P-Note की सुविधा का कथित तौर पर दुरुपयोग किए जाने के खिलाफ कार्रवाई में SEBI ने 5 FII द्वारा भारतीय नागरिकों को P-Note जारी किए जाने के मामले पकड़े हैं।
फरवरी महीने के पहले तीन दिन में FPI ने पूंजी बाजार में 2,300 करोड़ रुपए डाले हैं। FPI टैक्सेशन पर स्थिति स्पष्ट होने के बाद वे निवेश कर रहे हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय पूंजी बाजार से जनवरी में अब तक 5,100 करोड़ रुपए की निकासी की है।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
विशेषज्ञों के अनुसार, टीसीएस और इंफोसिस जैसी अग्रणी कंपनियों के तिमाही परिणाम तथा आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगी।
BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 182 अंक बढ़कर 26698 पर और निफ्टी 51 अंक बढ़कर 8222 पर बंद है। वहीं, डेन नेटवर्क का शेयर 20% के ऊपरी सर्किट पर बंद हुआ है।
आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर घरेलू और वैश्विक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझान, एफपीआई और डीआईआई, डॉलर की की चाल, कच्चे तेल की कीमतों पर रहेंगी।
सेबी ने स्टार्ट-अप कंपनियों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एंजल निवेश के नियमों में ढील दी है। निवेशक अब पांच साल तक पुरानी इकाइयों में पूंजी लगा सकेंगे।
पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये घरेलू पूंजी बाजार में निवेश अक्टूबर महीने में घटकर करीब ढाई साल के निचले स्तर दो लाख करोड़ रुपए पर आ गया।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अनिश्चितता के बीच FPI ने सिर्फ चार कारोबारी सत्रों में भारतीय पूंजी बाजार से 2,000 करोड़ रुपए की निकासी की है।
Repo Rate में कटौती तथा सकारात्मक वैश्विक रुख के चलते Foreign Investors ने इस महीने के पहले सप्ताह में शेयर बाजारों में 1,445 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
एक हजार से अधिक नए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ( FPI ) ने 2016-17 में अप्रैल-जुलाई के दौरान पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास पंजीकरण कराया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अभी तक कैपिटल मार्केट्स में करीब 6,800 करोड़ रुपए (एक अरब डॉलर) का निवेश किया है।
FPI ने अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों में 9,000 करोड़ रुपए डाले हैं। वैश्विक और घरेलू कारकों से भारतीय शेयरों के प्रति एफपीआई का आकर्षण कायम है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अगस्त महीने में अभी तक भारतीय शेयर बाजारों में 7,700 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है।
सकारात्मक वैश्विक संकेतों और जीएसटी पास होने के कारण एफपीआई ने चालू महीने के पहले सप्ताह में भारतीय शेयर बाजारों में करीब 2,300 करोड़ रुपए डाले हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जुलाई महीने में भारतीय शेयर बाजारों में 12,600 करोड़ रुपए का निवेश किया। चार महीने में यह सर्वाधिक है।
सेबी के पास अप्रैल में 269 नए FPI ने पंजीकरण कराया। इससे निवेशकों के भारत की आर्थिक वृद्धि यात्रा का हिस्सा बनने की इच्छा का संकेत मिलता है।
एफपीआई ने अप्रैल-जून तिमाही में सेंसेक्स आधारित 16 कंपनियों में अपना निवेश बढ़ाते हुए 17,000 करोड़ रुपए (मौजूदा मूल्यांकन) से अधिक मूल्य के शेयर खरीदे।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने चालू महीने के पहले दो सप्ताह में भारतीय पूंजी बाजार में 9,700 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
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