सरकार मिड-ईयर इकनॉमिक रिव्यु 18 दिसंबर को संसद में पेश करेगी, जिसमें वह चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ रेट के अनुमान को घटा सकती है।
विश्व बैंक ने कहा है कि दुनिया के उभरते बाजार पांचवें साल मंदी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के चलते भारत की स्थिति मजबूत है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ 7.4 फीसदी रही, जो कि विश्लेषकों के अनुमान के आंकड़ों और चीन की GDP रफ्तार (6.9%) से ज्यादा है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि 2015-16 में जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसदी के आसपास रहेगी। पिछले वित्त वर्ष में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी रही थी।
केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा, चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीने में पूरे साल के बजट अनुमान के 74 फीसदी के स्तर पर पहुंचकर 4.11 लाख करोड़ रुपय हो गया है।
भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 7.4 फीसदी रही है, जो चीन की तुलना में बहुत ज्यादा है।
बीते हफ्ते करीब 260 अंक चढ़ने के बाद भारतीय शेयर बाजार अगले हफ्ते भी अच्छी तेजी दिखा सकते हैं।
जल्द जीडीपी दोहरे अंक पहुंच जाएगी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपीए पर पर हमला बोलते हुए कहा नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को उबार दिया है
ग्लोबल टेलिकम्युनिकेशन इंडस्ट्री जीएसएमए की स्टडी के मुताबिक मोबाइल सर्विस सेक्टर देश की जीडीपी में 2020 तक 8.2% यानी 14 लाख करोड़ रुपए का योगदान करेगा।
स्विस की ब्रोकरेज फर्म क्रेडिट सुइस ने भारत की आर्थिक स्थिति पर संतोष जताया है। क्रेडिट सुइस ने कहा कि तेल, बिजली और गाड़ियों की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है।
बार्कलेज के मुताबिक जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.5% रहेगी। इसके अलावा अगले साल 0.50 फीसदी ब्याज दरें घटने की भी संभावना है।
र्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2015 में भारत की रैंकिंग 145 देशों की सूची में 139 है।
IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए कहा कि सप्लाई संबंधी बाधाओं को दूर करने और इंक्लूसिव ग्रोथ हासिल करने के लिए प्रोग्रेस की जरूरत है।
यूरोप पर फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ आतंकी हमला गहरा असर डाल सकता है। तीसरी तिमाही में यूरोजोन की जीडीपी ग्रोथ रेट उम्मीद से कम 0.3 फीसदी रही है।
आईएमएफ ने कहा कि पॉलिसी रिफॉर्म से भारत की ग्रोथ को फायदा होगा। इसको देखते हुए आईएमएफ ने 2016 में भारत की GDP ग्रोथ रेट 7.5% रहने का अनुमान लगाया है।
मैंकिंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक अगर जेंडर गैप खत्म करने पर जोर दिया जाए तो भारत की जीडीपी में 2025 तक 46 लाख करोड़ रुपए जुड़ सकते हैं।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी दर 7 फीसदी और अगले साल 7.5 फीसदी रहेगी और इस दौरान फ्यूल की खपत भी बढ़ेगी।
भारत 2015 और 2016 में जी20 देशों में सबसे अधिक आर्थिक ग्रोथ हासिल करने वाला देश रह सकता है। इसकी जीडीपी ग्रोथ 7-7.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में चीन की जीडीपी ग्रोथ घटकर 6.9 फीसदी रह गई है, जो कि 6 साल में सबसे कम है।
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