अफरीदी ने एक बार फिर अपने बयान का समर्थन किया है और युवराज, हरभजन व गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों को मजबूर बताया है।
दिलीप वेंगसरकर ने गौतम गंभीर को एक अंटररेटिड खिलाड़ी बताते हुए कहा कि वह अपने गुस्से और इमोशन पर कंट्रोल नहीं रख पाने के कारण टीम में अपनी जगह नहीं सुरक्षित रख पाए थे।
बांगर ने कहा,"हो सकता है कि जो खिलाड़ी उच्च स्तर पर खेले हैं वो इस बात को शायद न समझ पाएं कि एक औसत काबिलियत वाला खिलाड़ी किस स्थिति से गुजरता है।"
उन्होंने कहा,‘‘वह आपको यह नहीं सिखायेगा कि लैप शॉट कैसे खेलना है या रिवर्स लैप कैसे लगाना है। दुनिया का कोई कोच यह नहीं कर सकता।’’
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि कि सलाइवा ( लार ) का उपयोग प्रतिबंधित करना खेल के संतुलन को और बिगाड़ देगा जो पहले से ही बल्लेबाजी की तरफ झुका हुआ है।
भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने शाहिद अफरीदी को उनके विवादित बयान पर सलाह देते हुए कहा कि कश्मीर को भूल जाइए और बेहतर होगा कि आप अपने देश के लिए कुछ अच्छा करें।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। इसके कुछ देर बाद ही भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा सांसद गौतम गंभीर ने शाहिद अफरीदी को करारा जवाब दिया।
हरभजन सिंह ने कहा "शाहिद अफरीदी ने जो हमारे देश और प्रधानमंत्री के बारे में कहा वो काफी निराश करने वाला था। यह स्वीकार नहीं किया जाएगा।"
गंभीर ने कहा 'अफरीदी, इमरान और बाजवा जैसे जोकर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ जहर ही उगल सकते हैं जिससे पाकिस्तान के लोगों का बेवकूफ बनाते रहें।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले की टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने प्रशंसा की है और कहा भारतवासियों से एक साथ आगे बढ़ने की अपील की है।
गंभीर ने कहा ‘‘पिछली बार विश्व कप के संयुक्त विजेता होने चाहिए थे। न्यूजीलैंड को विश्व चैंपियन का तमगा मिलना चाहिए था लेकिन यह दुर्भाग्यशाली था।’’
उन्होंने आगे कहा "धोनी को आउट दे दिया गया था और उन्हें लगा था कि वह आउट नहीं हैं। उन्होंने अपना बल्ला फेंका और ड्रेसिंग रूम की तरफ चले गए और फिर प्रेक्टिस के लिए देर से आए।"
गौतम गंभीर का मानना है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और कोरोनावायरस संकट के बीच उसे एक राजनेता की भूमिका निभाने की जरूरत है।
गंभीर ने कहा 'मेरी नजर में भारतीय टीम को नंबर वन होना चाहिए था लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया... मुझे यह बात समझ नहीं आती कि आखिर किस आधार पर ऑस्ट्रेलिया को नंबर वन रैंकिंग दी गई है?'
ब्रेट ली ने हाल ही में टी20 मैचों को चार पारियों में बांटने का सूझाव दिया था। जिस पर टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने तीखा प्रहार किया है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर का मानना है कि डीआरएस अगर पहले आ गया होता तो भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले टेस्ट क्रिकेट में 900 से ज्यादा विकेट झटक लेते।
गंभीर ने तीसरे और चौथे नंबर पर राहुल द्रविड और सचिन तेंदुलकर को चुना है, वहीं पांचवे और छठे नंबर पर उन्होंने विराट कोहली और कपिल देव को जगह दी है।
गंभीर ने आगे कहा "आप सिलेक्शन कमिटी और टीम मैनेजमेंट के बारे में बात करेंगे, लेकिन आप पर आपके कप्तान का सपोर्ट नहीं है तो सब बेकार है। कप्तान के हाथों में सब कुछ होता है।"
मैदान पर खिलाड़ियों के साथ उलझने के अलावा अकमल के लिए भारत के खिलाफ करांची टेस्ट में खेली गई 133 रनों की पारी भी यादगार है।
गंभीर ने ट्वीट कर कहा, 'दो हजार राशन कूपनों के लिये शुक्रिया अरविंद केजरीवाल जी, लेकिन मेरे कार्यकर्ताओं के पास जरूरत के अनुसार वितरित करने के लिये पर्याप्त खाद्य सामग्री है।
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