विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने गुरुवार को अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवरली से मुलाकात की। इस दौरान उनके समक्ष ब्रिटेन में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का मामला उठाया।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने विदेश मंत्री छिन कांग की बीमारी के बारे में ज्यादा विवरण नहीं दिया। चीनी विदेश मंत्री को पिछले दो सप्ताह से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है।
नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने भारत के साथ ही चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाने की बात कही। उन्होंने भारत और चीन के साथ अपने मजबूत संबंधों को दोहराया। साथ ही बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पर नेपाल का पक्ष रखा।
जंजीबार पहुंचे विदेशमंत्री जयशंकर ने तंजानिया के हुसैन अली म्विनी के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। इसके तहत मद्रास आइआइटी का एक कैंपस तंजानिया में स्थापित किया जाएगा। यह अक्टूबर 2023 से जंजीबार में संचालित होने लगेगा। इससे भारत और तंजानिया के शैक्षिक विकास और आपसी संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर एनआइटी दिल्ली में पीएम मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में गए थे। इस दौरान एक छात्र ने उनसे सवाल पूछा कि जब वह नौकरशाह थे और अब जब विदेश मंत्री हैं तो इनमें से उन्हें कौन सा जीवन ज्यादा अच्छा लगदता है। इस विदेशमंत्री ने चुटकी लेकर जवाब दिया।
भारत और फिलीपींस के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी से चीन में चिंता छाने लगी है। दरअसल चीन अभी तक दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस से लेकर वियतनाम, ब्रुनेई, ताईवान, मलेशिया जैसे देशों पर दादागिरी दिखाता रहा है। वियतनाम को हाल ही में भारत ने युद्धपोत गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस से रक्षा गठबंधन ने चीन में खलबली मचा दी है।
फिलीपींस के विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब अभी कुछ दिन पहले ही हिंदुस्तान ने चीन के दुश्मन वियतनाम को अपनी तरफ से एक युद्ध पोत समुद्री सुरक्षा के लिए से गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस के साथ भी समुद्र, रक्षा और नौवहन को लेकर द्विपक्षीय सहयोग पर बात हो रही है। इससे चीन को दौरा पड़ने लगा है।
चीन की बल पूर्वक कार्रवाई की मंशा को देखते हुए ताईवान ने ड्रैगन को अगाह किया है। ताईवान के विदेश मंत्री जौशीह जोसेफ वू ने कहा कि रूस भी यूक्रेन को हल्के में ले रहा था, लेकिन उसे मुश्किल हो रही है। वही हाल चीन का भी करेंगे। इसलिए चीन कुछ करने से पहले सोच-समझक कर कदम उठाए।
तारिक नयी दिल्ली ब्रिटिश काउंसिल और माइक्रोसॉफ्ट इंडिया द्वारा सह-विकसित ‘युवाओं के लिए अंग्रेजी दक्षता’ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे, जो भारतीय युवाओं, विशेष रूप से युवा महिलाओं के लिए वैश्विक रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा।
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन लगातार सीमा प्रबंधन के समझौतों का उल्लंघन करता आ रहा है। गलवान घाटी और तवांग का संघर्ष उसकी इन्हीं हरकतों का नतीजा है। यही वजह है कि चीन के साथ भारत के संबंधों में लगातार कड़वाहट बढ़ती जा रही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुयाना के प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स से मुलाकात की और इस दक्षिण अमेरिकी देश की विकास यात्रा में भारत के साझेदार बनने का निश्चय व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने शनिवार को हुई इस बैठक में ऊर्जा, आपदा प्रबंधन और रक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की।
नेपाली कांग्रेस के एक उच्चस्तरीय सूत्र की मानें तो सऊद आज दोपहर नेपाल के नए विदेश मंत्री बनने के लिए शपथ ग्रहण करेंगे। प्रचंड के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में इस समय नेपाल की कांग्रेस के चार मंत्री हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान और चीन को लेकर युगांडा में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आज का भारत पाकिस्तान और चीन की चुनौतियों से आसानी से निपटने में सक्षम है। विदेश मंत्री ने कहा कि दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद को अंजाम दे रही ताकतें अब जान गई हैं कि यह एक ‘नया भारत’ है जो जवाब देगा।
आजादी के बाद से देश में अब तक कई दलों की सरकारें बनी और बिगड़ी, मगर वह इतिहास नहीं बन सका जो अब बनने जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने छह दिवसीय युगांडा और मोजांबिक की यात्रा पर वही इतिहास बनाने जा रहे हैं, जिसे अब तक देश की कोई सरकार नहीं कर पाई थी।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जपरोवा 9 अप्रैल से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। वह ऐसे वक्त में भारत की यात्रा कर रही हैं, जब रूस के साथ यूक्रेन को युद्ध करते 1 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है और अभी तक इसके खात्मे का कोई रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही अमेरिका और रूस में तनाव का आलम चरम पर है। यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों देश एक दूसरे को लंबे समय से धमकी और चेतावनी देते रहे हैं। इस बीच भारत में हो रहे जी 20 सम्मेलन में पहली बार रूस और अमेरिका के विदेश मंत्रियों का आमना-सामना हुआ।
जी-20 सम्मेलन में भारत-चीन के बीच बनी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के मौजूदा हालत का मुद्दा गर्माया रहा। भारत ने चीन के विदेश मंत्री किन कांग से सीमा के हालात और उसकी वजहों को लेकर न सिर्फ बात की, बल्कि कड़ी आपत्तियां भी दर्ज करवाई।
चीन के विदेश मंत्री छिन गांग की भारत यात्रा के खिलाफ महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विजय चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस मामले पर महिला कांग्रेस प्रमुख नीता डिसूजा ने कहा, 'हम चीन का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमारी सेना को मारा है।'
जी-20 समिट में भाग लेने आए चीनी विदेश मंत्री छिन गांग विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर से मुलाकात कर सकते हैं। छिन गांग ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहां पहली बार जयशंकर से मुलाकात करेंगे।
जून 2020 में गलवान घाटी हिंसा और फिर नवंबर 2022 में तवांग में भारतीय सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद चीन के विदेश मंत्री अपनी पहली यात्रा पर भारत आ रहे हैं। विदेश मंत्री किन गांग इस सप्ताह भारत की पहुंचेंगे। इसके बाद वह 2 मार्च को जी-20 समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा भी लेंगे।
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