ओएफएस के तहत लिस्टेड कंपनी शेयरों की बिक्री के लिए एक न्यूनतम कीमत तय करती है, जो आमतौर पर उस शेयर के मौजूदा भाव से कम ही होती है। बिक्री शुरू होने पर खरीदार शेयरों के लिए बोली लगाते हैं, जिसके बाद कंपनी बोलियों की समीक्षा करती है और फिर कंपनी खरीदारों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट कर देते हैं।
कंपनी का कहना है कि उसे लगता है कि नवीकरणीय ऊर्जा और नए उद्योगों (हरित हाइड्रोजन, बैटरी भंडारण आदि) की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे और इक्विटी पूंजी चाहिए।
अडानी ग्रुप के एफपीओ वापस लेने के निर्णय का असर शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है। आज सुबह मार्केट की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई है। यहां समझिए, कंपनी ने ये निर्णय क्यों लिया है? एक्सपर्ट क्या कहते हैं? इसके पीछे का आंकड़ा क्या है?
मेरे लिये ये ज़रूरी है कि मैं ये कबूल करूं कि मैंने ज़िंदगी में जो भी छोटी उपलब्धि हासिल की है, वो निवेशकों के भरोसे की वजह से है। मेरी सारी कामयाबी उनकी कामयाबी है।
FPO Adani Group offer: अडाणी एंटरप्राइजेस ने कहा है कि FPO बहुत ही सही समय पर लाया जा रहा है। यह ग्रुप के 10 वर्षीय कैपिटल प्लानिंग का हिस्सा है। आइए जानते हैं यह क्या है?
रामदेव ने कहा कि रुचि सोया शेयर बाजार में जारी उठापटक के बीच यह एफपीओ लेकर आई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि रुचि सोया के उत्पादों एवं इस ब्रांड के प्रति लोगों के भरोसे को देखते हुए एफपीओ को बड़ी सफलता मिलेगी।
रुचि सोया में फिलहाल 98.9 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली पतंजलि शेयरों की ऊपरी दायरे पर खरीद होने पर करीब 19 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच देगी जबकि निचले दायरे पर यह बिक्री करीब 18 प्रतिशत की होगी।
प्रमोटर्स को एफपीओ के जरिये न्यूनतम नौ प्रतिशत हिस्सेदारी कम करनी होगी । सेबी की मंजूरी के बाद एफपीओ अगले महीने आ सकता है।
वित्त मंत्रालय के बयान के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में 21 राइट इश्यू आए, जबकि इससे पिछले साल यह आंकड़ा 17 था।
कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के साथ करीब 600 किसान जुड़े हुए हैं। साथ ही, ऐप के माध्यम से इसने 22,000 से अधिक ग्राहकों को भी जोड़ रखा है जो कि मुंबई और पुणे से हैं। ट्रेड में कोई बिचौलिया न होने से किसानो को मंडियों के मुकाबले ज्यादा दाम मिल रहे हैं।
इस वर्ष एसएफएसी को 566 एफपीओ बनाने का लक्ष्य आवंटित किया गया है और इस दिशा में जमीनी स्तर पर कार्य शुरू हो चुका है। सरकार का 10,000 एफपीओ बनाने का लक्ष्य और इस पर 6,850 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना।
रुचि सोया ने बताया था कि जुलाई-सितंबर में उसका राजस्व 28.09 प्रतिशत बढ़कर 3990.72 करोड़ रुपए रहा। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 54.88 प्रतिशत बढ़कर 126.73 करोड़ रुपए रहा।
पिछले साल पतंजलि ने दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही रुचि सोया का अधिग्रहण 4,350 करोड़ रुपये में किया था। कंपनी के प्रवर्तकों की अभी कंपनी में 99 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सूचीबद्ध कंपनी होने के नाते रुचि सोया के प्रवर्तकों को अपनी शेयरधारिता तय सीमा तक नीचे लानी होगी।
बैंक ने पात्र कर्मचारियों के लिए एक रुपए प्रति शेयर की विशेष छूट की भी घोषणा की। येस बैंक का एफपीओ 15 जुलाई को खुलेगा और 17 जुलाई को बंद होगा।
इसके तहत ताजा शेयर जारी किए जाएंगे और इसमें कर्मचारियों के लिए 200 करोड़ रुपए के शेयर आरक्षित होंगे।
3 मार्च को सरकार ने येस बैंक के लिए एक बेलआउट प्लान को मंजूरी दी थी।
कृषि व बागवानी क्षेत्र में उत्पादकता में सुधार पर सरकार का फोकस
कंपनी के अनुसार उच्च मूल्य 77 रुपए प्रति शेयर पर कंपनी एफपीओ से 1,386 करोड़ रुपए जुटा सकेगी। वहीं 72 रुपए के भाव पर वह 1,296 करोड़ रुपए जुटा पाएगी
SBI 15000 करोड़ रुपए की शेयर बिक्री के प्रबंधन के लिए छह मर्चेन्ट बैंकरों की जल्दी ही नियुक्ति करेगा। सूत्रों ने कहा कि चयन प्रक्रिया जारी है
SBI ने चालू वित्त वर्ष में अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) और पात्र संस्थागत नियोजन (QIP) के जरिये कोष जुटाने की योजना बनाई है।
संपादक की पसंद