India-UK FTA Agreement: ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का मसौदा लगभग तैयार होने को है। दोनों देश एफटीए पर पुराने विवाद को सुलझाते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में यह पहली बार है कि उसने किसी देश के लिए 100 प्रतिशत टैरिफ लाइन खोलने का फैसला लिया है। ऐसे में इस फैसले से भारत को बड़ा लाभ मिलने वाला है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि विश्व के बहुत से देश भारत को एक भरोसेमंद पार्टनर के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई देश भारत का बिजनेस पार्टनर बनना चाहते हैं।
ब्रिटेन में हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों के बाद यह वार्ता फिर शुरू हो रही है। आखिरी दौर की बातचीत 29 जुलाई को हुई थी।
स्वीडन ने शुक्रवार को कहा कि भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को जल्द अंतिम रूप देना उसकी प्राथमिकता होगी। यदि ऐसा हुआ तो भारतीय निर्यातकों को यूरोप में चीन की बादशाहत को खत्म करने में मदद मिलेगी।
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने एफटीए के लिए दीपावली की समय सीमा समाप्त होने के बाद से ब्रिटेन सरकार के रुख को दोहराया कि वह जल्द समझौता करने के लिए हित से कोई समझौता नहीं करेंगे।
एफटीए लागू होने के बाद कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी सहित भारत के 6,000 से अधिक उत्पादों को ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी।
दुनियाभर के देश एफटीए करने को बेताब हैं और इन समझौतों से निवेश बढ़ता है, ऐसा मानना गलत है।
सुनक ने एफटीए के लिए दीपावली की समय सीमा समाप्त होने के बाद से ब्रिटेन सरकार के रुख को दोहराया कि वह जल्द समझौता करने के लिए हित से कोई समझौता नहीं करेंगे।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जीसीसी को भारत से किया जाने वाला निर्यात 2021-22 में 58.26 फीसदी बढ़कर करीब 44 अरब डॉलर हो गया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ की ओर से कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाले मुक्त व्यापार समझौत पर तेजी से काम हो रहा है।
भारत और ब्रिटेन ने इस साल जनवरी में औपचारिक रूप से द्विपक्षीय व्यापार और 2030 तक 100 अरब डॉलर के निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू की।
India UK: भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। लंदन के लॉर्ड मेयर विन्सेंट केवेनी ने यह बात कही है। इस तरह की खबरें आई हैं कि प्रधानमंत्री मोदी दिवाली के आसपास समझौते पर हस्ताक्षर के लिए ब्रिटेन की यात्रा पर जा सकते हैं।
FTA:उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने इस समझौते को दिवाली तक पूरा करने की जो समयसीमा तय की हुई है, वह एक ‘शुभ तिथि’ साबित होगी।
पीयूष गोयल ने एफटीए पर बातचीत की औपचारिक शुरुआत के लिए यहां ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री ऐनी मेरी ट्रेवेलियन से बृहस्पतिवार को मुलाकात की।
भारत और आसियान देशों के बीच इस एफटीए पर 13 अगस्त 2009 को हस्ताक्षर किये गये थे। यह एफटीए एक जनवरी 2010 से अमल में है। शर्तों को कारोबारियों के लिए और आसान और फायदेमंद बनाने के लिए समझौते की जल्द समीक्षा की बात की जा रही है।
प्रधानमंत्री के वाणिज्य, कपड़ा और उद्योग सलाहकार अब्दुल रजाक दाऊद का कहना है कि मौजूदा हालात में एफटीए को पूरा कर पाना मुश्किल है और भारत के साथ यह समझौता राजनीतिक हालत बेहतर होने पर निर्भर करेगा।
वाणिज्य सचिव रीता तेवतिया ने सोने पर आयात शुल्क की समीक्षा की वकालत करते हुए कहा कि एफटीए की आड़ में होने वाले कारोबार पर अंकुश लगना चाहिए।
वाणिज्य मंत्रालय ऐसे प्रस्ताव पर काम कर रहा है जिसके तहत सेज की इकाइयों को अपने उत्पाद कर-मुक्त क्षेत्र के बाहर रियायती शुल्क दरों पर बेचने की इजाजत मिलेगी।
अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रोज ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन को भारत और अमेरिका के बीच मुक्त व्यापार संधि के विचार को लेकर बुनियादी कोई आपत्ति नहीं है।
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