चीन के विदेश मंत्री छिन गांग की भारत यात्रा के खिलाफ महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विजय चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस मामले पर महिला कांग्रेस प्रमुख नीता डिसूजा ने कहा, 'हम चीन का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमारी सेना को मारा है।'
जी-20 समिट में भाग लेने आए चीनी विदेश मंत्री छिन गांग विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर से मुलाकात कर सकते हैं। छिन गांग ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहां पहली बार जयशंकर से मुलाकात करेंगे।
जून 2020 में गलवान घाटी हिंसा और फिर नवंबर 2022 में तवांग में भारतीय सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद चीन के विदेश मंत्री अपनी पहली यात्रा पर भारत आ रहे हैं। विदेश मंत्री किन गांग इस सप्ताह भारत की पहुंचेंगे। इसके बाद वह 2 मार्च को जी-20 समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा भी लेंगे।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने अपने ही विदेश मंत्री डा. बिमला पौडेल का विदेश दौरा रद्द करते हुए उन्हें एयरपोर्ट से वापस आने को कहा है। नेपाल की विदेश मंत्री डा पौडेल ने आज दोपहर ही पत्रकार सम्मेलन करते हुए शाम को 6 बजे जिनेवा में आयोजित यूएन के मानवाधिकार काउंसिल के सम्मेलन में जाने की जानकारी दी थी।
इस वक्त भारत की कूटनीति सबसे सुनहरे दौर में है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि पूरी दुनिया मान रही है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने भी कहा है कि भारत के कूटनीतिक प्रभाव में इस दौरान अविश्वसनीय रूस से वृद्धि हुई है, जो हिंदुस्तान की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज कहा कि भारत की छवि ऐसे देश की बन गई है जो अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को बचाने के लिये किसी भी हद तक जाने को तैयार है। विदेश मंत्री ने कहा कि हर देश की अपनी चुनौतियां हैं, किंतु कोई चुनौती राष्ट्रीय सुरक्षा से समान महत्व वाली नहीं हो सकती।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक इंटरव्यू में चीन को लेकर जो बोला है वो चिंताजनक है। जयशंकर ने भले ही राहुल गांधी का अपमान करने का प्रयास किया, लेकिन असल में उन्होंने अपमान भारतीय सेना और भारत की भूभागीय अखंडता का किया है।’’
सरकार ने आम बजट में अगले वित्त वर्ष से विदेशी टूर पैकेज पर स्रोत पर कर संग्रह (टीसीएस) की दर मौजूदा पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर खरी-खरी बात कहने के लिए मशहूर हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए एक साक्षात्कार में उन्हों पड़ोसी पाकिस्तान व चीन से लेकर देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और ब्रिटिश ब्रॉड कास्टिंग कार्पोरेशन (बीबीसी) को जमकर धोया।
अमेरिका ने एक बार फिर चीन को स्पष्ट चेतावनी दे डाली है कि आगे से जासूसी बैलून जैसी घटना फिर कभी नहीं होना चाहिए। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन के समकक्ष के साथ बैठक में उन्हें स्पष्ट नसीहत दी।
ऐसी यात्राओं के जरिए भारत अपने राष्ट्रीय हित को पूरा करता है और विदेश नीति के उद्देश्यों को लागू करता है। इन यात्राओं से उच्चतम स्तर पर विदेशी भागीदारों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भारत के दृष्टिकोण की समझ बढ़ी है।
राज्यसभा में विदेश मंत्रालय के एक लिखित जवाब के अनुसार, विदेश यात्राओं का उद्देश्य विदेशों के साथ घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत की भागीदारी को बढ़ावा देना रहा है।
चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध में अमेरिका द्वारा राष्ट्रपति जेलेंस्की को घातक हथियार उपलब्ध कराना और यूरोपीय देशों को रूस के खिलाफ एकजुट करना जो बाइडन को भारी पड़ सकता है। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने यूक्रेन को घातक हथियार उपलब्ध कराने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कदमों की निंदा करते हुए कड़ी चेतावनी दी है।
पिछले 5 वर्षों के इतिहास में अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत ने तेज गति से प्रगति की है। वर्ष 2017 से 2022 के दौरान हिंदुस्तान ने अंतरिक्ष में बड़ी छलांग लगाई है। इस दौरान भारत ने 19 देशों के 177 विदेशी उपग्रहों को लांच करने का गौरव हासिल किया है। इससे अंतरिक्ष में भारत का डंका बज रहा है।
PM Modi on S Jaishankar's Birthday: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत की विदेश नीति का लोहा मनवाने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक अंदाज के लिए लगातार मशहूर होते जा रहे हैं। उनका बेधड़क अंदाज पीएम मोदी को भी खूब भाता है।
S Jaishankar at Pravasi Diwas Conference: यदि आप भी नौकरी, व्यवसाय या पढ़ाई के इरादे से विदेश जाना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। मोदी सरकार विदेशों में भारतीय लोगों के लिए बेहतर माहौल, सुरक्षा और संभवानाओं का द्वार खोलने के लिए कई देशों के साथ करार कर चुकी है। साथ ही दुनिया भर के देशों के साथ समांजस्य बिठा रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने फॉरेन यूनिवर्सिटीज को भारत में अपने कैंपस खोलने की इजाजत देने संबंधी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के फैसले का विरोध किया। उन्होंने दावा किया कि इससे देश की उच्च शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचेगा।
अरिंदम बागची से चीन के नए विदेश मंत्री किन गांग की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों पक्ष एलएसी पर सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में स्थिति को सामान्य बनाने के इच्छुक हैं। बागची ने कहा कि 'हमारे संबंधों के विकास के लिये सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन एवं शांति सुनिश्चित करना जरूरी है।’
विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस स्थापित करने के लिए अब यूजीसी से मंजूरी लेनी होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी।
संपादक की पसंद