सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद आपका दिल खुश हो जाएगा। दरअसल, वीडियो में कुछ विदेशी महिलाओं को सुपर स्टार रजनीकांत के गाने पर डांस करते हुए देखा जा सकता है।
इजरायल के पलटवार की आशंकाओं के बीच ईरान के विदेश मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश पर किसी तरह का जवाबी हमला होता है तो ईरान अपनी रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, क्योंकि इसके लिए उसके पास कोई लाल रेखा नहीं है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले हफ्ते पाकिस्तान के एससीओ शिखर वार्ता में भाग लेने इस्लामाबाद जा रहे हैं। जयशंकर को उनके बेबाक अंदाज के लिए जाना जाता है। ऐसे में पाकिस्तान भी जयशंकर की प्रतिक्रियाओं को लेकर बेहद सतर्क है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ये घटनाएं निंदनीय हैं। इनमें मंदिरों और देवी-देवताओं को अपवित्र करने और नुकसान पहुंचाने की एक योजनाबद्ध साजिश है, जिसे हम पिछले कई दिनों से देख रहे हैं। ‘‘हम बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों तथा उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं।’
भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार, 11 अक्टूबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, 4 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.51 अरब डॉलर घटकर 612.64 अरब डॉलर रह गईं।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अघारची ने इजरायल को एक बड़ी चेतावनी दे डाली है। मंगलवार को तेल-अवीव पर 200 मिसाइलों की बरसात करने वाले ईरान के विदेशमंत्री ने कहा कि अगर इजरायल ने उस पर जवाबी हमला किया तो उसका हाल बहुत बुरा होगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका यात्रा पर चीन की पैनी नजर है। भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूती देने के लिए जयशंकर आज ही कोलंबो पहुंचे हैं। श्रीलंका में नई सरकार के गठन के बाद यह उनकी पहली कोलंबो यात्रा है।
भारत ने ओसीआई कार्ड धारकों पर प्रतिबंध की खबरों को अफवाह बताया है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा है कि इन खबरों का कोई आधार नहीं है। ओसीआई कार्ड धारकों पर पुराने प्रावधान अभी भी लागू रहेंगे।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार हर हफ्ते नए रिकॉर्ड बना रहा है। 6 सितंबर से पहले 30 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.29 अरब डॉलर के उछाल के साथ 683.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
पीएम मोदी 21 सितंबर से 3 दिनों के अमेरिका दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान उनके कार्यक्रम के एजेंडे में रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर गाजा संघर्ष में शांति लाना अहम मुद्दा होगा। वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र की शांति और विकास समेत ग्लोबल साउथ के देशों पर भी चर्चा करेंगे।
भारत और रूस की दोस्ती में दरार पैदा करने के लिए की गई विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग पर भारत बिफर गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन युद्ध के मैदान में भारतीय हथियारों के पहुंचने की खबर को अटकलबाजी और भ्रामक बताते हुए इस खबर का पूर्ण खंडन किया है।
आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा कि हमें यह देखना होगा कि (अमेरिकी ब्याज दरों का) स्तर कहां है। हमें यह देखना होगा कि अन्य अर्थव्यवस्थाओं के बाजार कैसे व्यवहार करते हैं।
जयशंकर ने जिनेवा में 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत एक पौधा भी लगाया। उन्होंने स्थायी मिशन में भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों की एक बड़ी सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने भारत की तेज गति से विकास और दुनिया के साथ जुड़ने के भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया।
भारत में कुछ देश के राजनयिकों द्वारा देश के विपक्षी नेताओं से मुलाकात पर टिप्पणी को लेकर जयशंकर ने बेहद करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कोई भारतीय राजनीति पर टिप्पणी करे तो इससे हमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन तब उन देशों को भी हमारी टिप्पणी सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए।
विदेशों से चंदा हासिल करके देश के खिलाफ साजिश रचने वाले अब जरा सावधान हो जाएं। अब तक तमाम एनजीओ चंदे के नाम पर विदेशी मुद्रा हासिल करके इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ साजिश रचने में करते थे। मगर अब सरकार ने कानून में संशोधन कर दिया है। इससे सभी की बौखलाहट बढ़ गई है।
एक दिलचस्प समय को याद करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जिनेवा में बताया कि किस तरह से एक अधिकारी होते हुए उन्होंने हाईजैकर्स के साथ डील किया, वो भी ऐसी परिस्थिति में जब उनके पिता खुद उस फ्लाइट में फंसे हुए थे।
इससे पिछले हफ्ते (30 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में) विदेशी मुद्रा भंडार 2.29 अरब डॉलर के उछाल के साथ 683.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया था, जो उस हफ्ते तक का ऑल टाइम हाई था।
रूस और यूक्रेन युद्ध में क्या अब कुछ बड़ा होने वाला है, क्या जेलेंस्की रूस पर किसी घातक हमले का प्लान बना रहे हैं, क्या अमेरिका विदेशी हथियारों से सीधे रूस पर हमले की अनुमति देने वाला है?...ये तमाम सवाल इस लिए हैं कि ब्रिटेन और अमेरिका के विदेश मंत्री एक साथ यूक्रेन की मदद को कीव पहुंचे हैं।
ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेश्कियन ने अपनी पहली विदेश यात्रा की शुरुआत कर दी है। उन्होंने अपनी यात्रा का आगाज उसी देश से किया, जिसने कभी ईराने के खिलाफ ही जंग का बिगुल बजाया था।
पोप फ्रांसिस 4 साल पहले निर्धारित विदेश यात्रा को अब पूरी करने जा रहे हैं। वह 2 सितंबर से 12 दिनों के दौरे पर निकलेंगे। इस दौरान सिंगापुर, इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनिया और ईस्ट तिमोर समेत 4 देशों की यात्रा करेंगे।
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