बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तिब्बत के आध्यात्मिक धर्म गुरु दलाई लामा से गया के बौद्ध मठ में मुलाकात की।
गेहलौर सहायक थाना के प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए मगध मेडिकल कलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों ने सभी घायलों को खतरे से बाहर बताया है।
इस केंद्र के सभी बच्चों को एक अन्य आश्रम में रखा गया है। पीड़ित बच्चों में अधिकांश बच्चे असम के रहने वाले हैं, जिन्हें शिक्षा-दीक्षा के लिए यहां भेजा गया था। पीड़ित बच्चों के अभिभावकों के बुधवार को यहां पहुंचने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ।
आरोप है कि जमुनी देवी ने अपनी पति की हत्याकर अपने प्रेमी के साथ मिलकर शव को घर के ही एक कमरे में ही दफना दिया और वहीं सोने लगी। चूंकि शव अधिक गहराई पर नहीं दफन था इसलिए तीन-चार दिनों के बाद दुर्गंध आने लगी।
बिहार के गया में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से जबरदस्ती मिलने और तस्वीर खिंचवाने के लिए बाध्य करने वाले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेताओं पर मामला दर्ज किया है।
एनआईए के विशेष लोक अभियोजक ललन प्रसाद ने बताया कि अदालत ने उमेर सिद्दिकी, अजहरूद्दीन कुरैशी, हैदर अली, मुजीबुल्लाह अंसारी और इम्तियाज अंसारी को बोध गया में श्रृंखलाबद्ध विस्फोट के मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई है। इसके अलावा इन सभी पर 40-40 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है।
भोजन के नमूने को जांच के लिए भेजा जा रहा है। घटना के बाद चिकित्सकों की टीम गांव में भी कैंप कर रही है...
बम की ख़बर मिलते ही मंदिर में तैनात सुरक्षा बलों के होश उड़ गए क्योंकि 2 जनवरी से दलाई लामा बोधगया में ही हैं और वो कालचक्र पूजा के बाद धम्म पूजा कर रहे हैं।
बिहार के नक्सल प्रभावित गया ज़िले के आमस थाना क्षेत्र में हथियारबंद नक्सलियों ने सोमवार देर रात एक सोलर पावर प्लांट को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया और एक भवन में आग लगा दी।
आदित्य सचदेवा मर्डर केस में दोषी रॉकी यादव समेत तीन दोषियों को गया की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है जबकि रॉकी यादव के पिता बिंदी यादव को 5 साल कैद की सजा सुनाई गई है।
बिहार के नक्सल प्रभावित गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र में रविवार की देर रात नक्सलियों ने विस्फोटक लगाकर एक सामुदायिक भवन को उड़ा दिया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
हिंदू धर्म में पितरों की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए गया में पिंडदान को एक अहम कर्मकांड माना जाता है। बिहार का गया इसके लिए सवरेतम स्थान माना गया है। इस वर्ष (छह से 20 सितंबर) के बीच गया में पितृपक्ष मेला लगने जा रहा है। इस मेले में आने वाले देश
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