इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। इन हमलों में सहायता कर्मियों की जान भी जा रही है। ऐसे ही एक हमले में सहायता कर्मियों और उनके फलस्तीनी वाहन चालक की मौत हो गई है।
इजराइली सेना ने अपने सैनिकों को गाजा के मुख्य अस्पताल से हटा लिया है। इजराइली सेना ने इसे युद्ध के सबसे सफल अभियान में से एक बताया है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में भीषण हवाई हमला किया है। इसमें कम से कम 2 फिलिस्तीनी पत्रकारों के मारे जाने की खबर है। हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह एयरस्ट्राइक अल-अक्सा हॉस्पिटल के पास एक टेंट पर की गई। वीडियो में टेंट में हमले के बाद आग लगी है और लोग बचाव करते देखे जा रहे हैं।
इजराइल और हमास के बीच जंग थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हमास ने नए युद्धविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। फिलहाल इजराइल रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है।
गाजा में रमजान के दौरान सीजफायर से जुड़े प्रस्ताव के पक्ष में 15 में से 14 सदस्यों ने वोट किया। वहीं, अमेरिका मतदान में शामिल नहीं हुआ जिस कारण ये प्रस्ताव पास हो गया।
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम को लेकर अब तक संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रयास विफल ही साबित हुए हैं। इस बीच तमाम चेतावनियों के बावजूद इजराइल रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है। इस लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने चिंता जाहिर की है।
गाजा में इजरायल ने बीते 24 घंटे में जबरदस्त हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में कम से कम 82 लोग मारे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार गत 5 माह के युद्ध में अब तक इजरायली हमले में गाजा में कुल 32 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
गाजा में तत्काल युद्ध विराम का एक और प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में खारिज हो गया है। यानि मतलब साफ है कि गाजा में युद्ध जारी रहेगा। अमेरिका की ओर से लाए गए इस प्रस्ताव को चीन और रूस ने वीटो करके गिरा दिया। इससे गाजा में युद्ध विराम की अमेरिकी कोशिश फिर से नाकाम हो गई।
इजराइल की सेना ने कहा है कि हमास के चरमपंथी एक बार फिर से अस्पताल को ठिकाना बना रहे हैं। वहीं गाजा का कहना है कि अस्पताल में रुकने वाले सभी लोग शरणार्थी हैं, जो अपनी जान बचाने के लिए शरण लिए हुए हैं।
पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय के लोगों का पवित्र महीना रमजान शुरू हो गया है। रमजान में भी इजराइल और गाजा का युद्ध नहीं रुक रहा है। इसी क्रम में 24 घंटे में 67 फलस्तीनियों की मौत हो गई है।
गाजा में युद्ध पीड़ित फिलिस्तीनी नागरिकों को खाद्य, रशद और दवाओं की आपूर्ति के लिए हवाई मार्ग से सहायता पहुंचाने का पहला प्रयास विफल हो गया है। हवाई मार्ग से मदद पहुंचाने के दौरान पैराशूट हवा में नहीं खुलने से 5 लोगों की मौत हो गई। इससे गाजा में हड़कंप मच गया है। अभी तक ये साफ नहीं हो सका कि मृतक किस देश के थे।
इजराइल और हमास के युद्ध के बीच लेबनान की तरफ से भी इजराइल पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। इस बीच लेबनान की तरफ से इजराइल पर मिसाइल दागी गई है। इस हमले में एक भारतीय की मौत हो गई है, जबकि दो अन्य भारतीय घायल हैं।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया। उन्होंने फिलिस्तीनी लोगों के बीच अमानवीय स्थितियों और मानवीय आपदा को कम करने के लिए सहायता के प्रवाह को बढ़ाने के लिए इजराइल पर दबाव डाला।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इजरायली सेना पर राफाह में 10 और फिलिस्तीनियों की हत्या का आरोप लगाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार तंबू में शरण लिए लोगों पर इजरायली सेना ने हवाई हमला कर दिया। इसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले आइडीएफ पर गुरुवार को 115 फिलिस्तीनियों की हत्या का भी आरोप लग चुका है।
गाजा में बृहस्पतिवार को मारे गए 115 फिलिस्तीनियों और घायलों की हालत देखकर डॉक्टरों ने कड़वी सच्चाई बयां की है। डॉक्टरों के अनुसार लोगों को गोली मारी गई है। वहीं कुछ लोग कुचलने से भी घायल हुए हैं। जबकि इजरायली सेना लोगों पर गोलीबारी करने के आरोप को खारिज कर चुकी है।
कई महीनों से गाजा और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है। वहीं घायलों की सहायता के लिए अमेरिका हवाई मार्ग से मदद पहुंचाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
भारत ने गाजा में गुरुवार को मानवीय सहायता के इंतजार में खड़े 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। भारत ने गाजा में फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय मदद मुहैया कराने के समस्त प्रबंध किए जाने की अपील की है। इन मौतों पर संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली सेना की कड़ी निंदा की है।
गाजा में बीते 24 घंटे में 104 नागरिकों की मौत पर फिलिस्तीन भड़क उठा है। फिलिस्तीन ने इसे इजरायली सेना की ओर से किया गया नरसंहार बताया है। वहीं इजरायली सेना का इस मद में अलग दावा है। आइडीएफ का कहना है कि सहायता का इंतजार कर रहे लोगों की मौत कुचलने की वजह से हुई है।
गाजा में भूख से लोग बेहाल हो उठे हैं। संयुक्त राष्ट्र के दावे के अनुसार गाजा की 25 फीसदी से ज्यादा आबादी भुखमरी के कगार पर है। इससे हालात बेकाबू हो गए हैं। नतीजतन गाजा में राहत सामग्री पहुंचाने वाले ट्रकों को लूटा जा रहा है। लोग राहत सामग्रियों की लूट करने के लिए ट्रक पर गोलीबारी तक कर रहे हैं।
विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कहा कि अराजकता और हिंसा के कारण उसे उत्तरी गाजा में खाद्य पदार्थ की आपूर्ति को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा तीन सप्ताह पहले एक ट्रक पर हमला होने के बाद पहली बार खाद्य पदार्थ की आपूर्ति रोकी गई थी।
संपादक की पसंद