गाजा में इजरायली बंधकों की हत्या और आम नागरिकों की मौत से इजरायल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। लंबे समय बाद इजरायल ने साउथ गाजा से अपनी सेना हटा ली है। अब वहां सिर्फ एक टुकड़ी ही रह गई है। इधर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने मानवीयता के आधार पर युद्ध रोकने की अपील की।
गाजा में हमास आतंकियों ने एक और इजरायली बंधक की हत्या कर दी है। यह हत्या ऐसे वक्त में की गई है, जब आज अमेरिका के प्रयास से युद्ध विराम को लेकर वार्ता होनी है। माना जा रहा है कि हमास ने इजरायल पर बंधकों की रिहाई के लिए युद्ध विराम करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से ऐसा किया है। मगर इससे इजरायल बौखला गया है।
ब्रिटेन की संयुक्त राष्ट्र राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने कहा कि सहायता कर्मियों को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा: "इजरायल को युद्ध पीड़ितों की रक्षा के लिए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और भी बहुत कुछ करना चाहिए। ताकि वे तत्काल उन सभी को आवश्यक जीवनरक्षक मानवीय सहायता प्रदान कर सकें।"
गाजा में कुछ दिन पहले इजरायली एयरस्ट्राइक में मारे गए सहायताकर्मियों को लेकर बवाल मचा है। अमेरिका ने इस मामले में इजरायल को कड़ी चेतावनी देते हुए सहायताकर्मियों समेत आम फिलिस्तीनियों की मौत पर गहरी नाराजगी जताई थी। इसके साथ ही यह कृत्य जारी रखने पर इजरायल से रिश्ते टूटने की भी आशंका भी बढ़ गई थी।
इजराइल की सेना हमास के खिलाफ जंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का भी इस्तेमाल कर रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित टूल को 'लैवेंडर' कहा जाता है।
इजराइल ने हमास के साथ युद्ध के बीच बड़ कदम उठाया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने योजनाओं की घोषणा की है जिसमें गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाना भी शामिल है।
व्हाइट हाउस में होने वाले इफ्तार के निमंत्रण को अमेरिकी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अस्वीकार कर दिया है। अमेरिकी-मुस्लिम गाजा की घेराबंदी को लेकर इजराइल का समर्थन करने के लिए बाइडन से खफा हैं।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। ऐसे ही एक हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई है। सहायता कर्मियों की मौत को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दुखद बताया है।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। इन हमलों में सहायता कर्मियों की जान भी जा रही है। ऐसे ही एक हमले में सहायता कर्मियों और उनके फलस्तीनी वाहन चालक की मौत हो गई है।
इजराइली सेना ने अपने सैनिकों को गाजा के मुख्य अस्पताल से हटा लिया है। इजराइली सेना ने इसे युद्ध के सबसे सफल अभियान में से एक बताया है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में भीषण हवाई हमला किया है। इसमें कम से कम 2 फिलिस्तीनी पत्रकारों के मारे जाने की खबर है। हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह एयरस्ट्राइक अल-अक्सा हॉस्पिटल के पास एक टेंट पर की गई। वीडियो में टेंट में हमले के बाद आग लगी है और लोग बचाव करते देखे जा रहे हैं।
इजराइल और हमास के बीच जंग थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हमास ने नए युद्धविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। फिलहाल इजराइल रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है।
गाजा में रमजान के दौरान सीजफायर से जुड़े प्रस्ताव के पक्ष में 15 में से 14 सदस्यों ने वोट किया। वहीं, अमेरिका मतदान में शामिल नहीं हुआ जिस कारण ये प्रस्ताव पास हो गया।
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम को लेकर अब तक संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रयास विफल ही साबित हुए हैं। इस बीच तमाम चेतावनियों के बावजूद इजराइल रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है। इस लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने चिंता जाहिर की है।
गाजा में इजरायल ने बीते 24 घंटे में जबरदस्त हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में कम से कम 82 लोग मारे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार गत 5 माह के युद्ध में अब तक इजरायली हमले में गाजा में कुल 32 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
गाजा में तत्काल युद्ध विराम का एक और प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में खारिज हो गया है। यानि मतलब साफ है कि गाजा में युद्ध जारी रहेगा। अमेरिका की ओर से लाए गए इस प्रस्ताव को चीन और रूस ने वीटो करके गिरा दिया। इससे गाजा में युद्ध विराम की अमेरिकी कोशिश फिर से नाकाम हो गई।
इजराइल की सेना ने कहा है कि हमास के चरमपंथी एक बार फिर से अस्पताल को ठिकाना बना रहे हैं। वहीं गाजा का कहना है कि अस्पताल में रुकने वाले सभी लोग शरणार्थी हैं, जो अपनी जान बचाने के लिए शरण लिए हुए हैं।
पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय के लोगों का पवित्र महीना रमजान शुरू हो गया है। रमजान में भी इजराइल और गाजा का युद्ध नहीं रुक रहा है। इसी क्रम में 24 घंटे में 67 फलस्तीनियों की मौत हो गई है।
गाजा में युद्ध पीड़ित फिलिस्तीनी नागरिकों को खाद्य, रशद और दवाओं की आपूर्ति के लिए हवाई मार्ग से सहायता पहुंचाने का पहला प्रयास विफल हो गया है। हवाई मार्ग से मदद पहुंचाने के दौरान पैराशूट हवा में नहीं खुलने से 5 लोगों की मौत हो गई। इससे गाजा में हड़कंप मच गया है। अभी तक ये साफ नहीं हो सका कि मृतक किस देश के थे।
इजराइल और हमास के युद्ध के बीच लेबनान की तरफ से भी इजराइल पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। इस बीच लेबनान की तरफ से इजराइल पर मिसाइल दागी गई है। इस हमले में एक भारतीय की मौत हो गई है, जबकि दो अन्य भारतीय घायल हैं।
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