एफएसएसएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी गंजी कमला वी राव (सीईओ) ने ई-कॉमर्स एफबीओ ऐसे व्यवहार अपनाने को कहा जिसके तहत उपभोक्ताओं को डिलिवरी के समय खाद्य उत्पाद की न्यूनतम शेल्क लाइफ 30 प्रतिशत या 45 दिन बची हो।
एफएसएसएआई ने जून, 2015 में मैगी नूडल्स में कथित रूप से स्वीकार्य सीमा से अधिक सीसा पाए जाने के कारण उसपर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके कारण कंपनी को बाजार से यह उत्पाद वापस लेना पड़ा था।
भारत में रेस्टोरेंट खोलने के लिए कई तरह के अलग-अलग लाइसेंस लेने की जरूरत पड़ती है। अलग-अलग राज्यों और शहरों में रेस्टोरेंट खोलने के लिए लाइसेंस के नियम भी अलग-अलग हो सकते हैं और इनकी संख्या भी कम-ज्यादा हो सकती है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कृषि पद्धतियां सुरक्षित और टिकाऊ रहें, जिससे उपभोक्ताओं को खाद्य पदार्थों में कीटनाशक अवशेषों से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों से बचाया जा सके।
पिछले 10 सालों में दुनिया में कहीं पर भी इंडियन फूड बैन नहीं हुआ है, बल्कि दुनिया भारतीय खाने पर अपना प्यार लुटा रही है। संसद में मोदी सरकार ने जानकारी दी है।
सभी एफबीओ को 1 सितंबर, 2024 से पहले से छपी पैकेजिंग सामग्रियों को खत्म करने का भी निर्देश दिया गया है।
हांगकांग के खाद्य नियामक ने दो प्रमुख भारतीय ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ मसालों के नमूनों में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड की कथित उपस्थिति के कारण प्रतिबंध लगा दिया था।
देश भर में 150 रेलवे स्टेशनों को 'ईट राइट स्टेशन' के रूप में प्रमाणित किया गया है। कड़े मानदंडों को पूरा करने वाले स्टेशनों को ‘खान-पान की समुचित व्यवस्था' प्रमाणन से सम्मानित किया जाता है।
एयरलाइन कैटरिंग उद्योग के भीतर मौजूदा खाद्य सुरक्षा प्रोटोकॉल का मूल्यांकन करने और उसे बढ़ाने के लिए 16 जनवरी को प्रमुख फ्लाइट कैटरर्स और एयरलाइंस के साथ एक बैठक बुलाई थी।
एयरलाइन को यह नोटिस दिल्ली स्थित एक आहार विशेषज्ञ की शिकायत पर जारी किया गया। महिला यात्री ने फ्लाइट में सैंडविच में कीड़े का एक छोटा सा वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर भी किया और एयरलाइन द्वारा परोसे जा रहे खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाए।
सोशल मीडिया पर एक पोस्टर काफी शेयर हो रहा है। इस पोस्टर में बताया जा रहा है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) दिवाली के उपलक्ष्य में 9 नवंबर को 'जश्न-ए-रोशनी' नाम का कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। आइए जानते हैं इस दावे की सच्चाई।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने देशभर में अपने 4,000 राज्य स्तरीय अधिकारियों को मिठाई खुदरा विक्रेताओं और बनाने वालों की निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है।
एफएसएसएआई (FSSAI) के सीईओ जी कमला वर्धन राव ने कहा कि खाद्य सुरक्षा नियामक ने देशभर में चाय उद्योग में सर्वेक्षण कराया था और सैम्पल जमा किए थे।
मोंडेलेज इंडिया के स्वामित्व वाले हेल्थ ड्रिंक ब्रांड- बॉर्नविटा में अधिक चीनी की मात्रा होने के आरोपों के बीच नियामक ने यह बात कही।
बासमती चावल में प्राकृतिक सुगंध गुण होना चाहिए और कोई कृत्रिम रंग, पॉलिश करने वाले तत्व और कृत्रिम सुगंध नहीं होनी चाहिए।
FSSAI: उत्पादों के लेबल पर मानकों के अनुरूप अम्लता, द्रव्यमान के अनुसार प्रोटीन और वसा का प्रतिशत, कुल ठोस द्रव्यमान के अनुसार प्रतिशत आदि का उल्लेख करना होगा।
FSSAI ने 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वनस्पति तेलों, बहु-स्रोत खाद्य तेलों और वनस्पति के कुल 4,845 निगरानी नमूने एकत्र किए
FSSAI ने कोर्ट को बताया कि किसी भी खाद्य पदार्थ के बारे में यह बताना जरूरी है कि वह मांसाहारी है या शाकाहारी।
आज हम आपको कुछ ऐसे ट्रिक्स के बारे में बताएंगे जिसे अपनाकर आप असली और नकली हल्दी की पहचान कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं।
इसमें राज्यों को पांच मानदंडों खाद्य सुरक्षा, मानव संसाधन और संस्थागत आंकड़ों, अनुपालन, खाद्य परीक्षण सुविधा, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के अलावा उपभोक्ता सशक्तीकरण के आधार पर रैंकिंग दी जाती है।
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