मानव तस्करी के आरोप में फ्रांस की हिरासत में रह रहे 303 यात्रियों से भरे विमान को आज मुंबई लाया जा रहा है। इसमें ज्यादातर भारतीय हैं। फ्रांस में समस्त कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने और अदालत के आदेश के बाद विमान को मुंबई लाने का फैसला किया गया।
पकड़े यात्रियों में 11 नाबालिग भी हैं जिनके साथ कोई नहीं है और प्रसारक के अनुसार उनमें से 6 पहले ही फ्रांस में शरण को लेकर अनुरोध के लिए कदम उठा चुके हैं। समाचार नेटवर्क ने फ्रैंकोइस के हवाले से कहा, ‘‘इन लोगों से पूछताछ करनी होगी और उन्हें बताया जाएगा कि वे राजनीतिक शरणार्थी स्थिति से लाभान्वित हो सकते हैं या नहीं।’’
पेरिस से दिल्ली तक उस वक्त हड़कंप मच गया जब 303 भारतीयों को लेकर यूएई से निकारागुआ जा रहे एक विमान को फ्रांस में उतार लिया गया।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों आगामी 26 जनवरी को रिपब्लिक डे पर भारत के मुख्य अतिथि होंगे। इसके लिए भारत ने फ्रांस को न्यौता भेजा था, जिसे मैक्रों ने स्वीकार कर लिया है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के भारत के मेहमान बनने की खबरें थीं। लेकिन वे निजी वजहों से शामिल नहीं हो पाएंगे।
फ्रांस ने अपने देश के सबसे बड़े मुस्लिम स्कूल पर कार्रवाई की है। सरकार के इस कदम से मुस्लिम भड़के हुए हैं। यह स्कूल सरकार के फंड से चलता है। उधर, मानवाधिकार संगठन ने फ्रांस सरकार के इस कदम को अनुचित बताया है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर जंग का नया अड्डा बन गया है। हमास के समर्थन में यमन की ओर से लगातार लालसागर में मौजूद अमेरिकी और अन्य देशों के युद्धपोत को निशाना बनाया जा रहा है। इस बार फ्रांस के युद्धपोत पर ड्रोन हमला किया गया है। फ्रांस के अधिकारियों ने बताया हमलावर ड्रोन यमन की ओर से आते देखा गया।
भारत-फ्रांस के संबंधों में लगातार मधुरता और मजबूती बढ़ रही है। पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों काफी अच्छे दोस्त हैं। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों नेता गर्मजोशी के साथ मिलते हैं। दुबई में भी पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की।
फ्रांस ने चीन से अपने संबंधों को सुधारने की दिशा में पहल करनी शुरू कर दी है। फ्रांस की विदेश मंत्री कैथेरिन कोलोना ने चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से बातचीत की है। फ्रांस ने वैश्विक समस्याओं और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चीन को साथ आने का आह्वान किया है।
फ्रांस ने सीरिया के राष्ट्रपति और तीन सैन्य जनरलों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। राष्ट्रपति असद के अलावा उनके भाई, चौथे बख्तरबंद डिवीजन के कमांडर माहेर असद और सीरियाई सेना के दो जनरलों घासन अब्बास और बासम अल-हसन के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं।
फ्रांस में भी इजराइल और हमास की जंग का बड़ा रिएक्शन देखने को मिल रहा है। फ्रांस में गाजा की जंग के बीच पौने दो लाख से भी ज्यादा प्रदर्शन किया। अकेले पेरिस में एक लाख लोगों ने मार्च निकाला। तस्वीरों में देखिए फ्रांस की सड़कों पर कैसे प्रदर्शनकारियों का सैलाब उमड़ पड़ा।
फ्रांस में एयरपोर्ट पर एकत्र होकर नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। फ्रांस में एयरपोर्ट पर करीब 30 लोग नमाज के लिए जुटे। इस पर सीमा पुलिस को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
फ्रांस के बाद इटली में भी तूफान सियारन ने कहर मचाया है। यहां तूफान के कारण रिकॉर्ड बारिश ने आम जनजीवन को ठप कर दिया है। समंदर में बड़ी बड़ी लहरें उठ रही हैं। स्कूलों और अस्पतालों में पानी भर गया है। कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं। जानमाल के नुकसान की खबरें हैं।
धरती के अंदर जीवाश्म ईंधन की खोज के दौरान फ्रांस में वैज्ञानिकों को सफेद सोना मिला है। व्हाइट हाइड्रोडन को गोल्डन हाइड्रोजन के नाम से जाना जाता है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि यह धरती को बचाने में काफी मददगार साबित हो सकती है।
तूफान Ciaran ने पश्चिमी यूरोप में हाहाकार मचाकर रख दिया है। फ्रांस, नीदरलैंड्स, इंग्लैंड सहित पश्चिमी यूरोप के कई देशों में आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। फ्रांस में बिजली गुल हो गई। लाखों लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए हैं।
फ्रांस की राजधानी पेरिस जा रही एक ट्रेन को आत्मघाती हमले से उड़ाने की धमकी देने का मामला सामने आया है। फ्रांस पुलिस ने हमले की धमकी देने वाली महिला को गोली मार दी है। हालांकि उसकी जान बच गई है। पुलिस ने महिला को 8 गोलियां मारी हैं। धमकी देने की वजह और महिला के बारे में पुलिस सूचना जुटा रही है।
हमास से जंग के बीच इजराइल को अमेरिका और पश्चिमी देशों का भी पूरा साथ मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के बाद अब फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों भी इजराइल के समर्थन में तेल अवीव पहुंचे हैं।
फ्रांस के 3 हवाई अड्डे पर उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब एयरपोर्ट अधिकारियों को धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ। अधिकारियों ने एहतियात बरतते हुए तीनों एयरपोर्ट को एक साथ खाली करवाया। मगर जांच में कुछ नहीं मिलने से राहत की सांस ली गई।
इजरायल हमास युद्ध के बाद से ही फ्रांस में यहूदी आतंकियों के मुख्य टार्गेट बन गए हैं। इसे लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों काफी संजीदा हैं। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है। इसके बावजूद लोगों में दहशत बनी हुई है। कुछ दिनों पहले एक शिक्षक की हत्या के बाद अब उसी स्कूल में बम की सूचना से खलबली है।
हमास आतंकियों को इजरायल द्वारा कड़ा जवाब दिए जाने के बाद से ही दुनिया भर में रह रहे यहूदियों की जान को खतरा पैदा हो गया है। चीन के बाद अब फ्रांस में भी चाकुओं से आतंकी हमले की घटना सामने आई है। हमलावर ने चाकुओं से गोदकर फ्रांस के एक शिक्षक की हत्या कर दी और 2 अन्य को घायल कर दिया। अल्ला हू-अकबर के नारे भी लगाए।
इजरायल हमास युद्ध को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का बड़ा बयान सामने आया है। मैक्रों ने हमास को आतंकवादी संगठन करार दिया है। मैक्रों के इस बयान ने मध्य-पूर्व के देशों में खलबली मच गई है। फ्रांस के बयान से इजरायल के संघर्ष को जहां मजबूती मिली है, वहीं फिलीपींस का समर्थन करने वालों को झटका लगा है।
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