भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों ने विएंतियाने में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की है। वार्ता के बाद भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीनी रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून के उपयोगी बैठक हुई है।
भारत और चीन के बीच जारी सीमा तनाव पर बात रखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लंदन में कहा कि चीन को भारत का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है, लेकिन हम चीन को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते।
अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे भारी तनावों के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिका की यात्रा पर पहुंचे हैं। हालांकि, उन्होंने चीन की वैश्विक छवि से उलट एक अजीब बयान दिया है।
2020 में लद्दाख के गलवान में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच अबतक तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के अधिकारी विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
कोर कमांडर स्तरीय इस वार्ता में दोनों सेनाओं के कमांडर स्तरीय अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान सीमा पर से तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत आयोजित की जाएगी।
भारत ने जून 2020 में चीन के साथ गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद सीमा पर सैनिकों, युद्धक वाहनों और लड़ाकू विमानों की इतनी बड़ी खेप तैनात कर दी है कि जिसे देखकर ही दुश्मन के पसीने छूट जाएं। अकेले भारतीय वायुसेना ने अपने 68 हजार जवानों के पूर्वी लद्धाख क्षेत्र में तैनात किया है। साथ ही जगुआर और राफेल जैसे फाइटर जेट भी।
जून 2020 में गलवान घाटी संघर्ष के बाद से ही भारत और चीन में टकराव बना है। भारत का लगातार कहना रहा है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होगी, तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते।
जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए भीषण संघर्ष में करीब 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं दुश्मन चीन के 40 जवान मारे गए थे। गलवान में शहीद हुए भारतीय जवानों में से एक सैनिक की पत्नी ने भी सेना ज्वाइन कर लिया है। शहीद जवान की पत्नी को बतौर लेफ्टिनेंट लद्दाख क्षेत्र में ही तैनाती दी गई है।
गलवान घाटी के पास तैनात भारतीय सेना के फॉर्मेशन ने घोड़ों और खच्चरों पर क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया. इतना ही नहीं भारतीय सेना जमी हुई पैंगोंग झील के ऊपर हाफ मैराथन जैसी गतिविधियां भी करती नज़र आई.
बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की मुलाकात चीनी विदेश मंत्री से हुई थी। जयशंकर पहले भी चीन के साथ संबंधों को असमान्य बता चुके हैं। इस बीच लद्दाख में एलएसी (LAC) के पास भारतीय सेना की गतिविधियां बढ़ चुकी हैं।
गलवान शहीद जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह पर राज्य सरकार की जमीन और साथी ग्रामीण हरिनाथ राम के कुछ हिस्से पर कब्जा करने का आरोप है। वैशाली पुलिस ने उन पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम के साथ-साथ जबरन वसूली के अलावा भूमि अतिक्रमण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।
शिकायतकर्ता ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद हुए जय किशोर सिंह के स्मारक के निर्माण पर आपत्ति जताई गई है। वैशाली के पुलिस अधीक्षक मनीष ने कहा, ‘‘राज कपूर सिंह को शनिवार रात जनदाहा थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि आरोपी अपने बेटे के स्मारक का अ
जून 2020 में गलवान घाटी हिंसा और फिर नवंबर 2022 में तवांग में भारतीय सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद चीन के विदेश मंत्री अपनी पहली यात्रा पर भारत आ रहे हैं। विदेश मंत्री किन गांग इस सप्ताह भारत की पहुंचेंगे। इसके बाद वह 2 मार्च को जी-20 समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा भी लेंगे।
ट्रेनिंग में खासतौर पर बिना गोली चलाए जैपनीज और इजराइली टेक्निक से जुडो-कराटे, कुंगफू, कोरोमा समेत अन्य कई तरह की शारीरिक तकनीक सिखाई जा रही है।
India-China Border Clash Tawang: अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे तवांग क्षेत्र में वर्ष 2022 बीतते-बीतते चीन ने युद्ध की चिंगारी भड़का दी है। वैसे तो भारत और चीन के बीच सीमा का विवाद 72 वर्ष पुराना है। मगर ताजे युद्ध का धुआं जून 2020 से उठ रहा है।
पूर्व सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा, पीएलए की एक दीर्घकालिक रणनीति रही है- आगे बढ़ते रहो, किसी भी संभावित कमजोरी को लेकर हमारी जांच करते रहो और अगर पता चल जाए तो वो वहां बैठेंगे और कहेंगे कि यह हमेशा ऐसा ही था।
Anupam Kher ने Richa Chadha के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए इसे शर्मनाक और पॉपुलैरिटी हासिल करने वाला बताया था।
Richa Chadha on Galwan: बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। जिसके बाद उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी है। उन्होंने भारतीय सैन्य अधिकारी के बयान पर टिप्पणी की थी।
Tension between India China on LAC:क्या चीन इस बार गलवान घाटी से भी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता है, क्या चीन ने इसकी तैयारी अबकी बार कई गुना ज्यादा मजबूत कर ली है, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आखिरकार चीन के सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं आना क्या संकेत दे रहा है?...
Big Disclosure on Chinese Infiltrators in Galvan Valley:जून 2020 में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ और भारतीय जवानों से भिड़ंत अचानक और यूं ही नहीं थी, बल्कि इसके पीछे चीन की बड़ी साजिश थी। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक खुफिया अध्ययन से सामने आई रिपोर्ट ने सबकी नींद उड़ा दी है।
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