पिछले दो साल में पहली बार प्रत्यक्ष तौर पर जी 7 समूह की बैठक हुई। इसमें कोविड 19, चीन की आर्थिक नीतियों पर बात हुई। साथ ही गरीब देशों को कोविड टीका उपलब्ध कराने पर भी सहमति बनी
ब्रिटेन के कॉर्नवाल में आयोजित जी-7 सम्मेलन में शामिल होने आए विश्व नेताओं ने कोविड-19 महामारी शुरू होने के पीछे मध्य चीन के वुहान स्थित प्रयोगशाला से वायरस के लीक होने की आशंका पर चर्चा की।
सूत्रों ने बताया कि ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य’ दृष्टिकोण अपनाने के पीएम मोदी के आह्वान का जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और कुछ अन्य देशों ने भी कोविड-19 टीकों का उत्पादन बढ़ाने के लिए पेटेंट पर छूट के पीएम मोदी के आह्वान का जोरदार समर्थन किया है।
अमेरिका ने शनिवार को जी-7 सम्मेलन में लोकतांत्रिक देशों पर बंधुआ मजदूरी प्रथाओं को लेकर चीन के बहिष्कार का दबाव बनाने की योजना तैयार की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जी7 समिट में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए जी7 शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी जी7 सम्मिट 12 और 13 जून को कुल 3 संपर्क (आउटरीच) सत्रों को संबोधित करेंगे।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कॉर्नवाल में जी-7 शिखर सम्मेलन की शुरुआत में घोषणा की कि उनका देश अगले साल तक दुनिया को कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ खुराकें दान करेगा।
सात राष्ट्रों का समूह G-7 पूरी दुनिया के साथ कोरोना वायरस रोधी टीकों की कम से कम एक अरब खुराकें साझा करने का संकल्प लेगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यह घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्रों को 12 और 13 जून को संबोधित करेंगे। वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के आमंत्रण पर डिजिटल माध्यम से इस सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
जी-7 देशों ने शनिवार को बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर कराधान को लेकर ऐतिहासिक समझौता किया है। इसके तहत न्यूनतम वैश्विक कर की दर कम से कम 15 प्रतिशत रहेगी।
ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि दुनिया के अमीर देशों ने कर अपवंचना से बचाव के लिए एक ऐतिहासिक वैश्विक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियां उचित तरीके से अपने हिस्से के कर का भुगतान करें।
बता दें कि G-7 दुनिया की शीर्ष 7 विकसित अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा शामिल हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह जी7 देशों के समूह की बैठक सितंबर तक स्थगित करेंगे, उन्होंने समूह में और देशों को शामिल करने की मांग की।
सदन की गृह सुरक्षा संबंधी समिति के प्रमुख बेनी थॉम्पसन ने एक बयान में कहा, “यह आशंका है कि ट्रंप प्रशासन जी7 सम्मेलन के आयोजन का फैसला लेकर राष्ट्रपति की जेब भरने के लिए संविधान को दरकिनार कर देगा।”
ब्राजील ने अमेजन वर्षावन में लगी भयावह आग को बुझाने के लिए जी-7 देशों की ओर से की गई मदद की पेशकश ठुकरा दी है।
जी-7 शिखर सम्मेलन में यहां जलवायु के मुद्दे पर हुई चर्चा में एक कुर्सी खाली पड़ी रही। दरअसल, अन्य वैश्विक नेताओं के साथ चर्चा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शामिल नहीं हुए।
फ्रांस में जी-7 देशों के नेताओं की बैठक में हांगकांग की स्वायत्तता का समर्थन किया गया जो ब्रिटेन और चीन के बीच 1984 में हुए एक समझौते में तय हुआ था।
फ्रांस के बिआरित्ज में जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को भारत के लिए रवाना हो गए। बिआरित्ज में पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
सोमवार को जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि ईरान के शीर्ष राजनयिक से मुलाकात करना जल्दबाजी होती। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वाशिंगटन ईरान में सत्ता परिवर्तन के बारे में नहीं सोच रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच में कई द्विपक्षीय मसले हैं। दोनों देशों को गरीबी से लड़ना है, दोनों देशों को अशिक्षा से लड़ना है।
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