अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि इस हमले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और इजरायल की सुरक्षा को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्ध है।
इटली में जी-7 देशों की एक और बैठक अगले हफ्ते होने जा रही है। इसमें भाग लेने के लिए भारत की तरफ से वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीय़ूष गोयल को भेजा जा रहा है। भारत में निवेश और व्यापार के लिए लालायित यूरोपीय देश इस दौरान धनों की बारिश कर सकते हैं।
पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर शेयर कर केरल कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस के इस ट्वीट पर जॉर्ज कुरियन ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि कांग्रेस इस स्तर तक पहुंच गई है।
इटली के जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई थी। इस बारे में कोई नहीं जानता। मगर अब ट्रूडो ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को तीसरी बार निर्वाचित होने की बधाई दी। साथ ही भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी की सेल्फी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है, लेकिन दो देशों की डिप्लोमेसी के लिहाज से देखें तो इसके काफी गहरे मायने हैं।
जी7 देशों ने भारत को सबसे बड़ा तोहफा दिया है। इसके जरिये अब भारत सड़क मार्ग के साथ ही साथ अब रेल मार्ग के जरिये भी सीधे यूरोप से जुड़ जाएगा। भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) परियोजना के तहत सऊदी अरब, भारत, अमेरिका और यूरोप के बीच एक विशाल सड़क, रेलमार्ग और पोत परिवहन तंत्र की परिकल्पना की गई है।
जी7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं में पीएम मोदी से मिलने और उनके साथ सेल्फी लेने को लेकर गजब का उत्साह और क्रेज देखने को मिला। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूएई के राष्ट्रपति मो. बिन जायद अल नाहियान और पोप फ्रांसिस ने पीएम मोदी को गले लगाकर बधाई दी।
भारत और जापान ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। पीएम मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फूमियो किशिदा से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा, सुरक्षा और समृद्धि के लिए रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर सहमति जताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इटली दौरा समाप्त हो गया है। G-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद वे भारत पहुंच गए हैं। उन्होंने अपने इस दौरे को उपयोगी बताया है।
इटली के जी7 शिखर सम्मेलन में यूरोपीय देशों में अवैध प्रवासन और मानव तस्करी का मुद्दा छाया रहा। जी7 देशों के नेताओं ने इसका समुचित प्रबंध करने के पक्ष में एकजुटता जाहिर की। इसके साथ ही यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को सहायता, गाजा युद्ध, एआई, जलवायु परिवर्तन और चीनी औद्योगिक क्रांति जैसे मुद्दे अहम रहे।
जी7 में पीएम मोदी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में भारत का दृष्टिकोण भी चार सिद्धांतों पर आधारित है - उपलब्धता, पहुंच, सामर्थ्य और स्वीकार्यता। हम 2070 तक नेट ज़ीरो के लक्ष्य को हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हमें मिलकर आने वाले समय को हरित युग बनाने का प्रयास करना चाहिए।
इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान तमाम नेताओं से मुलाकात के बाद पीएम मोदी पोप फ्रांसिस से भी मिले। पोप फ्रांसिस ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने गले लगा लिया। मोदी और फ्रांसिस की मुलाकात काफी भावुकतापूर्ण रही। इस दौरान कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने जी7 से इतर इटली में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर फिर एक बड़ा बयान जारी किया। पीएम मोदी के बयान पर पूरी दुनिया की नजर बनी हुई थी। मोदी ने कहा कि शांति का मार्ग "संवाद और कूटनीति" से होकर गुजरता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी के बीच अब से कुछ देर पहले अपुलिया में औपचारिक मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात सबसे खास रही। पीएम मोदी मेलोनी के आमंत्रण पर जी7 सम्मेलन में हिस्सा लेने इटली पहुंचे हैं।
इटली में चल रहे 50वें जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों ने अलग से द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को स्थिर व समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के लिए और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
इटली यूरोपीय संघ में भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और 18वां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है। पीएम नरेंद्र मोदी की इटली यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी G7 सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचने वाले नेताओं का स्वागत हाथ जोड़ नमस्ते करते हुए किया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
पोप फ्रांसिस G7 समिट को संबोधित करेंगे। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पोप फ्रांसिस को आमंत्रित किया है और उनकी भागीदारी की घोषणा की है।
रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली पहुंचे हैं। यहां पीएम मोदी G7 समिट में भाग लेंगे।
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