एफपीआई ने मार्च में भारतीय बाजारों में 17,304 करोड़ रुपये, फरवरी में 23,663 करोड़ रुपये और जनवरी में 14,649 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
अवधि के दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों का निवेश 203 अरब डालर था, जो एफपीआई के मुकाबले आधे से भी कम है।
इससे पहले मार्च में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 17,304 करोड़ रुपये, फरवरी में 23,663 करोड़ रुपये और जनवरी में 14,649 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।
अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर सुधार तथा नवोन्मेषी तरीके से कई किस्तों में दिए गए प्रोत्साहन पैकेज की वजह से भारतीय बाजार में FPI ने बड़ा निवेश किया है।
एक से 12 मार्च के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 531 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 6,482 करोड़ रुपये निकाले हैं। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 7,013 करोड़ रुपये रही है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एक से पांच मार्च के दौरान एफपीआई ने शेयर बाजारों से शुद्ध रूप से 881 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 4,275 करोड़ रुपये निकाले हैं। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 5,156 करोड़ रुपये रही है।
आंकड़ों के अनुसार 1 से 26 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 25,787 करोड़ रुपये डाले, लेकिन उन्होंने ऋण या बांड बाजार से 2,124 करोड़ रुपये की निकासी भी की।
बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने इक्विटी में 24,204 करोड़ रुपये और डेट में 761 करोड़ रुपये निवेश किए। इस तरह एक फरवरी से 19 फरवरी के बीच कुल निवेश 24,965 करोड़ रुपये रहा।
दिसंबर में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय बाजारों में 68558 करोड़ रुपये का निवेश किया वहीं निवेशकों ने अक्टूबर में 22,033 करोड़ रुपये तथा नवंबर में 62,951 करोड़ रुपये निवेश किया। एफपीआई ने साल 2020 में भारतीय शेयर बाजार में 1.4 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश किया।
डिपॉजटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से 22 जनवरी के दौरान शेयर बाजारों में 24,469 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि उन्होने ऋण या बांड बाजार से 6,013 करोड़ रुपये की निकासी की है।
एफपीआई ने एक से आठ जनवरी के बीच इक्विटी में 4,819 करोड़ रुपये और ऋणपत्रों में 337 करोड़ रुपये निवेश किया। इस तरह जनवरी के महीने में 8 तारीख तक एफपीआई ने कुल 5,156 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने दिसंबर में घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से अबतक 60,094 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) नवंबर में लगातार दूसरे महीने भारतीय बाजारों में शुद्ध निवेशक बने रहे।
एफपीआई ने 3 से 20 नवंबर के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 44,378 करोड़ रुपये तथा ऋण या बांड बाजार में 5,175 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस तरह का उनका कुल निवेश 49,553 करोड़ रुपये रहा है। अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 22,033 करोड़ रुपये डाले थे।
अमेरिकी चुनाव पर चिंता और घरेलू अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच निवेशक लगातार निवेश को भुनाये जा रहे थे। सितंबर तिमाही के दौरान इक्विटी केंद्रित म्यूचुअल फंडों से निवेशकों ने 7,200 करोड़ से अधिक भुनाये।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक एफपीआई ने इक्विटी में सकल आधार पर 6,564 करोड़ रुपये और डेट सेग्मेंट में 1,817 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस तरह 2-6 नवंबर के बीच कुल 8,381 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।
एक अक्टूबर से 30 अक्टूबर के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इक्विटी में 19,541 करोड़ रुपये और बॉन्ड्स में 2,492 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। इस तरह अक्टूबर के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का घरेलू बाजारों में कुल निवेश अक्टूबर के दौरान 22,033 करोड़ रुपये रहा।
आंकड़ों के अनुसार एक से 23 अक्टूबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 15,642 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान ऋण या बांड बाजार में उन्होंने 2,107 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 17,749 करोड़ रुपये रहा। सितंबर में एफपीआई ने 3,419 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
एफपीआई ने इस अवधि के दौरान शेयर बाजार में 5,245 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि उन्होंने बांड बाजार से 4,159 करोड़ रुपये निकाले। इस तरह उन्होंने 1,086 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
एफपीआई ने एक से 25 सितंबर के दौरान शेयरों से शुद्ध रूप से 4,016 करोड़ रुपये निकाले। इस दौरान उन्होंने बांड मार्केट में 3,540 करोड़ रुपये का निवेश किया है। । एफपीआई ने जून से अगस्त के बीत लगातार तीन महीने बाजार से निवेश किया है।
संपादक की पसंद