ज्यादातर वस्तुओं के लिए GST दरें तय होने तथा सामान्य मॉनसून की भविष्यवाणी के बीच FPI ने मई महीने में देश के पूंजी बाजार में 4.2 अरब डॉलर का निवेश किया।
घरेलू पूंजी बाजारों में पार्टिसिपेटरी नोट्स (P-Notes) के जरिए निवेश अप्रैल में चार महीने के निचले स्तर 1.68 लाख करोड़ रुपए पर आ गया।
डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रहने की संभावना है। इसके अलावा बाजार बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों से भी संकेत ग्रहण करेंगे।
बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े, घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों के रुझान और एफपीआई से तय होगी।
वित्त वर्ष 2016-17 में करीब 3,500 FPI ने पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास पंजीकरण कराया है। यह भारत के आकर्षक गंतव्य बने रहने का संकेत है।
सोमवार के कारोबारी सत्र में एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई है। सेंसेक्स 80 और निफ्टी 30 अंक उछला
शेयर बाजार में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े वैश्विक बाजारों के रुझान से तय होगी।
फ्रांस में रविवार को होने वाले चुनाव से पहले दुनियाभर के शेयर बाजार में घबराहट बढ़ गई है। इसीलिए सेंसेक्स 300 और निफ्टी 90 अंक लुढ़क गया है।
सरकार के कदमों और ICICI बैंक के शानदार नतीजों के बाद आई बैंकिंग शेयरों में खरीदारी से घरेलू स्टॉक मार्केट के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 30 हजार के ऊपर बंद हुआ।
गुरुवार को प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 9,360.95 के नए उच्चतम स्तर पर खुला । वहीं, सेंसेक्स ने भी 175 अंक की तेजी के साथ शुरुआत की है।
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के बुधवार देर रात को ब्याज दरों पर फैसले आने से पहले दुनियाभर के बाजारों के साथ-साथ सेंसेक्स और निफ्टी गिरकर बंद।
बैंकिंग, मेटल , फार्मा शेयरों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार के दोनों प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दिन के निचले स्तर पर आ गए है।
मंगलवार को सत्र के आखिरी एक घंटे में लौटी खरीदारी के चलते सेंसेक्स 3 अंक बढ़कर 29921 के स्तर पर बंद और निफ्टी 10 अंक की मामूली बढ़त के साथ 9314 पर बंद हुआ।
बैंकिंग और फार्मा शेयरों में तेज बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर फिसल गए हैं। इस गिरावट में सेंसेक्स 30 हजार और निफ्टी 9300 के नीचे लुढ़क गया है।
एफपीआई ने अप्रैल में भारतीय पूंजी बाजारों में 3.5 अरब डॉलर डाले। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सरकारी बॉन्डों में एफपीआई के निवेश की सीमा बढ़ा दी है।
फाइनेंशियल सर्विसेज, FMCG, IT और रियल्टी शेयरों में हुई बिकवाली के चलते सेंसेक्स 111 अंक गिरकर 29918 के स्तर पर बंद हुआ है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। FMCG , बैंक और मेटल शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स 90 अंक टूट गया है।
ऑटो, FMCG, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल और फार्मा शेयरों में हुई बिकवाली से दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स सेंसेक्स 104 अंक गिरकर 30029 पर बंद।
बैंकिंग, ऑटो, फाइनेंशियल और FMCG शेयरों में जोरदार खरीदारी के चलते बुधवार को सेंसेक्स 190 अंक बढ़कर 30,133 पर और निफ्टी 42 अंक बढ़कर 9352 के स्तर पर बंद हुआ
दुनियाभर के बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए है। सेंसेक्स 30 हजार के अहम स्तर को भी पार पहुंच गया है।
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