विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं का जी-20 शिखर सम्मेलन शुक्रवार को जर्मनी के शहर हैम्बर्ग में शुरू हुआ। सम्मेलन की पहली बैठक अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर केंद्रित रही।
वाराणसी में बुधवार को जी-20 देशों के विभिन्न मसौदों की रूपरेखा तैयार करने वाले समूह (एफडब्ल्यूजी) के अधिकारियों की दो दिवसीय बैठक समाप्त हो गई।
जी20 सम्मेलन के दूसरे दिन मोदी ने अपने भाषण में कहा कि प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार, कालाधन और करचोरी से निपटना महत्वपूर्ण है।
जेटली ने G20 बैठक में कहा, मौद्रिक नीति के उपाय अपनी सीमा पर पहुंच गए हैं और इसका फायदा बराबर तरीके से नहीं पहुंचा है। राजकोषीय नीति के पुर्नआकलन का समय है।
दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं ने आर्थिक वृद्धि में विसंगति की समस्या के निपटने के लिए हर संभव नीतिगत उपाय करने का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 तक भारत की रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन क्षमता को चौगुना करने और फोसिल फ्यूल पर सब्सिडी घटाने का संकल्प लिया है।
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