नई दिल्लीः आईएफएस अधिकारी विनय मोहन क्वात्रा को अमेरिका में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया गया है। वह जल्द ही अपना पदभार ग्रहण करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्वात्रा की नियुक्त का ऐलान आधिकारिक वेबसाइट पर किया है। साथ ही यह भी बताया है कि वह जल्द ही अपना कार्यभार संभाल लेंगे।
ईरान-इजरायल युद्ध की बढ़ती आशंका के बीच भारत-अमेरिका ने अपनी रणनीतिक साझेदारी और सतर्कता पर अधिक फोकस करना शुरू किया है। मध्य-पूर्व के हालात और रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा दक्षिण चीन सागर से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अशांति ने तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा बढ़ा दिया है। ऐसे में विदेश सचिव विनय क्वात्रा वाशिंगटन में हैं।
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका अभी गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसके चलते देश में भोजन, दवा, रसोई गैस और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की भारी किल्लत हो गई है। इसको लेकर विदेश सचिव ने कहा है "भारत, श्रीलंका के साथ सहयोग करने में सबसे आगे रहा है ताकि वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके।"
विनय मोहन क्वात्रा मौजूदा हर्षवर्धन श्रृंगला की जगह लेंगे, जो 30 अप्रैल को सेवा से सेवानिवृत्त होंगे। क्वात्रा ने 2015 से 2017 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में काम किया है और बाद में, भारत के राजदूत के रूप में फ्रांस गए।
विदेश सचिव विजय गोखले सोमवार को तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा पर रवाना हुये जहां वह ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे और प्रमुख विदेश नीति एवं सुरक्षा संबंधी प्रगति पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
मोदी और शी के बीच हुई ‘दिल से दिल की बात’ के समापन पर गोखले ने यह जानकारी दी। दोनों नेताओं के बीच हुई अनौपचारिक शिखर वार्ता को विश्वास फिर से कायम करने और संबंध सुधारने की भारत एवं चीन की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। पिछले साल डोकलाम में दोनों देशों के बीच करीब 73 दिनों तक कायम रहे गतिरोध ने दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा कर दी थी।
विदेश सचिव एस.जयशंकर ने मंगलवार को विदेश मामलों पर संसद की स्थायी समिति से कहा कि चीन ने असामान्य रूप से आक्रामक रुख अख्तियार कर रखा है, लेकिन भारत डोकलाम में सैन्य गतिरोध का शांतिपूर्वक और कूटनीतिक रूप से समाधान करने का प्रयास कर रहा है।
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