इजरायली सेना ने गाजा पर बीते 24 घंटे में हमलों को तेज कर दिया है। इस दौरान कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई है। जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। वहीं लेबनान में बीते 24 घंटे में कम से कम 33 लोग मारे गए हैं।
गाजा में मानवीय सहायता को लेकर संगठनों ने इजरायल पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इजरायल गाजा में मानवीय सहायता पहुंचने देने में विफल रहा है।
उत्तरी गाजा में इजरायली सेना के हवाई हमले में कम से कम 32 लोगों के मारे जाने की आशंका जाहिर की गई है। फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार जिस शिविर पर हमला हुआ, वहां और अस्पताल में दर्जनों शव पड़े हैं।
बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल पर हमला करने वाले फिलिस्तीनियों के परिवारजनों को निर्वासित करने का कानून पारित किया है। इन्हें इजरायल से हटाकर गाजा और अन्य जगहों पर निर्वासित किया जाएगा।
गाजा पर इजरायल की सेना ने बीती रात बमों और मिसाइलों की भीषण बारिश कर दी। इसमें गए 47 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शाामिल हैं।
इजरायल ने उत्तरी गाजा में फिर भीषण हमला किया है। इस हमले में कम से कम 22 लोग मारे गए हैं। वहीं ईरान ने अब गाजा समेत लेबनान में युद्ध विराम घोषित किए जाने की मांग की है।
इजरायली सेना के हमले में गाजा के शरणार्थी शिविर में 16 लोग मारे गए हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ, जब काफी संख्या में लोग एक स्कूल में बने शिविर में शरण ले रखे थे।
हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर अपने हमलों को तेज कर दिया है। गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर जबालिया में बीते 24 घंटे में 93 लोगों की इजरायली हमले में मौत हुई है।
हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद उत्तरी गाजा के जबालिया क्षेत्र में इजरायली सेना ने अपने जमीनी अभियान को और तेज कर दिया है। शुक्रवार को इजरायल ने सैनिकों की एक और टुकड़ी भेजी है। जबालिया वासियों का कहना है कि इजरायली टैंक बमबारी करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
गाजा पट्टी में इजरायली सेना के हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला एक स्कूल पर हुआ है। इजरायली सेना को यहां हमास आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली थी।
इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा पर एक साथ कई घातक हवाई हमले किए। इसमें अलग-अलग स्थानों पर हुए हमलों में कुल 36 लोग मारे गए। जबकि कई दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है। मरने वालों में एक ही परिवार के 11 लोग शामिल हैं। इनमें 2 बच्चों की भी मौत हो गई है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इजराइल ने गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के अमेरिका समर्थित प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
दक्षिणी गाजा में लंबे समय बाद इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा की है। हालांकि यह अल्प विराम होगा। इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा ऐसे वक्त में की है, जब दक्षिणी गाजा में हमास के हमले में उसके 8 सैनिक शहीद हो गए हैं। सेना ने कहा कि मानवीय सहायता को रास्ता देने के लिए विराम किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में बच्चों की हत्या के लिए इजरायल के साथ ही साथ हमास को भी जिम्मेदार माना है। ऐसे में इजरायल और हमास दोनों को ही काली सूची में डालने का फैसला किया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने बच्चों के खिलाफ हुए अपराध की सजा देने के लिए यह कदम उठाया है।
इजरायल की सेना ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए चार और लोगों की मौत होने की पुष्टि की है, जिनमें तीन बुजुर्ग शामिल हैं।
गाजा में अमेरिका के युद्ध विराम प्रस्ताव को इजरायल ने स्वीकार कर लिया है। इसे फिलिस्तीनियों के लिए बहुत बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। इस मसौदे में इजरायली बंधकों की रिहाई, इजरायली सैनिकों की गाजा से चरणों में सैन्य वापसी और फिलिस्तीनियों का पुनर्वास और मदद शामिल है।
इजरायली सेना ने हमास के खात्मे के लिए अब रफाह शहर के अंदर तक घुस गई है। बुधवार की पूरी रात इजरायली सेना बमबारी और गोलीबारी करती हुई शहर के अंदर तक टैंकों की गर्जना के साथ पहुंच गई। इस दौरान तमाम इमारतें ध्वस्त हो गई। हालांकि इस दौरान कितने लोग मारे गए, इस बारे में जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि गाजा में जो हो रहा है वह नरसंहार नहीं है। उन्होंने इन दावों को खारिज कर दिया कि इजरायल गाजा में नरसंहार कर रहा है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में ताकतवर हवाई हमला किया है। इसमें 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब गाजा पर सरकार की पॉलिसी को लेकर आपस में ही मतभेद उभर आए हैं।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र के मिशन के लिए काम कर रहे भारतीय सेना के एक पूर्व कर्नल की पिछले दिनों इजरायली हमले में मौत हो गई है। संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए भारत से माफी भी मांगी है। साथ ही अधिकारी की मौत पर गहरा शोक जताया है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़