चीनी सरकार के दावों पर सवाल करने वाले Qiu Ziming से बौलखाकर ड्रैगन ने उनसे "नकारात्मक प्रभाव को खत्म करने" के लिए 10 दिनों के भीतर प्रमुख घरेलू पोर्टलों और राष्ट्रीय मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को भी कहा है।
चीन में एक पूर्व पत्रकार ने कहा है कि चीन का नुकसान सरकार के आंकड़ों से कहीं ज्यादा हुआ है, और लगता है कि संघर्ष में भारत की जीत हुई थी। सवाल खड़े करने के बाद चीन की सरकार ने इन ब्लॉगर को गिरफ्तार कर लिया।
पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी के बाद भारत और चीन के बीच आज दसवें दौर की बैठक होगी।
चीन के ग्लोबल टाइम्स ने गलवान वैली झड़प का वीडियो पोस्ट किया है। तीनी सैनिकों की झड़प का 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो जारी किया है। चीन ने पहली बार माना गलवान में उसके सैनिक भी मारे गए थे। गलवान में 4 सैनिकों के मारे जाने की बात चीन ने कबूली है। गलवान घाटी में हुए झड़प को चीन ने एक वीडियो जारी कर पहली बार ये कबूल किया है कि उसके सैनिक मारे गए थे। चीन ने करीब आधे घंटे पहले गलवान वैली का ये वीडियो जारी किया है।
चीन के ग्लोबल टाइम्स ने गलवान वैली झड़प का वीडियो पोस्ट किया है। तीनी सैनिकों की झड़प का 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो जारी किया है। चीन ने पहली बार माना गलवान में उसके सैनिक भी मारे गए थे।
चीन ने आधिकारिक तौर पर पहली बार यह स्वीकार किया है कि पिछले साल जून माह में गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ झड़प के दौरान उसके सैन्य अधिकारियों और जवानों की मौत हुई थी।
चीन को लेकर ही राहुल गांधी प्रोपगेंडा फैला रहे हैं । किसान कानून को लेकर भी वो भ्रम फैला रहे हैं लेकिन उनके इस एजेंडे को झटका तब लगा जब कनाडा के पीएम ने पीएम मोदी की तारीफ कर दी
चीन की सेना ने बुधवार को घोषणा की कि भारत और चीन की अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिणबैंक से "सिंक्रनाइज़ और संगठित" तरीके से विघटन शुरू कर दिया है, जहां दोनों पक्षों को महीनों से स्टैंड-ऑफ चल रहा था |
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश की सेवा में अदम्य साहस दिखाने और अपने जीवन का बलिदान देने वाले सैनिकों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ संघर्ष में शहीद हुए संतोष बाबू को महावीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
गलवान में भारतीय सैनिकों द्वारा चीन को दिए गए जवाब की पूरी दुनिया ने तारीफ की थी। गलवान में बुरी तरह पिटने के बाद चीन पूरी तरह से भौचक्का रह गया, हमेशा शांति की बात करने वाली भारतीय सेना इस तरह से पलटकर वार करेगी और पूरी दुनिया के सामने उसे बेनकाब करे देगी ये चीन ने सोचा भी न था।
बीते साल जून में पूर्वी लद्दाख की गलवान वैली में चीन की सेना से लोहा लेते हुए शहीद हुए कर्नल बी संतोष बाबू तथा कुछ अन्य भारतीय सैनिकों को गणतंत्र दिवस की परेड पर वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है।
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़पों में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गये थे जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के जवान भी हताहत हुए थे लेकिन उसने स्पष्ट संख्या नहीं बताई।
चीन की ओर से यह टिप्पणी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा दिए गए बयान के तीन दिन बाद आई है। पोम्पियो ने कहा था कि चीन ने भारत के खिलाफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 60,000 सैनिकों को तैनात किया है।
भारत और चीन ने बुधवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों के पीछे हटने के लिए अपनी सेनाओं के वरिष्ठ कमांडरों के बीच एक बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई है। दोनों देशों की सेनाएं एलएसी के पास इस साल जून महीने से आमने-सामने हैं।
भारत-चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कई द्विपक्षीय समझौते हुए, जिसमें दोनों पक्षों ने एलएसी को लेकर आम सहमति बनाने के लिए स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
अमेरिका के अखबार न्यूजवीक ने जून में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान में हुई झड़प को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
लद्दाख में ब्लैक टॉप पर जब से भारतीय सेना ने कब्जा किया है, तब से पाकिस्तान में रेड अलर्ट हो गया है। चीन के भरोसे पाकिस्तान कश्मीर का ख्वाब देख रहा था और उसके साथ मिलकर टू फ्रंट वॉर की बात कर रहा था लेकिन जब से ब्लैक टॉप पर तिरंगा लहरा रहा है तब से इमरान खान और बाजवा के होश उड़े हुए हैं।
एलएसी के पार इनकी तैनाती के बाद ही चीन ने भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ के प्रयास शुरू कर दिए हैं। चीन ने पैंगॉन्ग त्सो में यथास्थिति को बदलने के लिए उत्तेजक सैन्य गतिविधि शुरू कर दी थी। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने पीएलए के जमीन कब्जाने वाले मंसूबों पर पानी फेर दिया।
भारत-चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच, अपने चीनी समकक्ष के साथ भारतीय सेना के ब्रिगेड कमांडर की बैठक दक्षिणी तट पर पैंगोंग झील के हालात से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए चुशुल / मोल्दो में चल रही है।
चीन पहले गलवान में पिटा, फिर 29 और 30 अगस्त की रात को पिटा लेकिन ड्रैगन अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहा। चीन ने कल यानी 31 अगस्त को भी LAC पर घुसपैठ की कोशिश की थी। सूत्रों के मुताबिक चीन की सेना की इस गुस्ताखी का भारतीय सेना ने तुरंत ही करारा जवाब दिया और चाइनीज आर्मी को पीछे भागना पड़ा।
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