प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समापन भाषण के दौरान कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई थी, तब उसमें 51 देशों को शामिल किया गया था, लेकिन तब दुनिया अलग थी।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी चीन के महत्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट से बाहर निकलना चाहती हैं। जी20 की बैठक के दौरान भारत ने कई देशों के लिए बीआरआई के समान ही नए आर्थिक गलियारे को लॉन्च करने की घोषणा की।
भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (IBA) ने कहा कि जैव ईंधन गठबंधन (Global Biofuel Alliance) की सफलता के लिए जी20 देशों के बीच मशीनरी और उपकरणों के हस्तांतरण को आसान बनाया जाना चाहिए।
भारत ने G20 Summit की मेजबानी सफलता पूर्वक पूरी कर ली है। जिसमें जी-20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन पर पीएम मोदी का घोषणा पत्र आम सहमति से मंजूर हुआ। घोषणा पत्र में मजबूत, दीर्घकालीक, संतुलित और समावेशी विकास की बात की गई।
भारत में जी-20 को लेकर देशभर में उत्साह बना हुआ है। ऐसे में इंडिया टीवी ने एक सवाल के जरिए जनता की राय जाननी चाही कि क्या G20 की सफल मेजबानी के बाद भारत के लिए दुनिया में और ज्यादा मौके खुल जाएंगे?
G20 की अध्यक्षता कर रहे भारत ने नई दिल्ली घोषणा पत्र पर जी20 के सभी देशों को सहमत कर लिया है। काफी समय से यह घोषणा पत्र काफी समय से पारित नहीं हो पा रहा था लेकिन भारत ने इस बार रूस, अमेरिका और चीन जैसे देशों को भी मना लिया है। यह भारत के लिए एक बड़ी सफलता है।
जी-20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने महात्मा गांधी को नमन किया। सभी एक साथ मिलकर राजघाट पहुंचे थे। इस मौके पर पीएम मोदी भी उनके साथ मौजूद थे।
ट्रैफिक पुलिस ने जी20 समिट के मद्देनजर दिल्ली में कंट्रोल जोन 2 लागू कर दिया है। दरअसल विदेशी मेहमान आज राजघाट जाने वाले हैं और वहां वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। ऐसे में लोगों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
दो दिनों तक चला G20 शिखर सम्मेलन आज समाप्त हो गया। पीएम मोदी ने अगले सम्मेलन के लिए ब्राजील को अध्यक्षता सौंप दी। दूसरे दिन दुनियाभर के तमाम नेता राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर गए और वहां पुष्पांजलि अर्पित की।
जी20 शिखर सम्मेलन के कारण दिल्ली के कई रास्तों को बंद कर दिया गया है। इस बीच अगर आप दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर जाने वाले हैं तो आपको सड़क मार्ग की जानकारी होनी चाहिए।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार हो रही बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज कई जगहों पर बूंदाबांदी की संभावना है। राजधानी में आज अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है।
जी20 शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। आज भारत मंडपम में बैठक से ठीक पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अक्षरधाम मंदिर पहुंचे। इस दौरान उनकी सुरक्षा के मद्देनजर अक्षरधाम के रास्ते को बंद कर दिया गया था।
दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। जी20 समिट के मद्देनजर दिल्ली के कई रास्तों को बंद कर दिया गया है। ऐसे में आप रेलवे स्टेशन कैसे पहुंच सकते हैं और आपके लिए कौन सा बेस्ट रूट रहेगा?
दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में जी20 सम्मेलन चल रहा है। इसके मद्देनजर दिल्ली में कई जगाओं पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। अगर आपको किसी भी तरह की दिक्कत हो रही है तो आप हेल्पलाइन नंबर 011-25844444 पर पुलिस से सम्पर्क कर सकते हैं।
जी-20 शिखर सम्मेलन में आए मेहमानों के सम्मान में भारत मंडपम में डिनर पार्टी का आयोजन किया गया। इस पार्टी में पहुंचे मेहमानों का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने स्वागत किया।
जी-20 शिखर सम्मेलन में आए अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्षों को राष्ट्रपति भवन में डिनर कराया जा रहा है। इस राष्ट्रभोज में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को आमंत्रित नहीं किया गया है, इसको लेकर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का बयान सामने आया है।
जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे विदेशी मेहमानों को खाने में दही के गोले, केरल के लाल चावल सहित कई तरह के लजीज व्यंजन परोसे जाएंगे, वहीं राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों को चाट और अप्पलम परोसा जाएगा। देखें पूरी मेनू लिस्ट-
जी-20 का शिखर सम्मेलन भारत की राजधानी दिल्ली में चल रहा है। ये सम्मेलन कई मायनों में भारत के लिए काफी अहम है। सबसे खास बात है कि इस सम्मेलन में अतिथियों को मोटे अनाज से बने व्यंजन परोसे जाएंगे। जानिए मोटे अनाज से जुड़ी अहम बातें-
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार भारत आए हैं। अपने तीन दिवसीय यात्रा पर ऋषि सुनक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षी वार्ता होने का कार्यक्रम है।
अगर भारत को ग्लोबल लीडर बनना है, तो G-20 बड़ा ज़रिया हो सकता है क्योंकि दुनिया की GDP में 80 परसेंट भागीदारी G-20 में शामिल देशों की है, दुनिया का 75 परसेंट अन्तरराष्ट्रीय व्यापार G-20 देशों के बीच होता है. दुनिया की दो तिहाई आबादी G-20 देशों में रहती है और दुनिया का 60 परसेंट भौगोलिक क्षेत्र G-20 का देशों का है.
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