Monday, November 25, 2024
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"इंकलाब जिंदाबाद" से लेकर "करो या मरो" इन 6 नारों से कांप जाते थे अंग्रेज

"इंकलाब जिंदाबाद" से लेकर "करो या मरो" इन 6 नारों से कांप जाते थे अंग्रेज

राष्ट्रीय | Aug 13, 2022, 06:41 PM IST

75 years of independence: 'जय हिंद!' हो या 'वंदे मातरम!', आज बोले जाने वाले अधिकांश लोकप्रिय देशभक्ति के नारों की उत्पत्ति भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन से हुई है। वर्तमान समय में भी इन नारों को खुब बोला जाता है।

आजाद हिंदुस्तान का पहला मंत्रिमंडल कैसा था, किसे मिली थी सबसे बड़ी जिम्मेदारी

आजाद हिंदुस्तान का पहला मंत्रिमंडल कैसा था, किसे मिली थी सबसे बड़ी जिम्मेदारी

राष्ट्रीय | Aug 12, 2022, 01:09 PM IST

75 years of independence: इस साल आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं। इसी उपलक्ष में हम आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजाद हो गया था जिसके बाद एक स्वतंत्र भारत की स्थापना हुई।

जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस मौत के मुंह से बाहर निकल आए थे, जानें कैसा था सफर

जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस मौत के मुंह से बाहर निकल आए थे, जानें कैसा था सफर

राष्ट्रीय | Aug 09, 2023, 03:15 PM IST

Subhash Chandra Bose: पूरी दुनिया दूसरे विश्वयुद्ध की आग में जल रही थी। उस समय भारत में भी स्वतंत्रता के लिए अहिंसक और सशस्त्र आंदोलन गति पकड़ रहा था। महात्मा गांधी अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे, जबकि सशस्त्र आंदोलन की बागडोर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के हाथों में थी।

 आप अपने तिरंगा के बारे में कितना जानते हैं, अब इस कारण से रात में फहराया जा सकता है झंडा

आप अपने तिरंगा के बारे में कितना जानते हैं, अब इस कारण से रात में फहराया जा सकता है झंडा

राष्ट्रीय | Aug 05, 2022, 02:49 PM IST

Independence Day Special: दुनिया के हर स्वतंत्र राष्ट्र का अपना झंडा है। यह एक स्वतंत्र देश का प्रतीक है। भारत के राष्ट्रीय ध्वज को उसके वर्तमान स्वरूप में 22 जुलाई 1947 को हुई संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था।

ये Anglo Indian कौन हैं? आप कितना जानते हैं इनके बारे में?

ये Anglo Indian कौन हैं? आप कितना जानते हैं इनके बारे में?

राष्ट्रीय | Aug 04, 2022, 02:20 PM IST

Anglo Indian: किसी क्षेत्र से चुनकर नहीं आते हैं। यह किसी खास समुदाय से संबंध रखते हैं जिन्हें राष्ट्रपति के द्वारा सीधे चयनित किया जाता है।

आजादी के बाद कितना बदला हमारे भारत का नक्शा? आतंरिक सीमाओं में आए कई बदलाव, यहां देखिए 75 साल का सफर

आजादी के बाद कितना बदला हमारे भारत का नक्शा? आतंरिक सीमाओं में आए कई बदलाव, यहां देखिए 75 साल का सफर

राष्ट्रीय | Aug 04, 2022, 05:56 PM IST

भारत में जरूरत और मांग के हिसाब से वक्त-वक्त पर नए राज्यों का गठन होता रहा है। 2019 में ही जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग करते हुए दो केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर मान्यता दी गई थी।

देश की एकता व अखंडता से खिलवाड़ स्वतंत्रता सेनानियों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात: नरेंद्र मोदी

देश की एकता व अखंडता से खिलवाड़ स्वतंत्रता सेनानियों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात: नरेंद्र मोदी

पश्चिम बंगाल | Mar 23, 2022, 11:05 PM IST

शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी गाथाएं देश के लिए दिन रात मेहनत करने के लिए देशवासियों को प्रेरित करती हैं।

स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की जयंती आज, पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि

स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की जयंती आज, पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रीय | Jan 28, 2022, 11:04 AM IST

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘पंजाब केसरी लाला लाजपत राय को उनकी जयंती पर सादर नमन। स्वतंत्रता आंदोलन में उनके साहस, संघर्ष और समर्पण की कहानी देशवासियों के लिए सदैव स्मरणीय रहेगी।’

बोस ने ही दी थी गांधीजी को राष्ट्रपिता की उपाधि

बोस ने ही दी थी गांधीजी को राष्ट्रपिता की उपाधि

राष्ट्रीय | Jan 24, 2022, 02:22 PM IST

नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जीवन पर महात्मा गांधी के विचारों का भी प्रभाव था, भले ही आजादी की जंग में गांधीजी से उनके मतभेद रहे हों, लेकिन बोस ने ही गांधीजी सबसे पहले राष्ट्रपिता की उपाधि दी थी। 1938 और 1939 में नेताजी सुभाषचंद्र बोस कांग्रेस अध्यक्ष भी बने। हालांकि, 1939 में महात्मा गांधी और कांग्रेस आलाकमान के साथ मतभेदों के बाद उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया औऱ पार्टी से अलग हो गए।

अंग्रेजों को धूल चटाने के लिए बना डाली आजाद हिंद फौज, किया रेडियो प्रसारण, जर्मनी से जापान तक किया सफर

अंग्रेजों को धूल चटाने के लिए बना डाली आजाद हिंद फौज, किया रेडियो प्रसारण, जर्मनी से जापान तक किया सफर

राष्ट्रीय | Jan 23, 2022, 08:30 AM IST

देश की आजादी के लिए नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अथक प्रयास किए। उन्होंने ब्रिटेन के विरोधी देशों को जो विश्वयुद्ध में ब्रिटेन के विरोध में लड़ रहे थे, उन्हें साधने की कोशिश की, ताकि वे अपनी ऐसी फौज बना सकें, जिससे वे अंग्रेजों से लड़ सकें। इसके लिए वे जर्मनी गए और हिटलर से मिले, जापान भी गए। उन्हें यहां से सहयोग भी मिला।

जलियावाला बाग कांड ने सुभाषचंद्र बोस को कर दिया था विचलित, जानिए कैसे वे स्वाधीनता संग्राम में कूद पड़े

जलियावाला बाग कांड ने सुभाषचंद्र बोस को कर दिया था विचलित, जानिए कैसे वे स्वाधीनता संग्राम में कूद पड़े

राष्ट्रीय | Jan 23, 2022, 08:29 AM IST

देश भारतमाता के वीर सपूत नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है। उनके जन्मदिन को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पराक्रम दिवस के रूप में मना रही है। अब गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत उनके जन्मदिन से प्रारंभ होगी। जानिए नेताजी कैसे राजनीति में आए, क्यों आईसीएस की परीक्षा से त्यागपत्र दे डाला और भी बहुत कुछ।

रेप पीड़िता को धमकी देने के आरोप में फ्रीडम 251 स्मार्टफोन के संस्थापक समेत तीन गिरफ्तार

रेप पीड़िता को धमकी देने के आरोप में फ्रीडम 251 स्मार्टफोन के संस्थापक समेत तीन गिरफ्तार

दिल्ली | Oct 10, 2021, 08:58 AM IST

दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन कहे जाने वाले फ्रीडम 251 के निर्माता सहित तीन लोगों को द्वारका में एक बलात्कार पीड़िता को कथित तौर पर एक साल तक धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

जब हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया था ये क्रांतिकारी, 18 साल थी उम्र

जब हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया था ये क्रांतिकारी, 18 साल थी उम्र

राष्ट्रीय | Aug 11, 2020, 12:49 PM IST

देश की आजादी की लड़ाई में कुछ नौजवानों का बलिदान इतना उद्वेलित करने वाला था कि उसने पूरे देश में स्वतंत्रता संग्राम का रूख बदलकर रख दिया इनमें एक नाम खुदीराम बोस का है, जिन्हें 11 अगस्त 1908 को फांसी दे दी गई।

World Press Freedom Day 2020: जानिए 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण और थीम

World Press Freedom Day 2020: जानिए 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण और थीम

फीचर | May 03, 2020, 08:21 AM IST

यूनेस्को की आम सम्मेलन की सिफारिश के बाद दिसंबर 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था।

आतंकवादियों को ‘‘स्वतंत्रतता सेनानी’’ बताने से आतंक के खिलाफ लड़ाई हुई पेचीदा: चीनी जनरल

आतंकवादियों को ‘‘स्वतंत्रतता सेनानी’’ बताने से आतंक के खिलाफ लड़ाई हुई पेचीदा: चीनी जनरल

एशिया | Oct 23, 2019, 06:45 PM IST

चीनी सेना के एक वरिष्ठ जनरल ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संयुक्त मोर्चा आगे बढ़ाने की कोशिशें जटिल हो गयी हैं क्योंकि कुछ देशों ने आतंकवादियों का चित्रण ‘‘स्वतंत्रता सेनानियों’’ के तौर पर करके आतंकवाद की परिभाषा का ‘‘दुरुपयोग’’ किया है।

चीन के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतरे, लगाए आजादी के नारे, हांगकांग हवाईअड्डा बंद

चीन के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतरे, लगाए आजादी के नारे, हांगकांग हवाईअड्डा बंद

एशिया | Aug 12, 2019, 07:41 PM IST

लोकतंत्र समर्थक हजारों प्रदर्शनकारियों के सोमवार को हांगकांग हवाईअड्डे पर उमड़ने के बाद यहां से विमानों का परिचालन रद्द कर दिया गया। अपनी उड़ानों से हवाईअड्डा पर उतरने वाले यात्रियों का स्वागत हजारों की संख्या में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने किया, जिन्होंने ‘‘आजादी के लिए लड़ाई’’ के नारे लगाए।

अब छात्र पढ़ेंगे RSS का इतिहास और ‘राष्ट्र निर्माण’ में उसकी भूमिका, पाठ्यक्रम में हुआ शामिल

अब छात्र पढ़ेंगे RSS का इतिहास और ‘राष्ट्र निर्माण’ में उसकी भूमिका, पाठ्यक्रम में हुआ शामिल

राष्ट्रीय | Jul 09, 2019, 06:07 PM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का इतिहास और ‘राष्ट्र निर्माण’ में इसकी भूमिका को नागपुर स्थित एक विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। आरएसएस का मुख्यालय भी इसी शहर में है।

22 जून का इतिहास: नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने किया ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन

22 जून का इतिहास: नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने किया ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन

राष्ट्रीय | Jun 22, 2019, 12:27 PM IST

कांग्रेस के त्रिपुरा अधिवेशन के बाद नेताजी ने 1939 में कांग्रेस को जनता की स्वतंत्र होने की इच्छा, लोकतंत्र और क्रांति का प्रतीक बनाने के लिए कांग्रेस के भीतर ही फॉरवर्ड ब्लाक की स्थापना की थी।

162 साल पहले मेरठ ने दी थी आजादी की चिंगारी को हवा, कोतवाल धनसिंह ने भी दिया था विशेष योगदान

162 साल पहले मेरठ ने दी थी आजादी की चिंगारी को हवा, कोतवाल धनसिंह ने भी दिया था विशेष योगदान

उत्तर प्रदेश | May 10, 2019, 08:50 PM IST

1857 की क्रांति की शुरुआत वर्तमान उत्तर प्रदेश के मेरठ से हुई थी। यहीं से अंग्रेज सरकार के खिलाफ पहली बार 10 मई 1857 को स्वतंत्रता का बिगुल फूंका गया था। 

जलियांवाला बाग कांड के 100 साल, ब्रिटिश उच्चायुक्त ने 'शहीदों' को दी श्रद्धांजलि, घटना को बताया शर्मनाक

जलियांवाला बाग कांड के 100 साल, ब्रिटिश उच्चायुक्त ने 'शहीदों' को दी श्रद्धांजलि, घटना को बताया शर्मनाक

राष्ट्रीय | Apr 14, 2019, 06:54 AM IST

देश की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल का दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है।

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