अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई कैबिनेट में हिंदू नेता तुलसी गबार्ड को नियुक्त किया है। बता दें कि ट्रंप इससे पहले एक और हिंदू नेता विवेक रामास्वामी को भी बड़ी जिम्मेदारी दे चुके हैं।
ऑस्ट्रेलिया का सफल दौरा पूरा करने के बाद अब पीएम मोदी के विशेष मिशन पर विदेश मंत्री एस जयशंकर सिंगापुर पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री किम योंग से मुलाकात की है।
इजरायल के पलटवार की आशंकाओं के बीच ईरान के विदेश मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश पर किसी तरह का जवाबी हमला होता है तो ईरान अपनी रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, क्योंकि इसके लिए उसके पास कोई लाल रेखा नहीं है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले हफ्ते पाकिस्तान के एससीओ शिखर वार्ता में भाग लेने इस्लामाबाद जा रहे हैं। जयशंकर को उनके बेबाक अंदाज के लिए जाना जाता है। ऐसे में पाकिस्तान भी जयशंकर की प्रतिक्रियाओं को लेकर बेहद सतर्क है।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अघारची ने इजरायल को एक बड़ी चेतावनी दे डाली है। मंगलवार को तेल-अवीव पर 200 मिसाइलों की बरसात करने वाले ईरान के विदेशमंत्री ने कहा कि अगर इजरायल ने उस पर जवाबी हमला किया तो उसका हाल बहुत बुरा होगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका यात्रा पर चीन की पैनी नजर है। भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूती देने के लिए जयशंकर आज ही कोलंबो पहुंचे हैं। श्रीलंका में नई सरकार के गठन के बाद यह उनकी पहली कोलंबो यात्रा है।
भारत ने ओसीआई कार्ड धारकों पर प्रतिबंध की खबरों को अफवाह बताया है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा है कि इन खबरों का कोई आधार नहीं है। ओसीआई कार्ड धारकों पर पुराने प्रावधान अभी भी लागू रहेंगे।
जयशंकर ने जिनेवा में 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत एक पौधा भी लगाया। उन्होंने स्थायी मिशन में भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों की एक बड़ी सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने भारत की तेज गति से विकास और दुनिया के साथ जुड़ने के भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया।
भारत में कुछ देश के राजनयिकों द्वारा देश के विपक्षी नेताओं से मुलाकात पर टिप्पणी को लेकर जयशंकर ने बेहद करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कोई भारतीय राजनीति पर टिप्पणी करे तो इससे हमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन तब उन देशों को भी हमारी टिप्पणी सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए।
एक दिलचस्प समय को याद करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जिनेवा में बताया कि किस तरह से एक अधिकारी होते हुए उन्होंने हाईजैकर्स के साथ डील किया, वो भी ऐसी परिस्थिति में जब उनके पिता खुद उस फ्लाइट में फंसे हुए थे।
रूस और यूक्रेन युद्ध में क्या अब कुछ बड़ा होने वाला है, क्या जेलेंस्की रूस पर किसी घातक हमले का प्लान बना रहे हैं, क्या अमेरिका विदेशी हथियारों से सीधे रूस पर हमले की अनुमति देने वाला है?...ये तमाम सवाल इस लिए हैं कि ब्रिटेन और अमेरिका के विदेश मंत्री एक साथ यूक्रेन की मदद को कीव पहुंचे हैं।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री की नेपाल यात्रा के एक सप्ताह बाद ही आरजू देउबा राणा की भारत यात्रा हो रही है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि राणा (62) इस यात्रा के दौरान दिल्ली में स्वास्थ्य जांच भी कराएंगी। उनका 22 अगस्त को नेपाल लौटने का कार्यक्रम है।
नेपाल में केपी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी विदेश मंत्री आरजू देउबा राणा अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर 18 अगस्त से भारत के 5 दिवसीय दौरे पर होंगी। इस दौरान वह विदेश मंत्री एस जयशंकर से द्विपक्षीय वार्ता करेंगी।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आसियान शिखर सम्मेलन में चीन के समकक्ष वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की है। इस दौरान भारत-चीन संबंधों में स्थिरता लाने के लिए सीमा विवाद सुलझाने, पूर्व समझौतों का सम्मान करने और डिसइंगेजमेंट को लेकर सहमति बनाई गई।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी की आगामी भारत यात्रा ने लंबे समय से लटके पड़े मुक्त व्यापार समझौते को लेकर नई उम्मीद जगा दी है। भारत और ब्रिटेन के बीच इस दौरे के दौरान एफटीए पर सहमति बनने की उम्मीद जताई जा रही है।
भारत को लंबे समय से यूएनएससी में स्थाई सदस्यता की दरकार है। मगर चीन हर बार रोड़े अटकाता रहा है। लिहाजा भारत समेत कई देशों ने अब यूएनएससी पर सुधार का दबाव बनाया है। भारत ने मजबूती से स्थाई सदस्यता के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने पिछले सप्ताह बांग्लादेश का दौरा किया था, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री हसीना और अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और ढाका के साथ भारत के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। क्वात्रा ने प्रधानमंत्री हसीना को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया। उसके बाद बांग्लादेश का यह बयान सामने आया है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की चीन प्रेमी सोच के बावजूद भारत ने माले को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ट्रेजरी बिल मदद की है। भारत ने यह निर्णय मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के नई दिल्ली यात्रा के दौरान उनके अनुरोध पर किया। मालदीव ने इसके लिए भारत का शुक्रिया किया है।
भारत ने मालदीव से अपने सारे सैनिकों को वापस बुला लिया है। आज आखिरी जत्था भी मालदीव से नई दिल्ली आ गया। मालदीव के अनुसार माले में कुल 89 भारतीय सैनिकों की मौजूदगी थी। राष्ट्रपति मुइज्जू ने इन्हें स्वदेश वापसी के लिए भारत से आग्रह किया था। अब सभी भारतीय सैनिक वापस आ गए हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने देशवासियों का आगाह किया है कि दुनिया में भारी उथल-पुथल होने की आशंका है। ऐसे में देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में देने की जिम्मेदारी आपकी है। उन्होंने रूस-यूक्रेन से लेकर इजरायल-हमास, इजरायल-ईरान के बीच छिड़े युद्ध और अन्य देशों के बीच बढ़ते तनावों का जिक्र किया।
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