अमेरिका ने एक बार फिर चीन को स्पष्ट चेतावनी दे डाली है कि आगे से जासूसी बैलून जैसी घटना फिर कभी नहीं होना चाहिए। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन के समकक्ष के साथ बैठक में उन्हें स्पष्ट नसीहत दी।
ऐसी यात्राओं के जरिए भारत अपने राष्ट्रीय हित को पूरा करता है और विदेश नीति के उद्देश्यों को लागू करता है। इन यात्राओं से उच्चतम स्तर पर विदेशी भागीदारों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भारत के दृष्टिकोण की समझ बढ़ी है।
राज्यसभा में विदेश मंत्रालय के एक लिखित जवाब के अनुसार, विदेश यात्राओं का उद्देश्य विदेशों के साथ घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत की भागीदारी को बढ़ावा देना रहा है।
चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध में अमेरिका द्वारा राष्ट्रपति जेलेंस्की को घातक हथियार उपलब्ध कराना और यूरोपीय देशों को रूस के खिलाफ एकजुट करना जो बाइडन को भारी पड़ सकता है। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने यूक्रेन को घातक हथियार उपलब्ध कराने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कदमों की निंदा करते हुए कड़ी चेतावनी दी है।
पिछले 5 वर्षों के इतिहास में अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत ने तेज गति से प्रगति की है। वर्ष 2017 से 2022 के दौरान हिंदुस्तान ने अंतरिक्ष में बड़ी छलांग लगाई है। इस दौरान भारत ने 19 देशों के 177 विदेशी उपग्रहों को लांच करने का गौरव हासिल किया है। इससे अंतरिक्ष में भारत का डंका बज रहा है।
PM Modi on S Jaishankar's Birthday: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत की विदेश नीति का लोहा मनवाने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक अंदाज के लिए लगातार मशहूर होते जा रहे हैं। उनका बेधड़क अंदाज पीएम मोदी को भी खूब भाता है।
S Jaishankar at Pravasi Diwas Conference: यदि आप भी नौकरी, व्यवसाय या पढ़ाई के इरादे से विदेश जाना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। मोदी सरकार विदेशों में भारतीय लोगों के लिए बेहतर माहौल, सुरक्षा और संभवानाओं का द्वार खोलने के लिए कई देशों के साथ करार कर चुकी है। साथ ही दुनिया भर के देशों के साथ समांजस्य बिठा रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने फॉरेन यूनिवर्सिटीज को भारत में अपने कैंपस खोलने की इजाजत देने संबंधी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के फैसले का विरोध किया। उन्होंने दावा किया कि इससे देश की उच्च शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचेगा।
अरिंदम बागची से चीन के नए विदेश मंत्री किन गांग की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों पक्ष एलएसी पर सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में स्थिति को सामान्य बनाने के इच्छुक हैं। बागची ने कहा कि 'हमारे संबंधों के विकास के लिये सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन एवं शांति सुनिश्चित करना जरूरी है।’
विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस स्थापित करने के लिए अब यूजीसी से मंजूरी लेनी होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी।
Jaishankar in Cyprus: विदेश मंत्री एस जयशंकर साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान ‘कोणार्क चक्र’ देखने गए जो दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता का प्रतीक है। जयशंकर 29 से 31 दिसंबर तक साइप्रस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। दोनों देश अपने राजनयिक संबंध स्थापित होने की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
S Jaishankar in Cyprus: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर बृहस्पतिवार को साइप्रस की राजधानी निकोसिया पहुंच गए। भारत और साइप्रस संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के मौके पर वह निकोसिया पहुंचे हैं। एस. जयशंकर ने साइप्रस के अपने समकक्ष लोआनिस कासोउलिडेस से मुलाकात की।
India on Ukraine Grain Corridor: यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के लिए रूस को दोषी ठहराने वाले पश्चिमी देशों के दबाव को दरकिनार कर जब भारत ने कहा था कि वह जहां से मर्जी वहां से तेल की खरीददारी करेगा तो यह बात पुतिन को बहुत अच्छी लगी थी।
S Jaishankar will visit Cyprus and Austria: विदेश मंत्री एस जयशंकर 29 दिसंबर से तीन जनवरी तक आधिकारिक यात्रा पर साइप्रस और आस्ट्रिया जायेंगे। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार जयशंकर 29 से 31 दिसंबर 2022 तक साइप्रस की यात्रा पर रहेंगे।
Coronavirus Cases in India: इनमें चार विदेशी वह नागरिक भी शामिल हैं जिनकी मंगलवार को गया एयरपोर्ट पर पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। वह गया में दलाई लामा के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
पाकिस्तान का हाल बुरा है। बढ़ती महंगाई और भुखमरी का शिकार इस समय पुरा देश है। साथ में देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी खाली हो रहा है।
India-Germany Pact: भारत और जर्मनी ने ऊर्जा, कारोबार, जलवायु परिवर्तन सहित द्विपक्षीय सहयोग को प्रगाढ़ करने एवं यूक्रेन संकट सहित वैश्विक मुद्दों पर सोमवार को विस्तृत चर्चा की। इस दौरान भारत ने रूस से तेल खरीद के मामले को लेकर फिर से जर्मनी के सामने पश्चिमी देशों को खरी-खरी सुना दी।
यूपी में विकास की रफ्तार तेज हो चुकी है। कई विदेशी कंपनियां अब यूपी के अलग-अलग सेक्टर में निवेश करने का ऐलान कर रही हैं। इससे आने वाले समय में राज्य में लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
भारतीय रुपये के स्थिर होने तथा दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने की वजह से विदेशी निवेशक फिर भारत पर दांव लगा रहे हैं।
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