गरुड़ पुराण में जीवन के जन्म और मृत्यु के अटल सत्य को बताया गया है। इस पुराण में नरक लोक की यातनाओं और उनसे बचने के बारे में भी बातें लिखी हुई हैं। यदि परिवार में किसी की अकाल मृत्यु हो गई है तो उसकी शांति के लिए ये एक पूजा करना बेहद जरूरी होता है। आइए जानते हैं आखिर वो कौन सी पूजा है।
गरुड़ पुराण में जीवन के जन्म से लेकर मरण तक काफी सारी बातों के बारे में बताया गया है। आखिर जब कोई प्राणी शरीर त्यागता है। तो उसकी आत्मा यमलोक में किस द्वार से प्रवेश करती है और वहां कितने द्वार हैं आज हम इस विषय में जो बाते गरुड़ पुराण में लिखी हैं उसी के अनुसार आपको यह बताने जा रहे हैं।
हिंदू धर्म की 18 पुराणों में से एक गरुण पुराण है। उसमें नरक और स्वर्ग लोक के बारे में काफी सारी बातें लिखी हुई हैं। उसमें यहां तक ये भी लिखा है कि नरक और स्वर्ग लोक से आए हुए लोगों की आखिर क्या पहचान होती है।
शरीर त्यागने के बाद जीवात्मा अपने कर्मों के अनुसार स्वर्ग और नरक लोक जाती हैं। आज हम आपको गरुण पुराण में बताई गई वैतरणी नदी के बारे में बताने जा रहे हैं। वैतरणी नदी यमपुरी के मार्ग में पड़ने वाली एक नरकगामी नदी है जिसकी यातनाएं बहुत भयानक बताई गई हैं।
गरुण पुराण मृत्यु के बाद नए जीवन की परिकल्पना पर आधारित है। इसमें कर्म के अनुसार फलों की व्याख्या की गई है।
गरुड़ पुराण मृत्यु से लेकर उसके बाद के कर्मों के साथ जीवन के जरूरी बातों का वर्णन मिलता है। जानिए ऐसे कुछ कामों के बारे में जिन्हें कभी भी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए।
इस पुराण में बताया गया है कि किन लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह आने वाले समय पर खतरनाक साबित हो सकता है।
गरुड़ पुराण में हमारे जीवन को लेकर कई गूढ़ बातें बताई गई है जिनके बारे में व्यक्ति को जरूर जानना चाहिए।
गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बातें बताई गई है, जिनके अनुसार आपके द्वारा किए गए कुछ कार्यों से मां लक्ष्मी अप्रसन्न हो सकती हैं।
कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए जिससे घर पर शांति बनी रहें। इसके साथ ही पति-पत्नी के बीच दरार का कारण बन सकता है।
गरुड़ पुराण के आचार संहिता के नीतिसार में कुछ ऐसी बाते बताई गई है जिन्हें रोजाना करना चाहिए। इन 5 के बिना आपका पूरा दिन अधूरा माना जाता है।
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