विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कहा कि अराजकता और हिंसा के कारण उसे उत्तरी गाजा में खाद्य पदार्थ की आपूर्ति को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा तीन सप्ताह पहले एक ट्रक पर हमला होने के बाद पहली बार खाद्य पदार्थ की आपूर्ति रोकी गई थी।
हमा आतंकियों का दिल आखिरकार इजरायली बंधकों पर अचानक कैसे पसीज गया। जो आतंकी बंधकों को प्रताड़ना की हद पार करते आ रहे थे, आखिर वही अचानक अब दवा कैसे पहुंचाने लगे। यह सब कैसे संभव हो पाया। इस खबर में पढ़िये। आखिर कतर ने कैसे हमास आतंकियों को इसके लिए राजी किया?
गाजा में मानवीय युद्धविराम को लेकर अरब देशों के समर्थन वाले संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो कर दिया है जिसके बाद क्षेत्र में सीजफायर की उम्मीद फिलहाल खत्म हो गई है।
इजरायली सेना के भीषण हवाई हमले ने गाजा में फिर से कोहराम मचा दिया है। रात भर हुए भयानक मिसाइल हमले में कम से कम 18 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जिनमें से काफी लोगों की हालत गंभीर बनी है। इजरायल-हमास युद्ध को चार महीने होने को हैं। मगर जंग थम नहीं रही।
इजरायल-हमास युद्ध के चार महीने होने को हैं, लेकिन अभी तक इसे रोका नहीं जा सका है। गाजा में लगातार हो रही आम नागरिकों की मौत को रोकने के लिए युद्ध विराम का प्रयास सफल नहीं हो सका है। इस बार कतर की मध्यस्थता भी गाजा में युद्ध विराम नहीं करवा सकी है। नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि हमले नहीं रुकेंगे।
इजराइल और हमास में जारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी है। जानिए क्या है पूरा मामला?
इजराइली सैनिकों ने गाजा के मुख्य अस्पताल पर फिर से धावा बोल दिया। इससे अस्पताल में अफरातफरी मच गई। अस्पताल पर दनादन गोले भी बरसाए गए। इसकी चपेट में आने से 1 मरीज की मौत हो गई। जबकि 6 मरीज घायल हो गए।
इजराइल की मुसीबत सिर्फ हमास ही नहीं, बल्कि हिजबुल्लाह संगठन भी है। एक ओर इजराइल गाजा में हमास के साथ जंग लड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर लेबनान से हिजबुल्लाह भी लगातार इजराइल पर हमले कर रहा है। हिजबुल्लाह संगठन ने 11 रॉकेट दागे। इस पर इजराइल ने पलटवार कर हवाई हमले किए।
इज़राइल की सेना ने कहा कि उसने छापेमारी के बाद क्षेत्र में हवाई हमले भी किए और वहां रखे गए दो बंधकों को मुक्त कराया।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी के मुख्यालय के नीचे हमास आतंकियों की सुरंग मिलने से खलबली मच गई है। इजरायली सेना ने यह सुरंग खोजने का दावा किया है। इजरायली सेना का कहना है कि हमास के आतंकी इन्हीं सुरंगों के जरिये बिजली आपूर्ति करते थे। हालांकि यूएन एजेंसी ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी।
गाजा पट्टी के राफा में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 13 लोग मारे गए। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई को अविश्वसनीय बताया।
इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा शहर में फिर ताबड़तोड़ हवाई हमला किया है। इसमें कम से कम 13 लोग मारे गए हैं। गाजा में मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच फिर से गाजा में युद्ध विराम की मांग उठने लगी है। मगर पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध विराम को इनकार कर दिया है।
ब्रिटेन के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि उनका देश गाजा में युद्धविराम के बाद फिलिस्तीन को आधिकारिक तौर पर एक देश के रूप में मान्यता दे सकता है।
अमेरिका ने इजराइल के विरोध में और फिलिस्तीन के पक्ष में एक नया आदेश दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यहूदियों पर एक्शन लेने का आदेश दे डाला है। इन यहूदियों पर वेस्ट बैंक में हिंसा, आगजन की वारदातें करने का आरोप है। जानिए अमेरिका ने ऐसा क्यों किया?
इजराइल और हमास में जंग के बीच सुरंगों में छिपे संभावित हमास के लड़ाकों को बाहर निकालने के लिए इजराइल ने नया प्लान बनाया है। इसके तहत इजराइल इन सुरंगों में पानी डाल रहा है।
इजरायल संघर्ष विराम के लिए हमास की दोनों प्रमुख मांगे मानने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि जब तक वे अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर लेंगे तक गाजा से सेना नहीं हटेगी।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने गाजा युद्ध मामले में दक्षिण अफ्रीका की ओर से इजरायल पर लगाए गए आरोपों को सही पाया है। दक्षिण अफ्रीका ने गाजा में फिलिस्तीनियों की मौतों को नरसंहार बताया था। आइसीजे ने भी माना है कि इजरायली फौज ने गाजा में नरसंहार किया है। दक्षिण अफ्रीका ने इस फैसले के बाद कहा कि हम आइसीजे में सही साबित हुए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का आरोप है कि इजरायल के सैनिकों ने बांटी जा रही राहत सामग्री को लेने के लिए खड़े लोगों पर गोलीबारी की जिसमें कई लोग मारे गए हैं।
इजराइल और हमास में संघर्ष के चलते गाजा के दूसरे सबसे बड़े शहर खान यूनिस में लोगों की फजीहत बढ़ गई है। खासकर अस्पताल में डॉक्टर्स सहित हजारों लोग फंसे हुए हैं। क्योंकि सड़कों पर निकलने का मतलब है मौत।
इजरायल ने हमास के हमले में हाल में हुई अपने 21 सैनिकों की मौत के बाद युद्ध विराम और बातचीत के सारे विकल्पों को खारिज कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले से अधिक आक्रामक हो गए हैं। इससे संयुक्त राष्ट्र भी चिंतित हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने इससे दुनिया में आशांति बढ़ने का अंदेशा जताया है।
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