अगले सप्ताह शेयर बाजारों में निवेशकों की नजर मॉनसून की प्रगति, FPI और DII के रुख, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल और कच्चे तेल की कीमतों पर रहेगी।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने अभी तक भारतीय बाजारों में वृद्धि की बेहतर संभावनाओं के मद्देनजर चार अरब डॉलर का निवेश किया है।
मंगलवार को सुबह के कारोबार के दौरान ITC के शेयर में 15 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई, जिससे इसके शेयरधारकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।
शेयर बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजे के आंकड़ों, घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख पर निर्भर करेगी।
फरवरी से जून के दौरान भारतीय बाजार में FPI ने 1.62 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, इससे पहले जनवरी में FPI ने पहले से लगाए 3,496 करोड़ रुपए निकाल लिए थे
SEBI ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को डेरिवेटिव प्रतिभूतियों के आधार पर अपने विदेशी ग्राहकों को पार्टिसिपेटरी नोट जारी करने से रोक दिया है।
शेयर बाजारों में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकडों और आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी।
कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी निवेशकों (FPI) का भारतीयों के मुकाबले यहां की अर्थव्यवस्था में ज्यादा भरोसा है।
विदेशी निवेशकों ने सामान्य मानसून के अनुमान के बीच बीते सात कारोबारी सत्रों में देश के पूंजी बाजार में लगभग दो अरब डॉलर का निवेश किया है।
इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल व्यापक आर्थिक आंकड़े, मानसून की चाल, वैश्विक बाजारों के रुझान, FPI और DII के रुख और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे।
ज्यादातर वस्तुओं के लिए GST दरें तय होने तथा सामान्य मॉनसून की भविष्यवाणी के बीच FPI ने मई महीने में देश के पूंजी बाजार में 4.2 अरब डॉलर का निवेश किया।
घरेलू पूंजी बाजारों में पार्टिसिपेटरी नोट्स (P-Notes) के जरिए निवेश अप्रैल में चार महीने के निचले स्तर 1.68 लाख करोड़ रुपए पर आ गया।
डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रहने की संभावना है। इसके अलावा बाजार बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों से भी संकेत ग्रहण करेंगे।
बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े, घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों के रुझान और एफपीआई से तय होगी।
वित्त वर्ष 2016-17 में करीब 3,500 FPI ने पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास पंजीकरण कराया है। यह भारत के आकर्षक गंतव्य बने रहने का संकेत है।
सोमवार के कारोबारी सत्र में एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई है। सेंसेक्स 80 और निफ्टी 30 अंक उछला
शेयर बाजार में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकड़े वैश्विक बाजारों के रुझान से तय होगी।
फ्रांस में रविवार को होने वाले चुनाव से पहले दुनियाभर के शेयर बाजार में घबराहट बढ़ गई है। इसीलिए सेंसेक्स 300 और निफ्टी 90 अंक लुढ़क गया है।
सरकार के कदमों और ICICI बैंक के शानदार नतीजों के बाद आई बैंकिंग शेयरों में खरीदारी से घरेलू स्टॉक मार्केट के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 30 हजार के ऊपर बंद हुआ।
गुरुवार को प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 9,360.95 के नए उच्चतम स्तर पर खुला । वहीं, सेंसेक्स ने भी 175 अंक की तेजी के साथ शुरुआत की है।
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