RBI ने इससे पहले बुधवार को कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 23 अगस्त, 2021 को भारत को SDR 12.57 बिलियन (नवीनतम विनिमय दर पर लगभग 17.86 बिलियन अमरीकी डालर के बराबर) का आवंटन किया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 30 लाख अमेरिकी डॉलर घटकर 1.541 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।
भारत के विदेशी मुद्रा भंड़ार में गिरावट दर्ज की गई है। 13 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.099 अरब डॉलर घटकर 619.365 अरब डॉलर रह गया।
आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 30 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.427 अरब अमेरिकी डॉलर बढ़कर 620.576 अरब अमेरिकी डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 23 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.581 अरब डॉलर घटकर 611.149 अरब डॉलर रह गया है। शुक्रवार को आरबीआई ने यह आंकड़े जारी किए है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 जुलाई 2021 को सप्ताह में 83.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 612.73 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 जुलाई 2021 को समाप्त सप्ताह में 1.013 अरब डॉलर बढ़कर 610.012 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
देशवासियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में ऐसा काम हुआ है जो इससे पहले अभीतक कभी नही हुआ। दरअसल 2014 से जबसे पीएम मोदी की सरकार सत्ता में आई है तबसे अबतक इन लगभग 8 वर्षों में देश का विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना हो गया है।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद गत 18 जून, 2021 को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.14 अरब डॉलर घटकर 603.93 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया।
भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 11 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में हुई अच्छी वृद्धि है।
कोरोना वायरस के घटते मामलों के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आंकड़े जारी किए है। यह आंकड़े भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर है जिन्होनें रिकार्ड बना दिया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.506 अरब डॉलर हो गया।
आरबीआई ने कहा कि 7 मई 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में होने वाली वृद्धि मुख्य तौर पर विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां बढ़ने से हुई है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 29 जनवरी 2021 को 590.185 अरब डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया था।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार नौ अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 4.34 अरब डॉलर बढ़कर 581.21 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 2.415 अरब डॉलर घटकर 576.869 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने 29 जनवरी, 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 590.185 डॉलर के स्तर को छुआ था।
विदेशी मुद्रा भंडार 9 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में 5.867 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 551.5 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। इससे पिछले हफ्ते मुद्रा भंडार 3.6 अरब डॉलर बढ़ा था। पिछले एक साल में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 111 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ गया है।
इससे पहले 25 सितंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.017 अरब डॉलर घटकर 542.021 अरब डॉलर रह गया था। जून 2020 के पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया था, जिसके बाद से भंडार इस स्तर के ऊपर ही बना हुआ है।
समीक्षावधि में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की प्रमुख वजह विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में कमी आना है।
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