मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति का हिरोशिमा दौरा और इससे पहले अरब लीग शिखर सम्मेलन का दौरा जंग के बीच शांति बनाए रखने की जेलेंस्की की कोशिश एक सकारात्मक कदम है।
यूक्रेन में मौत बरसाती मिसाइलों, रॉकेट और बमों के बीच में अब रिपोर्टिंग करना पत्रकारों के लिए मुश्किल हो चला है। अब तक कई पत्रकार यूक्रेन में हमले की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि कई घायल हुए हैं। वहीं कुछ पत्रकार ऐसे भी हैं कि रिपोर्टिंग के दौरान मौत जिनके बेहद करीब से गुजरी।
पीएम मोदी के दोस्त मैक्रों ने प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस में 14 जुलाई को होने वाली बैस्टिल डे परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया है, जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया है।
भारत की मजबूत विदेश नीति और पीएम मोदी के करिश्माई नेतृत्व से दुनिया में देश का डंका बज रहा है। पीएम मोदी की लोकप्रियता और उनके अंदाज ने तमाम राष्ट्रों के अध्यक्षों को भी कायल बना दिया है। कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से पीएम मोदी की गहरी दोस्ती है।
इस समय भारतीय वायुसेना के बेड़े में 36 राफेल जेट हैं। वायुसेना में शामिल होने के बाद राफेल 26 जनवरी की कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर चुका है।
प्रथम विश्व युद्ध से जुड़ी भारतीय सैनिकों की बहादुरी की यादों को ब्रिटेन हमेशा के लिए संजोये रखना चाहता है। आपको बता दें कि प्रथम विश्वयुद्ध में करीब 15 लाख भारतीय सैनिक ब्रिटिश सेना का हिस्सा बनकर युद्ध लड़ने के लिए फ्रांस भेजे गए थे। भारतीय सैनिकों ने गजब की बहादुरी दिखाई थी।
फ्रांस के राष्ट्रपति नीदरलैंड्स के दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होेंने वहां अपने वक्तव्य में कहा कि सहयोगी देश होने का मतलब जागीरदार होना नहीं होता है। उन्हांेने एक बार फिर कहा कि फ्रांस वन चाइना पॉलिसी का समर्थक है, लेकिन चाहता है कि इस इलाके में स्थिति का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकाला जाए।
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोप को अमेरिका पर अपनी निर्भरता घटाने की सलाह दी है। चीन से मुलाकात के बाद मैक्रों के सुर बदले नजर आ रहे हैें। वे अमेरिका से अलग यूरोप का वजूद चाहते हैं, इसलिए इस तरह के बयान दिए हैं। इमानुएल मैक्रों तो ये भी चाहते हैं कि यूरोप ‘तीसरी शक्ति‘ बनकर उभरे, जिसका लीडर फ्रांस हो।
फ्रांस में हुए संदिग्ध विस्फोट से एक इमारत ताश के पत्तों की तरह देखते ही देखते ढह गई। इस इमारत के नीचे मलबे में 10 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि यह विस्फोट किस वजह से हुआ, इसके कारणों की जानकारी अभी तक नहीं हो सकी है। मलबे में दबे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए टीमें जुट गई हैं।
तीन दिन की यात्रा के लिए चीन पहुंचे मैक्रों ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान वह कोशिश करेंगे कि चीन यूक्रेन में शांति प्रयासों में शामिल हो। मैक्रों के साथ यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन भी चीन दौरे पर आए हैं।
फ्रांस कैबिनेट में सोशल इकोनॉमिक एंड फ्रेंच एसोसिएशन मामलों की मंत्री मार्लिन ने मैगजीन को 12 पेज का इंटरव्यू भी दिया है, जिसमें उन्होंने अबॉर्शन, महिला अधिकार और एलजीबीटी अधिकारों जैसे विषयों पर बेबाक राय रखी हैै। मार्लिन ऐसी पहली महिला नेता हैं, जो प्लेबॉय के कवर पेज पर नजर आई हैं।
पेंशन विवाद को लेकर विरोध प्रदर्शन के ज़रिए प्रदर्शनकारी अपनी आवाज़ पहुंचाना चाहते हैं क्योंकि दूसरे किसी तरीक़े से ये सुधार वापस नहीं लिया जाएगा। विरोध प्रदर्शन के चलते रेल यातायात और तेल रिफ़ाइनरी का काम प्रभावित हुआ और कुछ लोगों को चोटें भी आईं।
चीनी पनडुब्बी को ढूंढकर नेस्तनाबूत करने की तैयारी तो पहले से ही सैन्याभ्यास में चल रही है। इसी बीच फ्रांस ने 6 न्यूक्लियर पनडुब्बियां भारत को देने का ऑफर किया है। फ्रांस की तरफ से मिला यह ऑफर बिल्कुल ऑकस की तरह होगा।
दोनों देशों की सेनाओं द्वारा संयुक्त रूप से किए जा रहे इस सैन्य अभ्यास को 'फ्रिंजेक्स-23' नाम दिया गया है। भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक फ्रांस की सेना के साथ यह सैन्य अभ्यास 7 और 8 मार्च को केरल में तिरुवनंतपुरम के पैंगोड मिलिट्री स्टेशन में आयोजित किया जाएगा।
फ्रेंच आल्प्स की यात्रा के बाद प्राथमिक विद्यालय के 40 छात्रों को घर ले जा रही एक बस शनिवार को एक ढलान से खाई में गिर गई, जिससे चालक और उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गए और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और फ्रांस की सुरक्षा और स्थिरता के लिए हुई रक्षा साझेदारी ने चीन की चिंता बढ़ा दी है। चीन दक्षिण चीन सागर पर पहले से ही अपना आधिपत्य जमाता रहा है। अब वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी अस्थिरता पैदा करने का प्रयास कर रहा है। मगर इन दोनों देशों ने ड्रैगन की मंशा पर पानी फेरना शुरू कर दिया है।
अगर यूक्रेन के साथ युद्ध जारी रहा तो रूस का पेरिस ओलंपिक में भाग लेने सपना टूट सकता है। यूक्रेन पर हमला नहीं रोकने की स्थिति में फ्रांस ने रूस को बाहर का रास्ता दिखाने का संकेत दे दिया है। आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं।
भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने शनिवार को एक त्रिपक्षीय मंच बनाने का ऐलान किया है। इसके तहत तीनों देश मिलकर रक्षा सहयोग, सौर और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। भारत, फ्रांस और यूएई के इस संगठन से चीन और पाकिस्तान चिंतित हो उठे हैं।
यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर ला कर खड़ा कर दिया है। यूरोपियन देशों के अलावा गैर यूरोपियन देश भी अब यूक्रेन युद्ध में कूद रहे हैं। वहीं रूस अभी तक अकेले ही जंग लड़ रहा है। मगर जिस तरह से एक के बाद एक देश यूक्रेन की मदद को खुलकर सामने आ रहे हैं।
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