एलएसी पर चीन से तनातनी के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक लेह पहुंचकर ड्रैगन को डायरेक्ट मैसेज दिया। पीएम मोदी ने बॉर्डर पर तनाव के बीच आज फॉरवर्ड लोकेशन्स का दौरा किया।
एलएसी पर भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच, पीएम मोदी सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ लेह पहुंचे। उन्हें पूर्वी लद्दाख में वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी।
एलएसी पर भारत और चीन की तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अचानक लद्दाख दौरे पर पहुंचे। पीएम मोदी के लेह जाने के बारे में कुछ ही लोगों को पता थी।
एलएसी पर जारी तनाव के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS जनरल बिपिन रावत आज जवानों के बीच होंगे। आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ लेह के दौरे पर जाएंगे और सरहद पर तैनात अधिकारियों के साथ सुरक्षा स्थिति का जायजा लेंगे।
यांग जिलानी के दावे पर अभी तक चीन के सरकारी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने भी कुछ नहीं लिखा है लेकिन गलवान घाटी में चीनी सेना को भयंकर नुकसान हुआ है ये तो तय है।
चाइनीज़ सोशल मीडिया पर एक तस्वीर आग की तरह वायरल हो रही है। चीनी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर गलवान घाटी की है जहां भारत की पांच पोजिशन दिखाई जा रही है। इस बीच चीन का सरकारी मीडिया का भी सुर बदल गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार (3जुलाई) की सुबह आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवणे के साथ लेह जाएंगे।
याचिका में न्यायालय से अनुरोध किया गया है कि केन्द्र और अन्य को उन सहमति पत्रों को निरस्त करने का निर्देश दिया जाये जिन पर चीन की कंपनियों के साथ हस्ताक्षर किये गये हैं।
एलएसी पर तनाव कम करने के लिए भारत-चीन के बीच कमांडर लेवल की कल यानी मंगलवार को मैराथन बैठक हुई। दोनों देशों के बीच ये बैठक करीब 12 घंटे तक चली। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच गलवान घाटी में सहमित बनने की उम्मीद है।
यह वार्ता महत्वपूर्ण है क्योंकि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पूर्वी लद्दाख में गतिरोध पर आगे कोई प्रगति नहीं हुई है।
इस महीने में ये तीसरा मौका है जब दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत हो रही है। खास बात ये है कि ये बैठक भारतीय क्षेत्र चुशूल में आयोजित की जा रही है। अब तक की पिछली दो बैठकें चीनी पक्ष में मोल्डो में हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर देश को संबोधित करेंगे। आज शाम 4 बजे पीएम मोदी राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे। प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे इस पर केवल देश ही नहीं, विदेशियों की भी नजरें टिकी है।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तल्ख सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में भारतीय नौसेना ने अपने निगरानी अभियानों में वृद्धि करते हुए हिंद महासागर क्षेत्र में परिचालन तैनाती को बढ़ा दिया है।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में जारी तनाव के बीच दोनों देशों में कोर कमांडर लेवल की मीटिंग कल मंगलवार (30 जून) को सुबह साढ़े दस बजे चुशूल के सामने मॉलडो में होगी।
चीन से एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप 27 जुलाई को मिलने जा रही है। बताया जा रहा है कि 4 से 6 राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर पहुंच जाएंगे।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प कैसे शुरू हुई, आखिर कैसे 10-10 चीनी सैनिकों पर भारत का एक-एक जांबाज भारी पड़ा। उसकी इनसाइड स्टोरी बताया पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लंबे वक्त से चले आ रहे मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए चीन को कड़े शब्दों में संदेश दिया कि भारत दोस्ती ही नहीं आंख में आंख डालकर चुनौती देना भी जानता है।
गलवान में मुंह की खाने के बाद भी चीन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। चीन ने इस वक्त Pangong Lake पर अपनी आखें गड़ा दी हैं। इस रिपोर्ट में जानिए क्यों बेहद महत्वपूर्ण है ये झील।
अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन की हालिया आक्रामकता पड़ोसियों के खिलाफ उसकी बड़े पैमाने पर सैन्य उकसावे वाली कार्रवाई का हिस्सा है।
भारतीय सेना इस बात पर अडिग है कि गालवान और पैंगॉन्ग त्सो दोनों क्षेत्रों में चीन के अधिक क्षेत्र को हथियाने के प्रयास के कारण उसकी स्थिति नहीं बनेगी और वह अप्रैल में अस्तित्व में आने के लिए यथास्थिति बहाल करने का दबाव बना रहा है।
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