कंपनी के डायरेक्टर को बिना कोर्ट की अनुमति देश न छोड़ने के आदेश
सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल इंडिया लिमिटेड का गैस उत्पादन भी 10 प्रतिशत घटकर 20.20 करोड़ घनमीटर रह गया।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में रोहा तालुका के धाटाव औद्योगिक क्षेत्र में 21 मई की शाम डायकेम कंपनी में जहरीली गैस का रिसाव हुआ जिसकी वजह से 20 कामगारों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है।
विशाखापट्टनम के जिला फायर ऑफिसर संदीप आनंद के मुताबिक, जिस टैंकर से स्टीरीन गैस लीक हुई थी, उसी से फिर से गैर का रिसाव हो रहा है। फायर ब्रिगेड की 50 से ज्यादा टीमें मौजूद हैं और एनडीआरएफ की मदद से ऑपरेशन जारी है।
पीएम मोदी ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में स्थिति का जायजा लिया जहां एक रासायनिक संयंत्र से गैस रिसाव से 11 लोग मारे गए, और राज्य के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
एक जीवित व्यक्ति ने कहा कि उसे और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को तीखी गंध महसूस हुई। उन्हें धुआं भी नजर आ रहा था।
केंद्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक रसायन फैक्टरी में गैस रिसाव होने के बाद वहां एनडीआरएफ के सीबीआरएन (रसायन, जैविक, रेडियोधर्मी और परमाणु) विशेषज्ञों की एक टीम और मेडिकल विशेषज्ञ भेजे जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में पुसौर के तेतला गांव स्थित एक पेपर मिल की क्लोरीन टंकी की सफाई के दौरान जहरीली गैस निकलने से 3 मजदूर सहित 5 लोग प्रभावित हो गए जिनको तत्काल रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल में लाया गया।
पुसौर के तेतला गांव स्थित एक पेपर मिल की क्लोरीन टंकी की सफाई के दौरान जहरीली गैस निकलने से 3 मजदूर सहित 5 लोग प्रभावित हो गए जिनको तत्काल रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल में लाया गया। जहां 3 मजदूरों की हालत नाजुक है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापट्टनम की फैक्ट्री में गैस रिसाव के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि मरने वालों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
प्रधान ने बताया कि रात ढाई बजे गैस रिसाव की सूचना मिली थी, स्थानीय लोगों ने प्रासाशन से शिकायत की थी कि गैस रिसाव की वजह से बेचैनी हो रही है।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार तड़के एक केमिकल प्लांट से हुए गैस रिसाव के चलते 7 लोगों की मौत हो गई एवं सैकड़ों अन्य बीमार पड़ गए।
गैस लीक की यह घटना विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम में स्थित एलजी पॉलिमर्स में हुई। जानें क्या है ये गैस और गैस लीक होने पर क्या करना चाहिए ताकि जान बची रहे।
विशाखापत्तनम में जहरीली गैस के रिसाव की इस घटना ने करीब 36 साल पहले हुई ऐसी ही एक दुर्घटना की यादें ताजा कर दीं। भोपाल के इस हादसे में 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
स्टीरीन गैस ऑक्सीजन के साथ आसानी से घुलने वाली गैस है। इसके संपर्क में आने से फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है, आंखों में तेज जलन, सीने में तकलीफ की शिकायत, दिमाग और रीड़ की हड्डियों पर असर पड़ता है, ज्यादा समय के लिए शरीर में गैस रहे तो लीवर पर भी प्रभाव पड़ता है।
ग्रेटर विशाखात्तनम नगर निगम ने रासायनिक संयंत्र के आसपास के लोगों से घरों में ही रहने और अपने मुंह तथा नाक को कवर के लिए गीले कपड़े का इस्तेमाल करने को कहा है। इस संयंत्र से आज तड़के गैस का रिसाव हुआ है।
एलजी केमीकल ने 1997 में इसका 100 प्रतिशत अधिग्रहण कर लिया और हिंदुस्तान पॉलीमर्स का नाम बदलकर एलजी पॉलीमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एलजीपीआई) कर दिया गया।
राज्य के आईटी एवं उद्योग मंत्री एम गौतम रेड्डी ने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कहा कि विशाखापत्तनम में उद्योग विभाग में महाप्रबंधक के कार्यालय में एक हेल्पडेस्क बनाया गया है।
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में दक्षिण कोरिया की कंपनी एलजी के पॉलिमर प्लांट में रासायनिक गैस लीकेज की सूचना मिली है।
हजारीबाग। झारखंड के प्रमुख शहर हजारीबाग में गैस लीक होने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं 22 अन्य लागों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है, जिसमें में 15 बच्चे शामिल हैं।
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