प्रोटेस्ट करने वाले लोगों का कहना है कि सिर्फ पुलिसवालों को जेल भेजने से काम नहीं चलेगा. उनकी शिकायत है कि फ्रांस में पुलिस वाले निरंकुश हो गए हैं
फ्रांस में कई दिनों से हिंसा और आगजनी जारी है। इस बीच एक ट्वीट वायरल हुआ जिसमें फ्रांस के दंगे रोकने के लिए योगी की मदद मांगी गई थी। इसके बाद अब योगी आदित्यनाथ के पर्सनल ऑफिस के नाम से एक ट्विटर अकाउंट से जवाब आया है।
फ्रांस में पिछले 4 दिनों से हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है और दंगाइयों ने न सिर्फ दुकानें लूटी हैं बल्कि कई जगह आगजनी भी की है।
फ्रांस में लगातार कई दिनों से हिंसा और आगजनी जारी है। पुलिस कार्रवाई में एक 17 साल के लड़के की मौत से भड़के प्रदर्शनकारी बड़े पैमाने पर दंगे कर रहे हैं और पुलिस पर भी हमले कर रहे हैं। ऐसे में ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ से मदद को लेकर एक ट्वीट वायरल हो रहा है।
फ्रांस में किशोर की हत्या के बाद से हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गृहमंत्री गेराल्ड डारमनिन ने कहा कि पुलिस ने हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में 667 लोगों को हिरासत में लिया है। राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, लगभग 200 पुलिस अधिकारी घायल हुए। राष्ट्रपति मौक्रों ने हालात को संभालने के लिए आपात बैठक की है।
फ्रांस में 17 वर्षीय एक नाबालिग को पुलिस ने ट्रैफिक नियम तोड़ने के आरोप में गोली मार दी है। जिससे किशोर की मौत हो गई। इसे लेकर पूरे फ्रांस में हिंसा और आगजनी चल रही है। राष्ट्रपति मैक्रों ने नाबालिग को गोली मारने वाले पुलिस पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। उसे हिरासत में भी ले लिया गया है।
भारत और फ्रांस की दोस्ती लगातार प्रगाढ़ होती जा रही है। 14 जुलाई को फ्रांस ने अपने बैस्टिल डे परेड में पीएम मोदी को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है। इस दौरान भारत और फ्रांस की वायुसेनाएं अपने राफेल विमानों से आसमान में भयंकर गर्जना से दुश्मन को ताकत का एहसास कराएंगी।
वीडियो में फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों महज 17 सेकंड में पूरी बोतल को गटक जाते हैं। इसी वीडियो की वजह से वह विवादों में आ गए हैं। विपक्षी दल ने उनके इस कृत्य पर निशाना साधा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों टुलूज रग्बी के खिलाड़ियों के जीत दर्ज करने के बाद जश्न में शराब पीकर शामिल हो गए। उन्हें दारू पीकर नशे में टल्ली होते देखने के बाद विपक्षी पार्टियों और लोगों ने आलोचना शुरू कर दी। इससे फ्रांसीसी राष्ट्रपति को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
फ्रांस में बृहस्पतिवार को पार्क में खेलते बच्चों पर एक सिरफिरे ने चाकू से हमला कर दिया था। इससे 4 बच्चों समेत कुल 6 लोग घायल हो गए थे। इनमें से दो बच्चों की हालत गंभीर है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अपनी पत्नी के साथ इन बच्चों को देखने अस्पताल जाएंगे।
फ्रांस के एनेंसी में खेल के मैदान में मौज-मस्ती कर रहे बच्चों पर अचानक एक हमलावर ने चाकू से हमला कर दिया। इससे खेल के मैदान में चीख-पुकार और भगदड़ मच गई।
पीएम मोदी के 9 वर्षों के कार्यकाल में ही भारत ने रक्षा के क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। भारतीय सेना की ताकत पहले से कई गुना बढ़ गई है। खास बात यह है कि हिंदुस्तान अब लड़ाकू विमानों और हथियारों के लिए विदेश पर निर्भर नहीं रहा।
नया क्षुद्रग्रह यानी एस्टेरॉयड है, जिसका नाम 2023 FW13 है। यह हमारी पृथ्वी का 2100 साल पुराना साथी है जो हमारी धरती के साथ ही सूर्य के चक्कर लगाता है।
मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति का हिरोशिमा दौरा और इससे पहले अरब लीग शिखर सम्मेलन का दौरा जंग के बीच शांति बनाए रखने की जेलेंस्की की कोशिश एक सकारात्मक कदम है।
यूक्रेन में मौत बरसाती मिसाइलों, रॉकेट और बमों के बीच में अब रिपोर्टिंग करना पत्रकारों के लिए मुश्किल हो चला है। अब तक कई पत्रकार यूक्रेन में हमले की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि कई घायल हुए हैं। वहीं कुछ पत्रकार ऐसे भी हैं कि रिपोर्टिंग के दौरान मौत जिनके बेहद करीब से गुजरी।
पीएम मोदी के दोस्त मैक्रों ने प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस में 14 जुलाई को होने वाली बैस्टिल डे परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया है, जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया है।
भारत की मजबूत विदेश नीति और पीएम मोदी के करिश्माई नेतृत्व से दुनिया में देश का डंका बज रहा है। पीएम मोदी की लोकप्रियता और उनके अंदाज ने तमाम राष्ट्रों के अध्यक्षों को भी कायल बना दिया है। कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से पीएम मोदी की गहरी दोस्ती है।
इस समय भारतीय वायुसेना के बेड़े में 36 राफेल जेट हैं। वायुसेना में शामिल होने के बाद राफेल 26 जनवरी की कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर चुका है।
प्रथम विश्व युद्ध से जुड़ी भारतीय सैनिकों की बहादुरी की यादों को ब्रिटेन हमेशा के लिए संजोये रखना चाहता है। आपको बता दें कि प्रथम विश्वयुद्ध में करीब 15 लाख भारतीय सैनिक ब्रिटिश सेना का हिस्सा बनकर युद्ध लड़ने के लिए फ्रांस भेजे गए थे। भारतीय सैनिकों ने गजब की बहादुरी दिखाई थी।
फ्रांस के राष्ट्रपति नीदरलैंड्स के दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होेंने वहां अपने वक्तव्य में कहा कि सहयोगी देश होने का मतलब जागीरदार होना नहीं होता है। उन्हांेने एक बार फिर कहा कि फ्रांस वन चाइना पॉलिसी का समर्थक है, लेकिन चाहता है कि इस इलाके में स्थिति का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकाला जाए।
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