अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के बुधवार देर रात को ब्याज दरों पर फैसले आने से पहले दुनियाभर के बाजारों के साथ-साथ सेंसेक्स और निफ्टी गिरकर बंद।
बैंकिंग, मेटल , फार्मा शेयरों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार के दोनों प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दिन के निचले स्तर पर आ गए है।
मंगलवार को सत्र के आखिरी एक घंटे में लौटी खरीदारी के चलते सेंसेक्स 3 अंक बढ़कर 29921 के स्तर पर बंद और निफ्टी 10 अंक की मामूली बढ़त के साथ 9314 पर बंद हुआ।
बैंकिंग और फार्मा शेयरों में तेज बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर फिसल गए हैं। इस गिरावट में सेंसेक्स 30 हजार और निफ्टी 9300 के नीचे लुढ़क गया है।
एफपीआई ने अप्रैल में भारतीय पूंजी बाजारों में 3.5 अरब डॉलर डाले। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सरकारी बॉन्डों में एफपीआई के निवेश की सीमा बढ़ा दी है।
फाइनेंशियल सर्विसेज, FMCG, IT और रियल्टी शेयरों में हुई बिकवाली के चलते सेंसेक्स 111 अंक गिरकर 29918 के स्तर पर बंद हुआ है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। FMCG , बैंक और मेटल शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स 90 अंक टूट गया है।
ऑटो, FMCG, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल और फार्मा शेयरों में हुई बिकवाली से दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स सेंसेक्स 104 अंक गिरकर 30029 पर बंद।
बैंकिंग, ऑटो, फाइनेंशियल और FMCG शेयरों में जोरदार खरीदारी के चलते बुधवार को सेंसेक्स 190 अंक बढ़कर 30,133 पर और निफ्टी 42 अंक बढ़कर 9352 के स्तर पर बंद हुआ
दुनियाभर के बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए है। सेंसेक्स 30 हजार के अहम स्तर को भी पार पहुंच गया है।
Record High: मंगलवार को बाजार में आई चौतरफा खरीदारी के चलते घरेलू शेयर बाजार नई ऊंचाई पर बंद हुआ। इस तेजी में निफ्टी ने पहली 9300 के स्तर को पार किया।
मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार नई ऊंचाई पर पहुंच गए है। निफ्टी ने पहली 9300 के स्तर को पार किया है। वहीं, सेंसेक्स 30 हजार के बेहद करीब पहुंच गया है।
शेयर बाजार में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। इस सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक के नतीजे सोमवार को आएंगे।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों में तीन अरब डॉलर यानि लगभग 18,890 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
आरबीआई ने आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज को विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी सीमा को मौजूदा 30 से बढ़ाकर 49% करने की अनुमति दी है।
FPI ने 2016-17 में पूंजी बाजार में 49,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि का निवेश किया। 2015-16 में शुद्ध रूप से 18,175 करोड़ रुपए की पूंजी निकासी की थी।
FPI ने मार्च में भारतीय पूंजी बाजारों में रिकॉर्ड 57,000 करोड़ रुपए का निवेश किया। निवेशकों को उम्मीद है कि सरकार साहसी कदम उठाएगी।
एफपीआई विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत से उत्साहित हैं। विदेशी निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अब सरकार अधिक साहसी सुधारात्मक कदम उठाएगी।
इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा घरेलू और वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख, डॉलर के खिलाफ रुपए की चाल और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे।
एफपीआई ने इस महीने अभी तक भारतीय पूंजी बाजार में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। आगे भी निवेश जारी रहने की संभावना है।
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