संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक में गाजा में संघर्षविराम का प्रस्ताव पारित हो गया है। भारत सहित 153 देशों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। जानिए गाजा में संघर्षविराम प्रस्ताव का किन देशों ने विरोध किया?
इजरायली सेना पहली बार गाजा हमले में एआइ तकनीकि का इस्तेमाल करने जा रही है। आइडीएफ ने कहा है कि वह गाजा में पहला एआइ हमला करने जा रही है। पहले टारगेट में 100 ठिकानों को तबाह किया जाएगा। इजरायली सेना के पलटवार में गाजा में अब तक 17 हजार 700 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
इजरायल-हमास के बीच भीषण जंग थमने का नाम नहीं ले रही ऐसे में गाजा में मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार गाजा में मरने वालों की संख्या 17 हजार 700 का आंकड़ा पार कर चुकी है। मृतकों में भारी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
गाजा पट्टी में तत्काल युद्ध विराम के प्रस्ताव पर अमेरिका एक बार फिर से इजरायल का साथ दिया है और वीटो कर प्रस्ताव को खारिज करा दिया। प्रस्वात के विरोध में इजरायल के साथ महज 13 देश ही थे।
इजरायल ने शुक्रवार को गाजा पर अब तक का सबसे भीषण और बड़ा हमला बोला है। आइडीएफ ने बीते 24 घंटों में गाजा के 450 ठिकानों को तबाह कर दिया है। हमास के अनुसार इजरायल के इस हमले में 350 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। नागिरकों की इसस मौत पर अमेरिका ने भी गहरी चिंता जाहिर की है।
सूडानी के कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ एक फोन कॉल के दौरान कहा कि बगदाद "इराकी क्षेत्र पर किसी भी हमले" को खारिज करता है, जिसके एक दिन बाद यह हमला हुआ।
गाजा में भारतीय मूल के एक सैनिक की मौत हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार गाजा में अब तक भारतीय मूल के कम से कम 4 सैनिकों की युद्ध के दौरान जान जा चुकी है। ये सभी इजरायल की ओर से हमास से जंग लड़ रहे थे।
इजराइल और हमास की जंग को गुरुवार को दो महीने पूरे हो गए। इसी बीच बुधवार को पहली बार हमास और इजराइल की सेना ने आमने सामने की जंग लड़ी। उधर, पहली बार अब जाकर संयुक्त् राष्ट्र की नींद खुली। यूएन महासचिव ने ये बड़ा कदम उठाया है।
हमास के साथ सीजफायर के खत्म होने के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक नई ताकत के साथ हमला करना शुरू कर दिया है और इसका असर खान यूनिस पर देखने को मिल रहा है।
इजरायली सेना को 30 वर्षों में 3 बार गच्चा देकर बच निकलने वाला उत्तरी गाजा का टॉप हमास कमांडर अब चौथी बार आइडीएफ के हमले में ढेर हो गया है। इस बार इजरायली सेना ने कोई गलती नहीं की। युद्ध विराम के बीच हमास के लिए यह सबसे हतोत्साहित करने वाली खबर है। हमास ने खुद अपने कमांडर के मारे जाने की पुष्टि की है।
हमास ने इजरायल पर युद्ध विराम समझौते की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए बंधकों की रिहाई कई घंटों तक टाले रखी, जिसके कारण तनावपूर्ण गतिरोध पैदा हो गया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता प्रयासों से इस गतिरोध को दूर कर दिया गया। युद्धविराम के पहले दिन हमास ने करीब 240 बंधकों में से 24 लोगों को रिहा किया था।
इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के दूसरे दिन हमास ने 13 इजरायलियों और 4 विदेशी बंधकों को रिहा किया। बदले में इजरायली सेना ने करीब 51 फिलिस्तीनियों को जेल से मुक्त किया। मगर हमास ने देर शाम तक इजरायली बंधकों की रिहाई को रोके रखा। इससे दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया था।
इजरायल और हमास के बीच बंधकों को मुक्त करने के समझौते के बाद रिहाई का सिलसिला शुक्रवार से शुरू हो गया है। वर्षों बाद इजरायल की जेलों से छूटकर आए नाबालिगों और महिलाओं को देखकर उनके परिवारजनों की आंखों भावुकता से भर आईं। रिहाई को परिवारों ने उत्सव के रूप में मनाया। रातभर आतिशबाजी भी की।
इजरायल-हमास के बीच 4 दिनों का युद्ध विराम लागू होने के बाद आइडीएफ ने बड़ा संदेश जारी किया है। इसके तहत गाजा में लोगों को दक्षिण की ओर ही रहने का निर्देश दिया गया है। उत्तर की ओर आने से पूरी तरह मनाही है। क्योंकि युद्ध अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
इजरायल-हमास के बीच आज से अल्पयुद्ध विराम लागू हो गया है। यह सुबह 7 बजे से प्रभावी हुआ है। इसके तहत हमास आज पहले दिन 13 इजरायली बंधकों को मुक्त करेगा। इसके बदले में इजरायल पहले दिन 39 फिलिस्तीनियों को कैदमुक्त करेगा। यह समझौता एक इजरायली के बदले 3 फिलिस्तीनी को छोड़ने के अनुपात पर तय हुआ है।
इजरायली सेना ने युद्ध विराम लागू होने से पहले हमास के एक बड़े कमांडर को मार गिराया है। मारा गया हमास आतंकी अमर अबू जलालाह नौसैनिक बलों का कमांडर था। वह समुद्री हमले करने में एक्सपर्ट था। आइडीएफ ने एक हवाई हमले में उसे ढेर कर दिया है।
इजरायली सेना को अल-शिफा अस्पताल के नीचे एक और बड़ी सुरंग मिली है। हमास आतंकियों ने यहां काफी हथियार भी छुपा रखे हैं। सुरंग की ड्रोन फूटेज को शेयर करते हुए इजरायली सेना ने कहा है कि वीडियो देखकर यह निर्विवाद रूप से सिद्ध होता है कि हमास आतंकी अस्पतालों को लॉन्चिंग पैड के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे।
इजरायल-हमास के बीच 4 दिवसीय युद्ध विराम होने के बादवजूद अभी तक बंधकों की रिहाई नहीं हो सकी है। एक इजरायली अधिकारी ने कहा है कि इसमें अभी शुक्रवार तक का वक्त लग सकता है। इजरायल हमास द्वारा बंधक बनाए गए अपने 50 लोगों की रिहाई के बदले 150 फिलिस्तीनियों को मुक्त करने पर सहमत हुआ है।
गाजा में हजारों महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों ने जो कृत्य किया, उसके जवाब में इजरायल ने भी निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिकों की हत्या करके युद्ध अपराध किया।
इस्लामिक और अरब देशों का भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कितना अधिक भरोसा है, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इन देशों के विदेश मंत्री इजरायल-हमास युद्ध के समाधान और मानवीय सहायता पर चर्चा करने के लिए जल्द दिल्ली आ रहे हैं।
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