हमास ने एक बार फिर इजरायल पर 7 अक्टूबर जैसा दूसरा बड़ा हमला करके प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के होश उड़ा दिए हैं। इससे जाहिर है कि हमास अभी खत्म नहीं हुआ है और वह इजरायल पर अभी भी बड़ा हमला करने में सक्षम है। हमास के हमले के बाद पूरे इजरायल में हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं।
ईरानी राष्ट्रपति के निधन के कुछ दिनों बाद अब ईरान समर्थित आतंकी समूह हिजबुल्लाह ने इजरायल को बड़ी चेतावनी दी है। हिजबुल्लाह चीफ ने कहा है कि आप हमसे कुछ आश्चर्यजनक घटना की उम्मीद कर सकते हैं। अब हिजबुल्लाह क्या कुछ खतरनाक करने वाला है, यह आने वाला वक्त बताएगा।
उत्तरी और मध्य गाजा पर शनिवार को भी इजरायली बमबारी जारी रही। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जबालिया और नुसीरात शहरों पर हुए हमलों में लोग मारे गए हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार युद्ध में 35,000 से अधिक फिलस्तीनी मारे गए हैं।
गाजा के रफाह में इजरायली हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को बड़ा आदेश दिया है। अदालत ने रफाह में फिलिस्तीनियों के जीवन को संकट में डालने वाले सैन्य अभियान को तुरंत रोकने के लिए इजरायल को निर्देशित किया है।
गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के सारे रास्ते बंद हो जाने के बाद अमेरिका ने अब इसकी भी काट खोज ली है। अमेरिका ने गाजा में इसके लिए अस्थाई पोतघाट तैयार किया है, जिसके जरिये संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीनियों को राहत सामग्री भेजना आरंभ कर दिया है।
इजरायली सेना ने हमास के खात्मे के लिए अब रफाह शहर के अंदर तक घुस गई है। बुधवार की पूरी रात इजरायली सेना बमबारी और गोलीबारी करती हुई शहर के अंदर तक टैंकों की गर्जना के साथ पहुंच गई। इस दौरान तमाम इमारतें ध्वस्त हो गई। हालांकि इस दौरान कितने लोग मारे गए, इस बारे में जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
इजराइल दक्षिणी शहर रफह में हमास के खिलाफ एक्शन मोड में है। इजराइल की ओर से जारी सैन्य अभियान के चलते संयुक्त राष्ट्र ने रफह में खाद्य सामग्री के वितरण पर रोक लगा दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि गाजा में जो हो रहा है वह नरसंहार नहीं है। उन्होंने इन दावों को खारिज कर दिया कि इजरायल गाजा में नरसंहार कर रहा है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में ताकतवर हवाई हमला किया है। इसमें 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब गाजा पर सरकार की पॉलिसी को लेकर आपस में ही मतभेद उभर आए हैं।
इजरायल के एक मंत्री ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को ही चेतावनी दे डाली है। मंत्री ने कहा कि गाजा में यदि नई योजना पर सरकार काम नहीं करती तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।
गाजा में मानवीय संकट गहरा गया है। लोगों के पास खाने और पीने की चीजें तक नहीं पहुंच रही हैं। इस बीच अमेरिका ने गाजा में राहत सामग्री की पहुंच बनानमे के लिए तैरते पोतघाट का निर्माण किया है।
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए कर्नल वैभव की संयुक्त राष्ट्र मिशन की ओर से गाजा में ड्यूटी करते वक्त मौत हो जाने पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी गहरा दुख जाहिर किया है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने भी इसके लिए शोक व्यक्त करने के साथ ही भारत से माफी मांगी थी।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र के मिशन के लिए काम कर रहे भारतीय सेना के एक पूर्व कर्नल की पिछले दिनों इजरायली हमले में मौत हो गई है। संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए भारत से माफी भी मांगी है। साथ ही अधिकारी की मौत पर गहरा शोक जताया है।
गाजा युद्ध मामले में जो बाइडेन ने अपने पूर्व फैसले से पलटी मार दी है। इजरायली सेना को रफाह पर हमले करने पर हथियारों की सप्लाई बंद करने की धमकी देने वाले बाइडेन प्रशासन ने अब 1 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक कीमत के हथियार तेल अवीव भेजन का फैसला लिया है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, गाजा के रफह शहर में हमले की चपेट में आने से संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाले एक भारतीय कर्मी की मौत हो गई।
इजरायली सेना ने रविवार और सोमवार को भी लेबनान पर हमले जारी रखा। वहीं हिजबुल्लाह ने भी रॉकेट हमले से जवाब दिया। हिजबुल्लाह चीफ नसरल्ला ने कहा कि उनका समूह "संख्या और गुणवत्ता में अपने संचालन को विकसित करना जारी रख रहा है"। वह इजरायलियों को घर नहीं लौटने देगा।
इजरायल ने अमेरिका के अनुरोध को ठुकराते हुए गाजा के दक्षिणी रफाह शहर पर भीषण हमला कर दिया है। इसमें कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रफाह पर हमला करने पर हथियार आपूर्ति नहीं करने की चेतावनी दी थी।
रफाह पर हमले के खिलाफ जो बाइडेन के कड़े रुख के बाद भी इजरायल अपनी जिद पर अड़ा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि हमास के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगी। उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि हमास के खिलाफ हमें अकेला लड़ना पड़ा तो भी हम तैयार हैं।
इजराइल की सेना हमास के आतंकियों के लिए काल बनी हुई है। जंग के वक्त में अब इजराइल की सेना ने बड़ा कदम उठाया है। इजराइल ने केरेम शालोम क्रॉसिंग को फिर से खोल दिया है।
रफाह पर नियंत्रण के बाद इजरायल ने कहाकि जिस संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हमास सहमत हुआ है, वह उसकी "मुख्य मांगों" को पूरा नहीं करता है। उसने हालांकि कहा कि वह बातचीत जारी रखने के लिए मिस्र में एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा। मिस्र के एक अधिकारी ने कहा कि हमास और कतर के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को काहिरा पहुंचे।
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