दोस्ती दुनिया का सबसे नायाब तोहफा है, जिसको किस्मत से अच्छा मिल जाए वह सबसे लकी है और जिसको न मिलें वह बदनसीब है। लेकिन एक बात और जो सबसे ध्यान रखने वाली बात यह है कि दोस्त तो हर किसी के पास होते हैं लेकिन आप कैसे पता करेंगे कौन सा दोस्त आपका सच्चा है और कौन सा मतलबी है।
अच्छे दोस्त किस्मत वालों को ही मिलते हैं। आज के समय में ऐसा दोस्त मिलना काफी मुश्किल जो आपकी हर परिस्थिती में आपके साथ खड़ा हो।
कई लोग फ्रैंडशिप बैंड बांधकर इसे सेलीब्रेट करते है। कई गिफ्ट देते है। सबसे बड़ी समस्या आती है कि आखिर अपने दोस्त को ऐसी क्या गिफ्ट दे। जो स्पेशल होने के साथ-साथ वह हमेशा संभालकर रखें। जिसे देखते ही उसे दोस्ती की याद आएं।
दोस्त ही ऐसा होता है जिसके सामने आप खुली किताब की तरह होते हैं। दोस्त ही एक ऐसी चीज होती है जिसके सामने हर बात बोल सकते हैं जो बात आप अपने माता-पिता या पार्टनर से भी शेयर नहीं कर पाते।
हर साल हर फ्रेंडशिप डे मनाते है, लेकिन क्या आप ये बात जानते है कि ये कैसे शुरु हुआ। इसके पीछे का क्या इतिहास है। तो हम आज आपको बताते है कि आखिर क्या है इसके पीछे का इतिहास।
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