चीन ने मंगलवार को कहा कि उसने इस साल के जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी में भारत का समर्थन किया है और वह इस सप्ताह नई दिल्ली में होने वाले हाई-प्रोफाइल वैश्विक सम्मेलन की सफलता के लिए सभी पक्षों के साथ काम करने को तैयार है।
भारत की राजधानी दिल्ली जी20 समिट के लिए पूरी तरह तैयार है। इस शिखर सम्मेलन में दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह के नेता हिस्सा लेंगे। जानिए कौन कौनसे विदेशी मेहमान भारत आएंगे।
पाकिस्तान अब इस कोशिश में है कि सऊदी अरब के प्रिंस सलमान भारत से वापसी के समय पाकिस्तान भी रुकें। पाकिस्तान के पीएम दफ्तर के सूत्र ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है।
भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जबकि चीन की धीमी गति से,यह बात भी चीन जानता है। जून 2020 में गलवान संघर्ष के बाद से ही चीन और भारत के संबंध सामान्य नहीं हैं।
देश की राजधानी में आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के कारण प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। हालांकि, लोगों के बीच कई भ्रम भी फैल रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने मेट्रो को लेकर एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश को जारी करते हुए दिल्ली पुलिस ने अपना 2 सितंबर का पुराना आदेश वापस ले लिया है।
भारत की राजधानी नई दिल्ली में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं। जो बाइडेन से लेकर इमैनुएल मैक्रों और ऋषि सुनक तक इस सम्मेलन का हिस्सा होंगे।
दुनिया भर में अपनी बेबाकी के लिए जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों को लेकर यूएन को खूब खरी-खोटी सुनाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में 20वीं शताब्दी वाला रवैया नहीं चल सकता। पीएम मोदी ने यह बात जी-20 की नई दिल्ली में 9-10 सिंतबर को होनी वाली बैठक से पहले कही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते इंडोनेशिया में होने वाले आशियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। यह बैठक इंडोनेशिया में 6-7 सितंबर को होनी है। बता दें कि जी-20 की बैठक भी नई दिल्ली में 7 से 10 दिसंबर के बीच होनी है। भारत के लिए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है।
जी20 सम्मेलन कि बैठक नई दिल्ली में 9 और 10 सितम्बर को होने वाली हैं। इसके लिए उत्तर रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही कई ट्रेनों ने रूट में भी बदलाव हुआ है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भले ही भारत नहीं आ रहे हों, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का नई दिल्ली आने का शेड्यूल तय हो गया है। वह 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे और दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी।
नई दिल्ली में 7 से 10 सितंबर तक चलने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर रूस ने अभी से इसके सदस्य देशों को कड़ी चेतावनी दी है। रूस का कहना है कि वह जी-20 के ऐसे घोषणापत्र को जारी नहीं होने देगा, जिसमें रूस का पक्ष और विचार शामिल नहीं किया गया हो। हालांकि रूस ने कहा ऐसी स्थिति में वह अपने दोस्त भारत को छूट दे सकता है।
प्रगति मैदान के भारत मंडपम समेत कई प्रमुख स्थलों के समीप विक्रांत नामक विशेष वाहनों की तैनाती करेगी, जिसमें एंटी-रॉयट्स इक्यूपमेंट मौजूद रहेंगे। मुख्य आयोजन स्थल के पास 6 लोकेशन पर ऐसे ट्रक तैनात किए जाएंगे।
जी20 सम्मेलन की बैठकों के लिए निर्धारित भवनों से बंदरों को दूर रखने के लिए लंगूरों का सहारा लिया जा रहा है। बंदर लंगूरों से डर कर दूर चले जाते हैं।
शी जिनपिंग के नई दिल्ली में होनेवाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की संभावना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति 9 से 10 सितंबर तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत नहीं आएंगे।
दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में अन्य देशों के प्रमुख शामिल होने वाले हैं इसलिए इस बैठक को बहुत अहम माना जा रहा है। बैठक को लेकर सभी प्रकार की तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं।
दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन में सरकार सुरक्षा को लेकर दिल्ली सरकार काफी सतर्कता बरत रही है। इसके लिए हाउस इंटरवेंशन टीम यानी एचआइटी की तैनाती की गई है। जानिए क्या है ये-
दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा। इसके लिए तैयरियां जोरों-शोरों से चल रही है। आयोजन को और भव्य बनाने के लिए नटराज की 28 फुट ऊंची मूर्ती भी लगाई जाएगी।
G-20 शिखर सम्मलेन में शिरकत करने के लिए जब विदेशी मेहमान दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे तो उन्हें एक अलग ही फीलिंग होगी। इसकी पूरी तैयारी DIAL ने की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच हुई टेलीफोन पर हुई इस वार्ता के दौराष्ट्रपति पुतिन ने 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने में असमर्थता व्यक्त की है।
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