6.3% marks the reversal of that trend: FM Arun Jaitley on GDP growth figures
वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर सुधरकर 6.3 प्रतिशत रही है, जो कि पहली तिमाही में तीन साल के निचले स्तर पर थी।
नोमुरा का कहना है कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में आने वाली तिमाहियों में स्थिति में सुधार होगा जिससे चालू वित्त वर्ष के दौरान GDP ग्रोथ 6.9 फीसदी रहने का अनुमान है।
नए ऑर्डर मिलने से जून माह के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में जोरदार उछाल आया है और इस क्षेत्र का PMI आंकड़ा 53.1 अंक पर पहुंच गया।
ग्राहकों की मांग कमजोर रहने और GST से जुड़ी चिंताओं के चलते जून माह में विनिर्माण क्षेत्र की ग्रोथ (मैन्युफैक्चरिंग PMI) चार माह के न्यूनतम स्तर तक गिर गई
मूडीज ने कहा है कि GST व्यवस्था को लागू करना भारत की रेटिंग के लिए सकारात्मक कदम है। इससे GDP ग्रोथ की गति और तेज होगी और कर राजस्व में वृद्धि होगी।
गत वर्ष नवंबर में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट बंद किए जाने का खर्च पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ा, जिसकी वजह से जनवरी-मार्च तिमाही की वृद्धि धीमी पड़ी।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान के फाइनल क्रिकेट मैच से पहले देश में ऐडवर्टाइजिंग प्राइस 10 गुना तक बढ़ गए है।
PWC की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 से 2021 के बीच भारतीय मीडिया व मनोरंजन क्षेत्र 10.5 फीसदी की चक्रवृद्धि सालाना वृद्धि दर CAGR से बढ़ेगा
देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में सुधरकर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी, जबकि 1018-19 में यह 7.7 प्रतिशत पर पहुंचेगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चौथी तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट में गिरावट के पीछे नोटबंदी का प्रभाव होने की बात को नकारते हुए कहा कि इसके कई अन्य कारण भी हैं।
सरकार ने बताया कि 2016-17 में नए आधार वर्ष के मुताबिक GDP वृद्धि 7.1 प्रतिशत रही। वहीं चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में जीडीपी वृद्धि 6.1 प्रतिशत रही।
नोमूरा ने कहा है कि देश की जीडीपी वृद्धि दर इससे पिछली तिमाही के 7.6 प्रतिशत से घटकर जनवरी-मार्च की तिमाही में 7.2 प्रतिशत पर आ जाएगी।
नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहली बार 300 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गई है। साथ ही पांच प्रतिशत से अधिक की जीडीपी की वृद्धि दर्ज की है।
भारतीय अर्थव्यवस्था उत्पादक वृद्धि के दौर में प्रवेश कर रही है जिसके चलते उसकी GDP ग्रोथ दिसंबर 2017 तक बढ़कर 7.9 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।
वित्त सचिव अशोक लवासा का कहना है कि देश की वृहद आर्थिक बुनियाद काफी मजबूत है जिससे 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.5 प्रतिशत से अधिक रह सकती है।
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत के लिए अपनी सरकारी रेटिंग बीबीबी- पर अपरिवर्तित रखी जिसके भावी परिदृश्य को स्थिर बताया गया है।
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