Friday, November 22, 2024
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162 साल पहले मेरठ ने दी थी आजादी की चिंगारी को हवा, कोतवाल धनसिंह ने भी दिया था विशेष योगदान

162 साल पहले मेरठ ने दी थी आजादी की चिंगारी को हवा, कोतवाल धनसिंह ने भी दिया था विशेष योगदान

उत्तर प्रदेश | May 10, 2019, 08:50 PM IST

1857 की क्रांति की शुरुआत वर्तमान उत्तर प्रदेश के मेरठ से हुई थी। यहीं से अंग्रेज सरकार के खिलाफ पहली बार 10 मई 1857 को स्वतंत्रता का बिगुल फूंका गया था। 

160 साल पहले आज के दिन दी गई थी आजादी के पहले महानायक मंगल पांडे को फांसी

160 साल पहले आज के दिन दी गई थी आजादी के पहले महानायक मंगल पांडे को फांसी

राष्ट्रीय | Apr 08, 2019, 01:49 PM IST

8 अप्रैल का दिन भारत के लिए कई मायनों में काफी अहम है। यही वह दिन है जब भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त जैसे क्रांतिकारियों ने दिल्ली असेंबली में बम फेंका था।

राजस्थान में स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन 17,000 से बढ़कर 25,000 होगी, CM गहलोत ने की घोषणा

राजस्थान में स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन 17,000 से बढ़कर 25,000 होगी, CM गहलोत ने की घोषणा

राष्ट्रीय | Feb 07, 2019, 04:26 PM IST

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता सेनानियों को दी जाने वाली मासिक पेंशन की राशि बढाकर 25,000 रुपये करने की घोषणा बृहस्पतिवार को की।

आजादी की लौ जलाने वाले मंगल पांडे को आज के दिन क्यों दी गई थी फांसी, जानिए

आजादी की लौ जलाने वाले मंगल पांडे को आज के दिन क्यों दी गई थी फांसी, जानिए

राष्ट्रीय | Apr 07, 2018, 06:44 PM IST

भारत में धधकती आजादी की आंच पूरी दुनिया तक पहुंचे इसलिए भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने आठ अप्रैल को ही दिल्ली के सेंट्रल एसेंबली हॉल में बम फेंका था...

अनिल विज का विवादित बयान, कहा- ‘साबरमती के संत’ गीत सैंकड़ों शहीदों का अपमान

अनिल विज का विवादित बयान, कहा- ‘साबरमती के संत’ गीत सैंकड़ों शहीदों का अपमान

राजनीति | Nov 19, 2017, 07:19 PM IST

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि लोकप्रिय हिन्दी गीत ‘साबरमती के संत’ ने देश के स्वतंत्रता संघर्ष की...

स्वतंत्रता दिवस: 'देशबंधु' चित्तरंजन दास का जीवन परिचय

स्वतंत्रता दिवस: 'देशबंधु' चित्तरंजन दास का जीवन परिचय

राष्ट्रीय | Aug 12, 2017, 01:24 PM IST

चित्तरंजन दास का जन्‍म 5 नवंबर, 1870 को कोलकाता में हुआ था। उनका ताल्लुक ढाका के बिक्रमपुर के तेलिरबाग के प्रसिद्ध दास परिवार से था। उनके पिता भुबन मोहन दास कोलकाता उच्‍च न्‍यायालय में एक जाने माने वकील थे। ब्रह्म समाज के एक कट्टर समर्थक देशबंधु अपनी

स्वतंत्रता दिवस: ख़ान अब्दुल गफ्फार ख़ान कैसे बने बाचा खान से सीमांत गांधी?

स्वतंत्रता दिवस: ख़ान अब्दुल गफ्फार ख़ान कैसे बने बाचा खान से सीमांत गांधी?

राष्ट्रीय | Aug 12, 2017, 01:07 PM IST

गफ्फार खान और महात्मा गाँधी के बीच एक आध्यात्मिक स्तर की मित्रता थी। दोनों को एक दूसरे के प्रति अपार स्नेह और सम्मान था और दोनों ने सन 1947 तक मिल-जुलकर काम किया। गफ्फार खान के खुदाई खिदमतगार और कांग्रेस ने स्वाधीनता के संघर्ष में एक-दूसरे का साथ निभ

स्वतंत्रता दिवस: ऐसा न होता तो नहीं पकड़े जाते रामप्रसाद बिस्मिल और दूसरे क्रांतिकारी

स्वतंत्रता दिवस: ऐसा न होता तो नहीं पकड़े जाते रामप्रसाद बिस्मिल और दूसरे क्रांतिकारी

राष्ट्रीय | Aug 11, 2017, 01:20 PM IST

भारत के स्वाधीनता आंदोलन में काकोरी कांड की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन इसके बारे में बहुत ज्यादा जिक्र सुनने को नहीं मिलता। इसकी वजह यह है कि इतिहासकारों ने काकोरी कांड को बहुत ज्यादा अहमियत नहीं दी। लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि काकोरी कांड

स्वतंत्रता दिवस: क्रान्तिकारी और भगत सिंह के बचपन के मित्र सुखदेव का जीवन परिचय

स्वतंत्रता दिवस: क्रान्तिकारी और भगत सिंह के बचपन के मित्र सुखदेव का जीवन परिचय

राष्ट्रीय | Aug 11, 2017, 01:21 PM IST

इनका जन्म पंजाब के लुधियाना जिले में 15 मई, 1907 में रामलाल और रल्ली देवी के घर हुआ था। इनके जन्म से 3 महीने पहले ही इनके पिता का निधन हो गया था। इसलिए इनके लालन पोषण में इनके ताऊ अचिंतराम ने इनकी माता को पूर्ण सहयोग दिया। सुखदेव को इनके ताऊ व ताई ने

स्वतंत्रता दिवस: ...तो इस तरह चंद्रशेखर तिवारी बन गये थे चंद्रशेखर आजाद

स्वतंत्रता दिवस: ...तो इस तरह चंद्रशेखर तिवारी बन गये थे चंद्रशेखर आजाद

राष्ट्रीय | Aug 10, 2017, 02:28 PM IST

1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग कांड ने उन्‍हें झकझोर कर रख दिया था। चन्द्रशेखर उस समय पढ़ाई कर रहे थे। तभी से उनके मन में एक आग धधक रही थी। महात्‍मा गांधी द्वारा असहयोग आंदोलन खत्‍म किये जाने पर सैंकड़ों छात्रों के साथ चन्द्रशेखर भी सड़कों पर उतर

स्वतंत्रता दिवस: 12 साल के भगत सिंह से शहीद-ए-आजम बनने तक का सफर

स्वतंत्रता दिवस: 12 साल के भगत सिंह से शहीद-ए-आजम बनने तक का सफर

राष्ट्रीय | Aug 10, 2017, 02:03 PM IST

भारत के वीर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिह का जन्म पंजाब प्रांत में लायपुर जिले के बंगा में 28 सितंबर, 1947 को पिता किशन सिह और माता विद्यावती के घर हुआ था। 12 साल की उम्र में जलियांवाला बाग हत्याकांड के साक्षी रहे भगत सिंह की सोच पर ऐसा असर पड़ा कि उन्हो

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