पीएम मोदी ने नासाऊ में 10 वर्षों में बदलते भारत से प्रवासी भारतीयों को परिचित कराया। साथ ही दुनिया को इस अवसर का मूल्य भी बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रवासी भारतीयों का धन्यवाद किया।
स्वतंत्रता दिवस अब करीब आ गया है और भारतवासी इस खास मौके पर देश के लिए कुर्बानी देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद करेंगे। इन स्वतंत्रता सेनानियों पर बॉलीवुड में कई फिल्में बनी हैं। 'गांधी' से लेकर 'मंगल पांडे' तक ऐसी फिल्मों की लिस्ट हम आपके लिए लाए हैं।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले कहा है कि देश के लोगों को स्वतंत्रता और अराजकता के बीच में से किसी एक को चुनना होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव इन्हीं दोनों के बीच है।
बलिया के छोटे से गांव में जन्में मंगल पांडे को कौन नहीं जानता है। आजादी के लिए ल़ी जाने वाली पहली लड़ाई 1857 की क्रांति ही थी, जिसमें मंगल पांडे ने अहम भूमिका निभाई और मंगल पांडे से नाराज अंग्रेजों ने उन्हें फांसी दे दी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उस वक्त भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का संदेश गूंज उठा, जब बात दुनिया भर में पत्रकारों में मंडराने वाले खतरे और प्रेस की आजादी की चर्चा हुई। तब यूएनजीए के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने पूरी दुनिया को प्रेस की आजादी के लिए महात्मा गांधी का संदेश सुनाया।
अविभाजित भारत के स्वंतंत्रता संग्राम के दौरान आजादी के नायक रहे सरदार भगत सिंह की फांसी को गलत बताते हुए पाकिस्तान में कुछ संगठनों ने इस मामले की फिर से सुनवाई करने की मांग की है। पाकिस्तान कोर्ट से मामले की उसी तरह दोबारा सुनवाई कर न्याय देने की मांग की है, जैसा पूर्व पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो के केस में हुआ।
पाकिस्तान की अदालत में एक याचिका दायर कर शहीद भगत सिंह को सजा से बरी करने की मांग की गई है। साथ ही मरणोपरांत उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग की गई है। ब्रिटिश पुलिस अधिकारी सांडर्स की हत्या में दोषी मानकर भगत सिंह को फांसी दी गई थी। मगर याचिका के अनुसार बिना गवाहों को सुने भगत सिंह को सजा दी गई।
अंग्रेजों ने भारत को 14-15 अगस्त की आधी रात को आजादी दी थी। लेकिन क्या आपको पता है कि इस दौरान देश में कैसे आजादी का जश्न मनाया जा रहा था। लोगों में उत्साह का ऐसा स्तर कभी देश में नहीं देखा गया था।
वीर सावरकर जयंती: वीर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को नासिक गांव में हुआ था। आज उनकी जयंती के अवसर पर पढ़ें उनके जीवन के बारे में कुछ बातें।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने मीडिया की आजादी पर हमला करने वाले देशों को कड़ी नसीहत दी है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर चेतावनी दी कि “दुनिया के हर कोने में मीडिया पर हमले हो रहे हैं”।
भारत में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर देश में विभिन्न पार्टियों और लोगों की ओर से भिन्न-भिन्न बयान आते रहे हैं। मगर भारत में प्रेस को कितनी आजादी है और कितनी बंदिश...इसे लेकर अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है। भारतीय प्रेस को स्वतंत्रता को लेकर अमेरिका के इस बयान से बहुत से लोग सहमत या असहमत हो सकते हैं।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा की बिशनी देवी साह उत्तराखंड की पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। आजादी की लड़ाई में जेल जाने वालीं वो पहली महिला भी रही।
राज्य सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन को दोगुना कर दिया है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक में इस मामले में फैसला लिया गया।
Imran Khan-Hakiki Azadi: 25 मई को ‘आजादी मार्च’ के बाद यह खान की दूसरी बड़ी रैली होगी। ‘आजादी मार्च’ को उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के संघीय राजधानी में पहुंचने के बाद अंतिम समय में अचानक खत्म कर दिया गया था।
Kartavya Path: हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि हमने एक गुलामी की निशानी को खत्म कर दिया है।
Freedom Stocks: आज देश आजादी के 75 साल पूरे होने पर धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार ने बीते 1 साल में निवेशकों को कमाने के भरपूर मौके दिए हैं।
Newspapers Reported India's Freedom: भारत के लिए आजादी का दिन काफी बड़ा था। जब आधी रात को पूरी दुनिया सो रही थी, तब भारत ने गुलामी की जंजीरें तोड़ीं और वो आजादी की खुली हवा में सांस ले रहा था। भारत की आजादी की खबर को दुनियाभर के अखबारों में छापा गया।
Independence Day 2022: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के घर पहुंचे और उन्हें कच्चे सूत की माला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
75 years of independence: आजादी के 75 साल जल्द ही पूरे होने वाले हैं। इसी मौके पर देश 75वां अमृत महोत्सव मना रहा है। जब हमारा देश आजाद हुआ था, तब हर मामले में हमारा देश पिछड़ा था। अंग्रेजों ने जितना भारत को आधुनिक बनाया था, उससे कई गुना भारत को लूट लिया था।
75 years of independence: इस साल आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं। इसी उपलक्ष में हम आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजाद हो गया था।
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