यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जपरोवा 9 अप्रैल से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। वह ऐसे वक्त में भारत की यात्रा कर रही हैं, जब रूस के साथ यूक्रेन को युद्ध करते 1 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है और अभी तक इसके खात्मे का कोई रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भरोसा जताया कि 2030 तक 2000 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा।
परंपरागत रूप से पंचवर्षीय विदेश व्यापार नीति की घोषणा की जाती रही है लेकिन इस हालिया नीति की कोई समाप्ति तिथि नहीं है और इसे जरूरत के मुताबिक अपडेट किया जाता रहेगा।
विदेश यात्रा करने वाले लोग फ्लाइट और होटल की बुकिंग जरूर करते हैं। इसे कम कीमत में डिस्काउंट पर लेने के लिए 5 क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं। अगर आप भी इन गर्मियों की छुट्टी में विदेश यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन 5 क्रेडिट कार्ड में से किसी एक को लेना ना भूलें।
आजकल हर युवा विदेश जाकर नौकरी करना चाहता है, पर किसी भी देश का वीजा मिलना इतना आसान नहीं होता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे देश के नाम बताने जा रहे जो एक ऐसा वीजा प्रोवाइड कराते हैं, जिसकी मदद से आप उस देश में रहकर जॉब ढूंढ पाएंगे।
Foreign Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर बड़ी खबर आई है। आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। आइए पूरी खबर जानते हैं।
साल 2022 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट में विदेश मंत्रालय भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर शांति भंग करने के प्रयासों के लिए अपने दोनों पड़ोसी देशों भारत और चीन की आलोचना करता रहा है।
भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंध पिछले कुछ वर्षों के दौरान काफी गहरे हुए हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता और भारतीय मूल के वेदांत पटेल ने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिका-भारत द्विपक्षीय संबंध हमारे बीच सबसे अधिक परिणाम देने वाले संबंधों में से एक है और भारत कई क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण भागीदार है।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही अमेरिका और रूस में तनाव का आलम चरम पर है। यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों देश एक दूसरे को लंबे समय से धमकी और चेतावनी देते रहे हैं। इस बीच भारत में हो रहे जी 20 सम्मेलन में पहली बार रूस और अमेरिका के विदेश मंत्रियों का आमना-सामना हुआ।
जी 20 की अध्यक्षता कर रहे भारत से दुनिया को काफी सारी उम्मीदें हैं। विश्व की निगाहें जी 20 से यूक्रेन युद्ध से लेकर दुनिया में फैले खाद्य और ऊर्जा संकट के समाधान पर भी टिक गई हैं।
जी-20 सम्मेलन में भारत-चीन के बीच बनी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के मौजूदा हालत का मुद्दा गर्माया रहा। भारत ने चीन के विदेश मंत्री किन कांग से सीमा के हालात और उसकी वजहों को लेकर न सिर्फ बात की, बल्कि कड़ी आपत्तियां भी दर्ज करवाई।
चीन के विदेश मंत्री छिन गांग की भारत यात्रा के खिलाफ महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विजय चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस मामले पर महिला कांग्रेस प्रमुख नीता डिसूजा ने कहा, 'हम चीन का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमारी सेना को मारा है।'
जी-20 समिट में भाग लेने आए चीनी विदेश मंत्री छिन गांग विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर से मुलाकात कर सकते हैं। छिन गांग ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहां पहली बार जयशंकर से मुलाकात करेंगे।
जून 2020 में गलवान घाटी हिंसा और फिर नवंबर 2022 में तवांग में भारतीय सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद चीन के विदेश मंत्री अपनी पहली यात्रा पर भारत आ रहे हैं। विदेश मंत्री किन गांग इस सप्ताह भारत की पहुंचेंगे। इसके बाद वह 2 मार्च को जी-20 समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा भी लेंगे।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने अपने ही विदेश मंत्री डा. बिमला पौडेल का विदेश दौरा रद्द करते हुए उन्हें एयरपोर्ट से वापस आने को कहा है। नेपाल की विदेश मंत्री डा पौडेल ने आज दोपहर ही पत्रकार सम्मेलन करते हुए शाम को 6 बजे जिनेवा में आयोजित यूएन के मानवाधिकार काउंसिल के सम्मेलन में जाने की जानकारी दी थी।
इस वक्त भारत की कूटनीति सबसे सुनहरे दौर में है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि पूरी दुनिया मान रही है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने भी कहा है कि भारत के कूटनीतिक प्रभाव में इस दौरान अविश्वसनीय रूस से वृद्धि हुई है, जो हिंदुस्तान की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज कहा कि भारत की छवि ऐसे देश की बन गई है जो अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को बचाने के लिये किसी भी हद तक जाने को तैयार है। विदेश मंत्री ने कहा कि हर देश की अपनी चुनौतियां हैं, किंतु कोई चुनौती राष्ट्रीय सुरक्षा से समान महत्व वाली नहीं हो सकती।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक इंटरव्यू में चीन को लेकर जो बोला है वो चिंताजनक है। जयशंकर ने भले ही राहुल गांधी का अपमान करने का प्रयास किया, लेकिन असल में उन्होंने अपमान भारतीय सेना और भारत की भूभागीय अखंडता का किया है।’’
सरकार ने आम बजट में अगले वित्त वर्ष से विदेशी टूर पैकेज पर स्रोत पर कर संग्रह (टीसीएस) की दर मौजूदा पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर खरी-खरी बात कहने के लिए मशहूर हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए एक साक्षात्कार में उन्हों पड़ोसी पाकिस्तान व चीन से लेकर देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और ब्रिटिश ब्रॉड कास्टिंग कार्पोरेशन (बीबीसी) को जमकर धोया।
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