पीएम मोदी ने जी-20 के डिजिटल शिखर सम्मेलन में एक बार फिर विश्व नेताओं को संबोधित किया। इस सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी शामिल हुए। मगर चीनी राष्ट्रपति ने फिर परहेज किया। रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल हमास युद्ध का समाधान खोजने के लिए सभी जी-20 देश चिंतित दिखे। इसके बाद मानवीयता को देख कई फैसला लिया गया।
जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत ‘ग्लोबल साउथ’ या विकासशील देशों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन और समान वैश्विक स्वास्थ्य पहुंच जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। नयी दिल्ली शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को जी20 के नए सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
भारत के नेतृत्व में जी20 का सफल कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित किया गया। इसके बाद पी20 के आयोजन पर जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा है कि इससे पहले इतना अच्छा पी20 का आयोजन पहले कभी नहीं किया गया था।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा न्यूयॉर्क में कहा कि भारत ने ऐसे वक्त में जी-20 की अध्यक्षता संभाली जब East-West का ध्रुवीकरण और North-South का विभाजन तेज है। ऐसे वक्त में G-20 की अध्यक्षता चुनौतीपूर्ण थी। मगर भारत ने कर दिखाया। भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बनने में कामयाब रहा।
भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव चरम पर पहुंच गया है। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के उलटे-सीधे कदमों ने दोनों देशों के रिश्तों पर बुरा असल डाल दिया है। अब जी20 सम्मेलन के दौरान ट्रूडो द्वारा किए गए एक अन्य हैरानी वाले काम का खुलासा हुआ है।
2 दिन तक चले G20 समिट का आयोजन खत्म हो गया है। इस समिट में आए सभी विदेशी मेहमानों को स्पेशल गिफ्ट देकर भारत सरकार ने उनके देश रवाना कर दिया है। आइए जानते हैं कि भारत सरकार ने कौन-कौन से गिफ्ट विदेशी नेताओं को दिए हैं....
हाल में भारत की राजधानी नई दिल्ली में 18वां जी20 शिखर सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस समिट के दौरान नतीजे के रूप में सभी देशो की सहमति से घोषणा पत्र भी जारी किया गया।
नई दिल्ली में आयोजित दो दिन का जी-20 शिखर सम्मेलन कई मायनों में भारत के लिए सफल रहा। भारत के लिए कई उपलब्धियां रहीं। इसी बीच जी20 समिट में भारत के इस कदम से दोस्त रूस हैरान हो गया। रूस को अपने दोस्त से इस बात की उम्मीद नहीं थी। लेकिन भारत ने जो किया, उससे रूस खुश हो गया। रूसी विदेश मंत्री ने भारत के लिए बड़ी बात कही।
G20 Summit 2023 बेहद खास रहा। पर तमाम गंभीर चर्चाओं के बीच, दुनियाभर के नेताओं ने भारतीय व्यंजनों पर भी बात की, स्वाद चखा और इसे यादगार बना दिया।
जी20 सम्मेलन के पहले दिन संगठन के सभी सदस्य देशों की सहमति के बाद साझा घोषणापत्र को जारी किया गया था। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण साझा घोषणापत्र जारी होने की उम्मीद कम नजर आ रही थी।
जी20 शिखर सम्मेलन समाप्त हो चुका है। भारत की अध्यक्षता में आयोजित इस समिट में कई अहम फैसले लिए गए हैं। जी20 में भारत के योगदान की सराहना बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने की है।
जी-20 बैठक से इतर ट्रूडो के साथ द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
जी20 सम्मेलन के इतर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी धर्मपत्नी अक्षता मूर्ति अक्षरधाम मंदिर में दर्शन और पूजन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां कई देवी-देवताओं की पूजा की। इस दौरान उनकी कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
तुर्की ने जी-20 के शानदार आयोजन के लिए भारत की तारीफ करके पाकिस्तान और चीन का होश उड़ा दिया है। राष्ट्रपति एर्दोगन ने भारत और पीएम मोदी की सराहना करने में कोई कोताही नहीं की। एर्दोगन ने इसके साथ ही भारत को अपना सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भी बताया है।
जी-20 शिखर सम्मेलन से पीएम मोदी ने दुनिया को समय के अनुसार बदलते रहने का संदेश दिया है। उन्होंने विशेष तौर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को स्थाई सदस्यता में बदलाव नहीं लाने पर आड़े हाथों लिया। पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रकृति का नियम है कि जो नहीं बदलते, समय के साथ उनकी प्रासांगिकता खत्म हो जाती है।
नई दिल्ली के जी-20 सम्मेलन में सर्वसहमति से घोषणापत्र जारी करने के लिए रूस ने भारत की अध्यक्षता की तारीफ की है। रूस ने भारतीय कूटनीति की जबरदस्त सराहना करते हुए कहा है कि यूक्रेन युद्ध पर पश्चिमी देशों के एजेंडे को भारत ने लागू नहीं होने दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समापन भाषण के दौरान कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई थी, तब उसमें 51 देशों को शामिल किया गया था, लेकिन तब दुनिया अलग थी।
जी-20 बैठक से इतर द्विपक्षीय वार्त में पीएम मोदी ने ब्रिटेन और कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों का मुद्दा उठाया। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले खालिस्तानियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी चीन के महत्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट से बाहर निकलना चाहती हैं। जी20 की बैठक के दौरान भारत ने कई देशों के लिए बीआरआई के समान ही नए आर्थिक गलियारे को लॉन्च करने की घोषणा की।
भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (IBA) ने कहा कि जैव ईंधन गठबंधन (Global Biofuel Alliance) की सफलता के लिए जी20 देशों के बीच मशीनरी और उपकरणों के हस्तांतरण को आसान बनाया जाना चाहिए।
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