इजरायल-हमास युद्ध लगातार जारी है। इजरायली सेना गाजा पर जमीनी और हवाई अभियान चला रही है। भारी संख्या में हमास आतंकियों को इजरायल ने मार गिराया है। अब शिफा हॉस्पिटल में हमास के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है। इस बीच गाजा में सीजफायर के मुद्दे पर इजरायल को संयुक्त राष्ट्र में हार का सामना करना पड़ा है।
इजरायल की सेना को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा के MRI सेंटर में हथियारों का जखीरा मिला है और उसका कहना है कि हमास के आतंकियों का पूरा नेटवर्क इसी अस्पताल से संचालित होता रहा है।
इजरायल सेना ने शिफा हॉस्पिटल में हमास आतंकियों के खिलाफ अभियान को जारी रखा है। साथ ही हॉस्पिटल को खाली कराना भी शुरू कर दिया है। इजरायली सेना ने मानवीयता को भी ध्यान में रखते हुए मरीजों तक जरूरी दवाओं की आपूर्ति करना भी जारी रखा है। इस बीच इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास नागरिकों को ढाल बना रहा है।
गाजा का अल-शिफा अस्पताल आतंक का अड्डा बना हुआ है। हमास आतंकी अस्पताल के नीचे बनी सुरंगों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहे हैं। अस्पताल को 3 दिनों से इजरायली सेना ने घेर रखा है। मगर मरीजों की मौजूदगी के चलते सफाया अभियान चलाने में मुश्किल हो रही है। इजरायल ने आतंकियों को आत्मसर्पण करने को कहा है।
इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग की वजह से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,630 बच्चों और 3,130 महिलाओं तक पहुंच गई है। द स्पेक्टेटर इंडेक्स ने ये जानकारी दी है। इस जानकारी ने हड़कंप मचा दिया है।
गाजा में इजराइल लगातार ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। इस कारण गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के आसपास बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। यही नहीं, बिजली आपूर्ति प्रभावित होने से 3 नवजात शिशुओं सहित 7 लोगों की मौत हो गई है। हमास और इजराइल ने एकदूसरे पर आरोप लगाए हैं।
फ्रांस में भी इजराइल और हमास की जंग का बड़ा रिएक्शन देखने को मिल रहा है। फ्रांस में गाजा की जंग के बीच पौने दो लाख से भी ज्यादा प्रदर्शन किया। अकेले पेरिस में एक लाख लोगों ने मार्च निकाला। तस्वीरों में देखिए फ्रांस की सड़कों पर कैसे प्रदर्शनकारियों का सैलाब उमड़ पड़ा।
इजराइल और हमास की जंग में आखिरकार अमेरिका भी कूद गया। ईरान और सीरिया के हमलों के बाद अमेरिका ने इन दोनों देशों के आतंकी ठिकानों पर बड़ा हमला किया है। इससे मिडिल ईस्ट में तनाव और बढ़ गया है।
इजरायल-हमास युद्ध की यह त्रासदी आपकी आंखों में खून के आंसू निकाल देगी। गाजा पर लगातार बरस रहे बमों और मिसाइलों के खौफ में 40 से ज्यादा बच्चों की प्री-मेच्योर डिलीवरी करनी पड़ गई। मगर विडंबना ऐसी कि अस्पताल में बिजली और ईंधन नहीं है। लिहाजा अब 37 बच्चों के सिर मौत का खतरा मंडराने लगा है।
इजरायल-हमास युद्ध में हिजबुल्लाह आतंकी संगठन नए किस्म के हथियारों से इजरायल पर हमले कर रहा है। हिजबुल्लाह हमास और गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ है। हिजबुल्लाह की ओर से पहले गाजा में इजरायली हमले रोकने की चेतावनी दी गई थी। मगर इजरायली हमले जारी रहने के बाद वह भी जंग में कूद गया।
गाजा में युद्ध विराम की मांग कर रहे अंतरराष्ट्रीय नेताओं को इजरायली प्रधानमंत्री ने फिर से जवाब दिया है। नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में युद्ध विराम संभव नहीं है। हमास के खात्मे तक गाजा में इजरायली सेना का ऑपरेशन जारी रहेगा। बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने अब भी 240 लोगों को बंधक बना रखा है, पहले उनकी रिहाई करे।
इजरायल-गाजा युद्ध के बीच आतंकी संगठन हिजबुल्ला के नेता नसरअल्लाह ने अपना दूसरा भाषण जारी किया था। इसमें उसने इजरायल को लेबनान में उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी थी। अब इजरायल ने इसका जवाब दिया है।
इजरायल के सैनिकों ने गाजा के मुख्य अस्पताल की घेराबंदी कर दी है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल के जनरेटर का ईंधन खत्म हो गया है। अस्पताल प्रशासन ने पांच मरीजों की मौत की पुष्टि की है।
इजरायली सेना के हमले में हमास का एक बड़ा कमांडर मारा गया है। इस आतंकी ने गाजा के एक अस्पताल में 1000 गाजा निवासियों को बंधक बना रखा था। आइडीएफ और आइएसए ने खुफिया सूचना के आधार पर हमास के इस कमांडर को जमीनी और हवाई हमले में ढेर कर दिया।
गाजा पर हो रहे इजरायली हमले के खिलाफ पहली बार एक शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है। हालांकि इस शिखर सम्मेलन में ईरान और सऊदी अरब ही शामिल हो रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने गाजा में संघर्ष विराम नहीं होने देने कि लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है। ईरान इस वक्त सऊदी से अपने रिश्ते सामान्य करने में जुटा है।
इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में हमास के प्रमुख ठिकानों पर नियंत्रण पा लिया है। सेना ने सबसे पहले हमास के भूमिगत ठिकानों, लॉचिंग स्टेशनों और युद्ध भंडारों को हवाई हमले से उड़ा दिया। इस दौरान 150 आतंकवादी भी मारे गए। इसके बाद इजरायली थल सेना ने हमास के ठिकानों पर उत्तरी गाजा में नियंत्रण पा लिया।
गाजा में बमों और मिसाइलों की बारिश ने शहर को खंडहर बना दिया है। शरणार्थियों की जिंदगी नर्क बन चुकी है। शरणार्थी शिविरों को भी बम और मिसाइलें नहीं बख्श रही।। इजरायली हमले में सैकड़ों शरणार्थी भी मारे जा चुके हैं। मगर इन सबके बीच रोटी और पानी की जंग सबसे बड़ी हो चुकी है।
हमास से जंग के बीच इजराइल पर पहली बार हवाई हमला हुआ है। यह हमला फिलिस्तीन या हमास की ओर से नहीं, बल्कि अन्य देश से हुआ है। जानकारी के अनुसार 3 फाइटर जेट इजराइल की सीमा में घुस आए। इसके बाद जानिए क्या हुआ?
गाजा में इजराइल के भीषण हमले जारी हैं। इजराइली सेना लगातार गाजा पर हमले कर रही है। इसी बीच फिलिस्तीन का कहना है कि शिफा अस्पताल में शरण लिए हुए हजारों लोग हमलों के बाद भाग चुके हैं। लोगों में हमलों का काफी खौफ है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इसी बीच बलिदानी बेटे की यादों को जिंदा रखने और वंश आगे बढ़ाने के लिए इजराइल में अब बलिदान देने वाले सैनिकों के स्पर्म को सुरक्षित रखा जाएगा।
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