विदेशी मुद्रा भंडार इससे पिछले 27 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 16.663 अरब डॉलर बढ़कर 633.558 अरब डॉलर हो गया था। इस वृद्धि का मुख्य कारण विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) होल्डिंग्स में वृद्धि होना था।
केमिकल फर्टिलाइजर पर प्रतिबंध और कीटनाशकों पर रोक से श्रीलंका में इस साल कृषि उपज में भारी गिरावट आई है।
RBI ने इससे पहले बुधवार को कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 23 अगस्त, 2021 को भारत को SDR 12.57 बिलियन (नवीनतम विनिमय दर पर लगभग 17.86 बिलियन अमरीकी डालर के बराबर) का आवंटन किया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 30 लाख अमेरिकी डॉलर घटकर 1.541 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।
भारत के विदेशी मुद्रा भंड़ार में गिरावट दर्ज की गई है। 13 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.099 अरब डॉलर घटकर 619.365 अरब डॉलर रह गया।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार नया रिकार्ड बनाते हुए नए ऊंचाई पर पहुंच गया है। वहीं इस खबर में हम आपको पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंड़ार के बारे में भी जानकारी देने जा रहे है।
2018 में आरबीआई के पास स्वर्ण भंडार 558.1 टन था। पिछले दो सालों में देश के स्वर्ण भंडार में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 30 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.427 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 620.576 अरब अमेरिकी डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 23 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.581 अरब डॉलर घटकर 611.149 अरब डॉलर रह गया है। शुक्रवार को आरबीआई ने यह आंकड़े जारी किए है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 जुलाई 2021 को सप्ताह में 83.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 612.73 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
नौ जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.883 अरब डॉलर बढ़कर रिकॉर्ड 611.895 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 जुलाई को खत्म हुए सप्ताह में 1.883 अरब डॉलर बढ़कर 611.895 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 जुलाई 2021 को समाप्त सप्ताह में 1.013 अरब डॉलर बढ़कर 610.012 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
देशवासियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में ऐसा काम हुआ है जो इससे पहले अभीतक कभी नही हुआ। दरअसल 2014 से जबसे पीएम मोदी की सरकार सत्ता में आई है तबसे अबतक इन लगभग 8 वर्षों में देश का विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना हो गया है।
बाजार में बढ़त के साथ बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी इस साल 15 जून को अपने उच्चतम स्तर 2,31,58,316.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद गत 18 जून, 2021 को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.14 अरब डॉलर घटकर 603.93 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया।
भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 11 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में हुई अच्छी वृद्धि है।
कोरोना वायरस के घटते मामलों के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आंकड़े जारी किए है। यह आंकड़े भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर है जिन्होनें रिकार्ड बना दिया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.506 अरब डॉलर हो गया।
आरबीआई ने कहा कि 7 मई 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में होने वाली वृद्धि मुख्य तौर पर विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां बढ़ने से हुई है।
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