प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर फैसला सिर्फ भारत को ही नहीं, बल्कि अब पूरी दुनिया को भी चौंकाने लगा है। सूत्रों के हवाले दावा किया जा रहा है कि अगस्त में पीएम मोदी यूक्रेन की यात्रा पर जा सकते हैं। बता दें कि जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस की भी यात्रा की थी। मोदी की इस संभावित यात्रा से दुनिया हैरान है।
खुद को दुनिया का सुपर पॉवर कहने वाला अमेरिका अक्सर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है। कभी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर, कभी लोकतंत्र के नाम पर, कभी धर्म और सहिष्णुता के नाम पर तो कभी किसी और बहाने। जबकि अमेरिका अपने गिरेबां में नहीं झांकता। भारत के आंतरिक मामले में वह क्यों हस्तक्षेप कर रहा?
इस वक्त भारत की कूटनीति सबसे सुनहरे दौर में है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि पूरी दुनिया मान रही है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने भी कहा है कि भारत के कूटनीतिक प्रभाव में इस दौरान अविश्वसनीय रूस से वृद्धि हुई है, जो हिंदुस्तान की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के 3 साल पूरे हो चुके हैं और देश को मोदी की विदेश नीति में कई अहम बदलाव देखने को मिले। मई 2014 में मोदी के पहली बार सत्ता में आने के बाद पांच साल की छोटी अवधि में हमारी विदेश नीति में व्यापक बदलाव हुआ।
रूस चाहता है कि भारत यूक्रेन संकट के मामले में मध्यस्थता करे, वहीं अमेरिका चाहता है कि भारत रूस से दूर रहे और पुतिन के विरोध में पश्चिमी गुट में शामिल हो जाए।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत क्वाड समूह का हिस्सा है और उसने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चा तेल आयात किया। खान ने कहा कि उनकी विदेश नीति भी पाकिस्तानी जनता के हित में रहेगी।
अमेरिका के प्रख्यात भारतीय विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में 23 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद गठित होने वाली सरकार को विदेश नीति के संबंध में, खासकर आर्थिक क्षेत्र में अहम फैसले करने होंगे।
इस लिस्ट में ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस और आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टिन लेगार्ड के नाम भी शामिल हैं।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस पार्टी ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति नहीं करें। पूरे देश में शोक है। इस घटना में घुसपैठ करने वाले 3 आतंकी मारे गए हैं। पिछले एक साल में 200 आतंकियों को मार गिराया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोदी सरकार की विदेश नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार की विदेश नीति चौतरफा टकराव को जन्म दे रही है।
"मैं सुषमा स्वराज से सिर्फ यह अपील करना चाहता हूं कि आप देश के हित में काम करती रहिए, पूरा देश आपके साथ है।"
यूरोपीय संघ की विदेश नीति मामलों की प्रमुख भारत आएंगी। यात्रा के दौरान भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करने पर जोर दे सकती हैं।
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