2018 में आरबीआई के पास स्वर्ण भंडार 558.1 टन था। पिछले दो सालों में देश के स्वर्ण भंडार में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 30 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.427 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 620.576 अरब अमेरिकी डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 23 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.581 अरब डॉलर घटकर 611.149 अरब डॉलर रह गया है। शुक्रवार को आरबीआई ने यह आंकड़े जारी किए है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 जुलाई 2021 को सप्ताह में 83.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 612.73 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
नौ जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.883 अरब डॉलर बढ़कर रिकॉर्ड 611.895 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 जुलाई को खत्म हुए सप्ताह में 1.883 अरब डॉलर बढ़कर 611.895 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 जुलाई 2021 को समाप्त सप्ताह में 1.013 अरब डॉलर बढ़कर 610.012 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
देशवासियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में ऐसा काम हुआ है जो इससे पहले अभीतक कभी नही हुआ। दरअसल 2014 से जबसे पीएम मोदी की सरकार सत्ता में आई है तबसे अबतक इन लगभग 8 वर्षों में देश का विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना हो गया है।
बाजार में बढ़त के साथ बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी इस साल 15 जून को अपने उच्चतम स्तर 2,31,58,316.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद गत 18 जून, 2021 को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.14 अरब डॉलर घटकर 603.93 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया।
भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 11 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में हुई अच्छी वृद्धि है।
कोरोना वायरस के घटते मामलों के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आंकड़े जारी किए है। यह आंकड़े भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर है जिन्होनें रिकार्ड बना दिया है।
विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी सितंबर 2020 के लगभग 6.69 प्रतिशत से घटकर 31 मार्च, 2021 में 5.87 प्रतिशत रह गई।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार नौ अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 4.34 अरब डॉलर बढ़कर 581.21 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने 29 जनवरी, 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 590.185 डॉलर के स्तर को छुआ था।
इससे पहले पांच मार्च को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.255 अरब डॉलर घटकर 580.299 अरब डॉलर रह गया था। विदेशी मुद्रा भंडार 29 जनवरी 2021 को समाप्त सप्ताह में 590.185 अरब डॉलर के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था।
जून 2020 के पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया। जून के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार लगातार 500 अरब डॉलर के स्तर से ऊपर ही बना हुआ है।
भारत के मुकाबले पाकिस्तान, बांग्लदेश, नेपाल और श्रीलंका इन चारों देशों के विदेशी मुद्रा भंडार को जोड़कर भी लिया जाए तो भी भारत का मुद्रा भंडार के सामने यह देश बोने नजर आते है।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार 8 जनवरी, 2021 के मुताबिक 13.4 अरब डॉलर है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भारत के आगे कुछ भी नहीं है।
पिछले एक साल में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 124 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ गया है। वहीं इस वित्त वर्ष में अब तक रिजर्व में करीब 95 अरब की बढ़त रही है। भंडार जून के बाद से लगातार 500 अरब डॉलर के ऊपर बना हुआ है
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